कविता। "जाना है"
सतीश "बब्बा"
जाना है,
यह तो जाना है,
कब जाना है,
यह नहीं जाना है!
डाक्टर ने,
आने का समय,
निर्धारित,
किया है!
कनछेदन, मुंडन,
यज्ञोपवीत और,
अन्नप्राशन आदि,
की तिथि जाना है!
विवाह की तिथि,
पाणिग्रहण,
की तिथि जाना है,
गृहप्रवेश जाना है!
बहू, बेटी की बिदाई,
अतिथि आना, जाना है,
पर अपनी विदाई,
कब है, नहीं जाना है!!
सतीश "बब्बा"