कृष्ण छवि को निहारता मैं, बांके बिहारी धाम रे,
कौन बताएगा मुझे अब, क्या है हमारा नाम रे ।
अस्तित्व सम्मिलित हो गया, प्रभुजी के ही नाम में,
कैसे कहूँ कृष्णा अलग, और है अलग मेरा नाम रे ॥
@नील पदम्
31 October 2023
कृष्ण छवि को निहारता मैं, बांके बिहारी धाम रे,
कौन बताएगा मुझे अब, क्या है हमारा नाम रे ।
अस्तित्व सम्मिलित हो गया, प्रभुजी के ही नाम में,
कैसे कहूँ कृष्णा अलग, और है अलग मेरा नाम रे ॥
@नील पदम्