shabd-logo

श्री राम

4 October 2022

52 Viewed 52
  • हे राम तुम्हारे स्वागत में हम मन के दीप जलाते हैं।            कब आओ इसी प्रतीक्षा में हम अपने नैन बिछाते हैं।          अर्पण कर दे तुमको तन मन भटके है तुम्हें न पाते हैं।        हे राम तुम्हारे स्वागत में हम अपने नैन बिछाते हैं।               स्मरण तेरा ही रहे हमें वाणी से गीत सुनाते हैं।                   ये रोम रोम मेरा राम जपे तेरा नाम लेके तर जाते हैं।            हे राम तुम्हारे स्वागत में हम अपने नैन बिछाते हैं
Sarla shukala

Sarla shukala

ब्यूटीफुल भजन

6 October 2022

10
Articles
प्रातः स्मरणीय भजन
0.0
लागी लगन प्रभु से कोई और नहीं भाता जबसे जुड़ा है नाता तुमसे ओ मेरे दाता। जय श्री कृष्ण ,जय श्री राम ।जय राम श्री राम जय जय राम। इस किताब में जो भजन है , वो बहुत ही सरल हिंदी भाषा में है , जिनको आप प्रातः काल पूजा करते हुए एवं संध्या वंदन पर भी गा सकते हैं।
1

श्री राम

1 October 2022
3
3
0

बतला दो मुझे दिखला दो मुझे किस और गये मेरे राम किस और गये मेरे श्याम ।...….2। &nbsp

2

कन्हैया

1 October 2022
3
0
1

लागी लगन प्रभु से कोई और नहीं भाता जबसे जुड़ा है नाता तुमसे ओ मेरे दाता। &nb

3

जय गणेश देवा

3 October 2022
3
3
0

शिव सुत नंदन, तुमको वंदन करते हैं। तेरी कृपा हो,तो ही पार उतर

4

राधे कृष्ण

3 October 2022
3
4
0

यमुना किनारे मेरा गांव, कन्हैया वही आ जाना। यमुना किनारे एक तुलसी का बिरछा,।

5

श्री राम

4 October 2022
1
2
1

हे राम तुम्हारे स्वागत में हम मन के दीप जलाते हैं। कब आओ इसी प्रतीक्षा में हम अपने नैन बिछाते हैं। अर्पण कर दे तुमको तन मन भट

6

प्रभु स्मरण

4 October 2022
1
1
1

पाप की गठरी ढोते ढोते जीवन ही खो जाये न। प्रभु का नाम जपता चल बन्दे बढभागी हो जायेगा। &nbsp

7

सखा

4 October 2022
1
2
2

सखा तुमको बनाया है ये जीवन प्राण खोने तक। तुम्ही को याद रखते हैं तुम्ही में विलीन होने तक।

8

राधे राधे

13 October 2022
0
0
0

मैं तो जोगन श्री कृष्ण मुरारी बांके बिहारी जी राधे राधे पुकारने वाले बांके बिहारी की।

9

गिरधर

16 October 2022
0
0
0

मन में बसा हुआ है वो श्याम सलोना है। प्रियतम में छवि उसकी वो प्रेम में दूना है।‌। &

10

बंशी

19 October 2022
0
0
0

भंवरा बन के आजा मेरे प्यारे बंशी को बजाने वाले। मैं तेरी मुहब्बत के मारे बागों में खडी मन मारे &nb

---