Meaning of मुर्गियों का रोग-विशेष जिसमें पुट्ठों पर सूजन हो जाती है या गले से खर-खर आवाज आती है in English
- To cry or shout; hence, to sell by auction.
- An outcry; hence, a sale of gods by auction.
- A disease in poultry. See Pip.
Meaning of मुर्गियों का रोग-विशेष जिसमें पुट्ठों पर सूजन हो जाती है या गले से खर-खर आवाज आती है in English
English usage of मुर्गियों का रोग-विशेष जिसमें पुट्ठों पर सूजन हो जाती है या गले से खर-खर आवाज आती है
Synonyms of ‘मुर्गियों का रोग-विशेष जिसमें पुट्ठों पर सूजन हो जाती है या गले से खर-खर आवाज आती है’
Antonyms of ‘मुर्गियों का रोग-विशेष जिसमें पुट्ठों पर सूजन हो जाती है या गले से खर-खर आवाज आती है’
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चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
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