काल के कुचक्र के रौंदें हुए हैं हम,
महामारियों के दौर में पैदा हुए हैं हम,
पर्यावरण, पृथ्वी, आवो-हवा से हमें क्या,
बस खोखले विकास में बहरे हुए हैं हम ।
@नील पदम्
20 October 2023
काल के कुचक्र के रौंदें हुए हैं हम,
महामारियों के दौर में पैदा हुए हैं हम,
पर्यावरण, पृथ्वी, आवो-हवा से हमें क्या,
बस खोखले विकास में बहरे हुए हैं हम ।
@नील पदम्