कविता। "किसान"
सतीश "बब्बा"
तपती है दोपहर,
जलती है रेत,
किसानों के फटे कपड़े,
फावड़ा से खोदते हैं खेत!
चलती है लू,
धूप में लगी आग है,
खेत को साफ करता,
भारत का किसान है!
जब तेज बारिश में,
हवा तूफानी चलती है,
चारों ओर जहरीले साँप होते हैं,
तब मेंड़ में डटे किसान होते हैं!
पूष की रात में अकड़ता शरीर,
नेता गर्म ए सी में सोते हैं,
गर्म लू से जलती प्रकृति,
नेता ठण्ड ए सी में हंसते हैं!
तब भी भारत का किसान,
डटा होता है खेत पर,
चंद फटे कपड़ों के साथ,
नेता हंसते किसान की बर्बादी के साथ!!
सतीश "बब्बा"
मैं प्रमाणित करता हूँ कि निम्नलिखित रचना मेरी अपनी लिखी हुई मौलिक एवं अप्रकाशित है मैने इसे अन्यत्र प्रकाशनार्थ नहीं भेजा है।
रचना - कविता। ( "किसान" )
तारीख - 06 - 04 - 2022
सतीश "बब्बा"
हस्ताक्षर
पता - सतीश चन्द्र मिश्र, ग्राम + पोस्टाफिस = कोबरा, जिला - चित्रकूट, उत्तर - प्रदेश, पिनकोड - 210208.
मोबाइल - 9451048508, 9369255051.
ई मेल - babbasateesh@gmail.com
सतीश "बब्बा"
तपती है दोपहर,
जलती है रेत,
किसानों के फटे कपड़े,
फावड़ा से खोदते हैं खेत!
चलती है लू,
धूप में लगी आग है,
खेत को साफ करता,
भारत का किसान है!
जब तेज बारिश में,
हवा तूफानी चलती है,
चारों ओर जहरीले साँप होते हैं,
तब मेंड़ में डटे किसान होते हैं!
पूष की रात में अकड़ता शरीर,
नेता गर्म ए सी में सोते हैं,
गर्म लू से जलती प्रकृति,
नेता ठण्ड ए सी में हंसते हैं!
तब भी भारत का किसान,
डटा होता है खेत पर,
चंद फटे कपड़ों के साथ,
नेता हंसते किसान की बर्बादी के साथ!!
सतीश "बब्बा"
मैं प्रमाणित करता हूँ कि निम्नलिखित रचना मेरी अपनी लिखी हुई मौलिक एवं अप्रकाशित है मैने इसे अन्यत्र प्रकाशनार्थ नहीं भेजा है।
रचना - कविता। ( "किसान" )
तारीख - 06 - 04 - 2022
सतीश "बब्बा"
हस्ताक्षर
पता - सतीश चन्द्र मिश्र, ग्राम + पोस्टाफिस = कोबरा, जिला - चित्रकूट, उत्तर - प्रदेश, पिनकोड - 210208.
मोबाइल - 9451048508, 9369255051.
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