क्यों इंसानियत के क़त्ल हो रहे हैं हर जगह,
मजहब-ए-इंसानियत को कोई मानता नहीं,
मशरूफ हैं औरों के हक पर निगाहें गड़ी हुईं,
कोई अपने हक की बात क्यों जानता नहीं ।
@नील पदम्
31 October 2023
क्यों इंसानियत के क़त्ल हो रहे हैं हर जगह,
मजहब-ए-इंसानियत को कोई मानता नहीं,
मशरूफ हैं औरों के हक पर निगाहें गड़ी हुईं,
कोई अपने हक की बात क्यों जानता नहीं ।
@नील पदम्