सतीश "बब्बा"
दुनिया में सबसे अच्छा,
मेरा परिवार,
माँ के आँचल में है,
सारा संसार!
पिता तो है ऐसी छाया,
हर थकी करता दूर,
भाई तो है अपना,
और नहीं संसार!
बहन हमेशा,
हमदर्द है मेरी,
भाभी भी है,
माँ सी प्यारी!
सबको चाहे पत्नी,
घर लगता मंदिर,
बिटिया तो है बहुत ही,
प्यारी प्यारी सी!
दुख - सुख का साथी,
है मेरा परिवार,
सबसे बेचारा दुनिया में,
जिसके साथ नहीं परिवार!!
सतीश "बब्बा"