बच्चों से गलती हो जाती है
हे हे ही ही करके हँसना,
ये मर्दों का प्रदेश है
फिर एक महिला का भी
हे हे ही ही करके हँसना।
सच तो ये है कि
ये स्त्री का संघर्ष मंद हो
उसका एक षड्यंत्र है ।
उन्हें कब पसंद आया कि
एक स्त्री सिर्फ
अर्धांग्नी के दिखावी शब्दों से
हटकर आगे बढ़े ,
कोई स्त्री सही मायनों में
आगे बढ़े।
(c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव "नील पदम् "