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रंगभूमि

8 February 2023

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रंगभूमि
शहर अमीरों के रहने की जगह है और क्रय विक्रय का स्थान है।
उसके बाहर की भूमि उसके मनोरंजन और विनोद की जगह है।
उसके मध्य भाग में उनके लड़कों की पाठशालाएं और उसके मुकदमेबाजों के अखाड़े होते हैं,जहां न्याय के बहाने गरीबों का गला घोंटा जाता है।
शहर के आस पास गरीबों की बस्तियां होती है।
बनारस में पांडेपुर ऐसी ही बस्ती है।
वहां न शहरी दीपकों की ज्योति पहुंचती है, न शहरी छिड़काव की छींटें,न शहरी जल स्त्रोतों का प्रवाह।
सड़क के किनारे छोटे छोटे हलवाइयों को दुकानें हैं और उसके पीछे कई गाड़ीवान,ग्वाले और मजदूर रहते हैं।
दो चार घर बिगड़े सफेदपोशों के भी हैं,जिन्हें उनकी हीनावस्था ने शहर से निर्वासित कर दिया है।

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रंगभूमि
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रंगभूमि

8 February 2023
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रंगभूमिशहर अमीरों के रहने की जगह है और क्रय विक्रय का स्थान है।उसके बाहर की भूमि उसके मनोरंजन और विनोद की जगह है।उसके मध्य भाग में उनके लड़कों की पाठशालाएं और उसके मुकदमेबाजों के अखाड़े होते हैं,जहां

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रंगभूमि

9 February 2023
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रंगभूमिइन्हीं में एक गरीब और अंधा चमार रहता है,जिसे लोग सूरदास कहते हैं।भारतवर्ष में अंधे आदमियों के लिए न नाम की जरूरत होनी है,न काम की।सूरदास उनका बना बनाया नाम है,और भीख मांगना बना बनाय

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यही सच है

24 February 2023
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मनु भंडारीकानपुरसामने आंगन में फैली हुई धूप सिमटकर दीवारों पर चढ़ गई और कंधे पर बस्ता लटकाए नन्हें नन्हें बच्चों के झुंड के झुंड दिखाई दिए, तो एकाएक ही मुझे समय का आभास हुआ।घंटा भर हो गया यहां खड़े खड

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एक चिड़िया

18 March 2023
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एक चिड़िया जब अपना प्रतिबिंब,कांच की खिड़की में देखती है,अपने इस प्रतिबिंब को देखकर,वह चिड़िया,ज्यों ही,कांच की खिड़की में चोंच मारती है,तो कांच से,चिड़िया के चोंच मारने की,आवाज आने लगती है,फिर चिड़िय

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