ब्यूटी एंड द बीस्ट (Beauty and the Beast) एक प्रसिद्ध परी कथा है, जो सच्चे प्रेम, त्याग और आंतरिक सुंदरता का संदेश देती है। कहानी का सारांश इस प्रकार है:
एक समय की बात है, एक धनी व्यापारी के तीन बेटियां थीं। उसकी सबसे छोटी बेटी, जिसे सब "ब्यूटी" कहते थे, बेहद सुंदर, दयालु और समझदार थी। एक दिन व्यापारी का जहाज समुद्र में डूब गया, और वह गरीब हो गया।
जंगल में महल और बीस्ट से मुलाकात:
व्यापारी व्यापार के सिलसिले में दूर शहर गया। लौटते समय, वह रास्ते में एक जादुई महल में रुका। महल खाली था, लेकिन उसने बगीचे से एक गुलाब तोड़ लिया, क्योंकि ब्यूटी ने गुलाब लाने की इच्छा जताई थी। गुलाब तोड़ते ही एक डरावना बीस्ट (दैत्य) प्रकट हुआ और व्यापारी को उसके जीवन के बदले महल में रहने की शर्त रखी। व्यापारी ने डर के मारे हामी भर दी।
ब्यूटी का बलिदान:
व्यापारी जब घर लौटा और पूरी बात बताई, तो ब्यूटी ने अपने पिता की जगह महल में जाने का फैसला किया। वह महल पहुंची, जहां बीस्ट ने उसका स्वागत किया। धीरे-धीरे, ब्यूटी और बीस्ट के बीच दोस्ती हो गई। बीस्ट ने उसे हर दिन उससे शादी करने को कहा, लेकिन ब्यूटी ने इंकार कर दिया।
सच्चे प्रेम का जादू:
एक दिन ब्यूटी को अपने बीमार पिता को देखने की अनुमति मिली। बीस्ट ने उसे वापस आने को कहा। ब्यूटी अपने पिता के पास चली गई, लेकिन उसने लौटने में देर कर दी। जब वह महल लौटी, तो उसने बीस्ट को मरने के कगार पर पाया। ब्यूटी ने उसे बचाने के लिए अपने सच्चे प्रेम का इज़हार किया और शादी करने के लिए हामी भर दी।
बीस्ट का रूपांतरण:
जैसे ही ब्यूटी ने यह कहा, बीस्ट एक सुंदर राजकुमार में बदल गया। वह एक जादू के कारण बीस्ट बन गया था, और ब्यूटी के प्रेम ने उसे उसकी असली पहचान दिलाई। दोनों ने शादी की और खुशी-खुशी रहने लगे।
कहानी हमें सिखाती है कि बाहरी सुंदरता से ज्यादा महत्वपूर्ण इंसान का दिल और उसका व्यवहार होता है।