जग झूटा साचा जिसका नाम
बनते हे मेरे सारे काम जब लूं तेरा नाम
ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
सुबह भजूं शाम भजूं भजूं तेरा नाम
धर शीश चरणों में चलता मेरा काम
ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
मीरा ने जिसे गाया यशोदा ने बुलाया
गोपियों का माखन तूने सखा संग चुराया
ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
धर वंशी अधरो पर वंशीधर कहलाया
गीता का ज्ञान जिसने रण में सुनाया
ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)