बारिश की बूंदों और किताबों की सुरमई खुशबू में, मीरा और नीरजके बीच एक अनकहा रिश्ता पनपने लगा। एक किताबों की दुकान की छत के नीचे शुरू हुई यह कहानी धीरे-धीरे एक ऐसे सफर में बदल गई, जिसमें प्यार, बिछड़ने का दर्द, और अधूरे ख्वाबों का साया था। क्या बारिश की ये शामें उनका प्यार मुकम्मल कर पाएंगी, या ये कहानी भी अधूरी ही रह जाएगी?