कविता। "मोबाइल तेरे कारण"
सतीश "बब्बा"
बिखर गया परिवार,
मोबाइल तेरे कारण,
सिमट गया संसार,
मोबाइल तेरे कारण!
बढ़ा रिचार्ज पास नहीं धेला,
पति - पत्नी में अनबन हो ला,
माई - बाप से करें तकरार,
मोबाइल तेरे कारण!
फँसा गेम, गुस्सा गूगल दादा है,
मम्मी, लल्ला को मना रही है,
खत्म हो गया प्यार,
मोबाइल तेरे कारण!
नयी बहुरिया, ब्वाय फ्रैंड बहुत हैं,
मैसेंजर से मैसेज भेज रही है,
माँ ने बेटी का किया घर बर्बाद,
मोबाइल तेरे कारण!
अच्छे गुण, अच्छी बातें,
सास, बहू को सिखाना चाहे,
बहू - बेटा लड़ने को तैयार,
मोबाइल तेरे कारण!