Meaning of शब्द बोलने में भूलना in English
- To pronounce incorrectly.
- of Mispronounce
Meaning of शब्द बोलने में भूलना in English
English usage of शब्द बोलने में भूलना
Synonyms of ‘शब्द बोलने में भूलना’
Antonyms of ‘शब्द बोलने में भूलना’
Articles Related to ‘शब्द बोलने में भूलना’
- मुर्दों की आवाज़...
- मिलन की घड़ी...
- आसान किस्तों पे लोन...
- विशेष दिवस
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- सखा
- श्री राम
- रंगभूमि
- अभ्यास और रटने का सटिक मंत्र
- पल्लू में बंधे पत्थर
- दूरियों का खूंटा
- कहानी अभ्यास
- बिहार का गौरवशाली इतिहास
- मोक्ष
- blessings
- आशिकी
- दोहे
- रंगभूमि
- भाग-4 "जानती थी वो "
- #डिजिटलीकरण---
- कुछ तो है
- मन में जैसा घटेगा
- तुम्हें तो बस
- Muskil Ishq
- त्रासदी
- धार्मिक अज्ञान
- यही सच है
- धाराओं में बदलाव
- मत कहो
- बलिदानी सिपाही
- गुरु
- कृष्ण छवि
- चले आओ
- मिज़ाज़
- गुरु शिष्य
- Thou First Step (Rigveda 1. 1. 3)
- त्रासदी
- दोहे- दर्शन
- वो सर्द रात...
- तुम लाख छुपाओ बात मगर
- लेखक परिचय
- उसकी अदा
- दिल्ली एमसीडी चुनाव: राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा
- समझ
- #659 Ekantik Vartalaap & Darshan/ 06-09-2024/ Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj
- अपनी पतंग कट गई !
- भारत में केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस
- तुम्हारी आँख में ठहरा हुआ हूँ
- वो सर्द रात- 3
- '"' सुझाव किचन से 🫕
- माँ शारदे
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 2
- Shri Ram
- याद
- Nikhar rahe hai
- महाशिवरात्रि
- प्यार के प्रकार
- अभी अभी
- वो सर्द रात- 4
- शहर
- लौह पुरुष
- सुनो
- #कर्म और भाग्य --
- तुम्हारी जुल्फ़ों के साए से भी न जाने क्यों डर सा लग रहा है
- बोगेनविलिया
- भूखे लकड़बग्घे- 2
- प्रेम एक संघर्ष
- रात अमावस की काली
- कुछ ग़ज़ल सी
- मोहब्बत
- दीपावली की लोककथा
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 1
- भारत में डाक टिकट
- आशा
- आजादी अबहूँ दूर
- "भाषाई विविधता का संरक्षण: अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का महत्व"
- truth ( Ridveda 1. 1. 8 )
- "अद्वितीय परिप्रेक्ष्य: अपने तरीके से परिवर्तन नेविगेट करना"
- never forget the wellwishers
- Evaluate to vote
- जीवन
- क्षितिज क्षितिज ही रहेगा
- अनोखा रिश्ता
- वो एक गुलाबजामुन की कसक -42 वर्षों से
- Ek Ladki Ki Kahani
- एक कप चाय
- वो 5 साल की बच्ची का बाल सुलभ दुस्साहस
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
- बेटियाँ
- दैनिक न्यूज
- महामारी
- Love shayari..
- दीप तो जल गए
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- 😭पिताजी की कमी,😭
- ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
- वीर अभिमन्यु वध
- चम्मच
- साथ दो कदम
Browse Other Words By Clicking On Letters