- भंवरा बन के आजा मेरे प्यारे बंशी को बजाने वाले। मैं तेरी मुहब्बत के मारे बागों में खडी मन मारे मालिया बन के आजा मेरे प्यारे बंशी को बजाने वाले। सरयू के किनारे बैठूं और कदंब की डाली निहारु। धोबिया बन के आजा मेरे प्यारे बंशी को बजाने वाले। मैं तो तेरी मोहब्बत के मारे भुवनो में खड़ी मन मारे । राजा बन के आजा मेरे प्यारे बंशी को बजाने वाले। मैं तो तेरी मोहब्बत के मारे जंगलों में फिरू मन मारे ग्वाला बन के आजा मेरे प्यारे बंशी को बजाने वाले।