स्वप्न हमारे मस्तिष्क में होने वाली कल्पनात्मक घटनाओं या छवियों को कहते हैं, जो हम सोते समय अनुभव करते हैं। स्वप्न मुख्यतः नींद के REM (Rapid Eye Movement) चरण के दौरान आते हैं, जब मस्तिष्क सबसे अधिक सक्रिय होता है।
स्वप्न क्यों आते हैं?
- मस्तिष्क की सक्रियता: नींद के दौरान भी हमारा मस्तिष्क सक्रिय रहता है और दिनभर की सूचनाओं को प्रक्रिया करता है। यह प्रक्रिया स्वप्नों के रूप में प्रकट हो सकती है।
- अधूरी इच्छाएं: मनोवैज्ञानिक सिगमंड फ्रायड के अनुसार, स्वप्न हमारे मन में दबी हुई इच्छाओं और भावनाओं को प्रकट करते हैं।
- यादों का पुनर्गठन: स्वप्न यादों को व्यवस्थित करने, उनके महत्व को समझने और अनावश्यक जानकारी को हटाने में मदद कर सकते हैं।
- भावनाओं का प्रबंधन: कभी-कभी स्वप्न हमारे अनुभवों या तनाव से निपटने का माध्यम होते हैं।
स्वप्न के प्रकार:
- सकारात्मक स्वप्न: सुखद अनुभव या इच्छाओं की पूर्ति से जुड़े होते हैं।
- दु:स्वप्न: डरावने और परेशान करने वाले स्वप्न, जो अक्सर तनाव, भय, या आघात से जुड़े होते हैं।
- सजीव स्वप्न: अत्यधिक स्पष्ट और यथार्थपूर्ण प्रतीत होने वाले स्वप्न।
- मूल्यवान स्वप्न: कभी-कभी स्वप्न हमें रचनात्मक विचार या समस्याओं के समाधान देने में मदद करते हैं।
स्वप्नों का वैज्ञानिक महत्व:
वैज्ञानिक दृष्टि से, स्वप्न मस्तिष्क के लिए एक प्रकार का "मेंटल व्यायाम" हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।