Meaning of वश में in English
- To bring under; to conquer by force or the exertion of superior power, and bring into permanent subjection; to reduce under dominion; to vanquish.
- To overpower so as to disable from further resistance; to crush.
- To destroy the force of; to overcome; as, medicines subdue a fever.
- To render submissive; to bring under command; to reduce to mildness or obedience; to tame; as, to subdue a stubborn child; to subdue the temper or passions.
- To overcome, as by persuasion or other mild means; as, to subdue opposition by argument or entreaties.
- To reduce to tenderness; to melt; to soften; as, to subdue ferocity by tears.
- To make mellow; to break, as land; also, to destroy, as weeds.
- To reduce the intensity or degree of; to tone down; to soften; as, to subdue the brilliancy of colors.
- To broach or enter upon; to taste, as a liquor; to divide; to distribute; to deal out.
- Reduced from a state of native wildness and shyness; accustomed to man; domesticated; domestic; as, a tame deer, a tame bird.
- Crushed; subdued; depressed; spiritless.
- Deficient in spirit or animation; spiritless; dull; flat; insipid; as, a tame poem; tame scenery.
- To reduce from a wild to a domestic state; to make gentle and familiar; to reclaim; to domesticate; as, to tame a wild beast.
- To subdue; to conquer; to repress; as, to tame the pride or passions of youth.
Meaning of वश में in English
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- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
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- महाशिवरात्रि
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