10 January 2024
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सूली पे चढ़ने की क्या जरूरत है मुझे कलाम छीन लो मेरे हाथों से मैं यूं ही मर जाऊंगा एशे ही मरते-मरते इस कलाम से तेरी तकदीर लिख जाऊंगा D
( 1 ) : - वक़्त था ऐसा उसे भुला नहीं पाएंगे बिटी हुई इन्हें बातों को छुपा नहीं पाएंगे कभी भूखे रहे तो कभी खाना मिला सोने के लिए ना कोई ठिकाना मिला वक़्त था ऐसा उसे भुला नहीं पाएंगे बिटी हुई इन्हें बात
ऐ जिंदगी तुझे मैं भूला नहीं पाऊंगा, मरने के बाद दोबारा ला नहीं पाऊंगा जीना तो सभी चाहते थे पर मैं एक अकेला था जो जीते जी जीना नहीं चाहता था इसके पीछे भी एक बझा हे जो मैं आपको बताऊंगा फ़िलहाल अभी शुरू
चांद तारे मैं आप के लिए तोड़ के लाऊंगा अपनी मोहब्बत का ईकरार आपको करबाउंगा साया बन के आपके प्यार का जिंदगी भर आपका साथ निभाऊंगा ( Rajesh kumar
टिम टिम करते तारे आसमान की शोभा बढ़ाते हैं पूरे जहां और नील गगन में दृश्य अपना दिखाते हैं चांद की सुंदरता भी अपनी रोशनी फैलती है
सूली पे चढ़ने की क्या जरूरत है मुझे कलाम छीन लो मेरे हाथों से मैं यूं ही मर जाऊंगा एशे ही मरते-मरते इस कलाम से तेरी तकदीर लिख जाऊंगा
गिले सिकबे सब दूर कर के आज नये साल की नई उम्मीदों को जगाते हे चलो सब कुछ भूल के हम दोस्ती की और एक कदम बढ़ाते हे जिसने कभी पूछा नहीं केसे हो आप आज हम उन से दोस्ती का हाथ बढ़ाते हैं वह गिले सिक्बे दूर
चाहत में हम पागल हुए इस कदर .||की आपको बता नहीं सकते कितना प्यार करते हैं आपसे यह दुनिया को दिखा नहीं सकते या दुनिया को दिखा नहीं सकतेराजेश कुमार
हमारा दिल दुखाना अच्छा लगता है किसी को तो शोक से दुखाए पता नहीं कब ये दिल काम करना बंद कर दे फिर किस का दिल दुखाओगे
सनातन धर्म और सिख धर्म की शान है लोहड़ी, नए साल के आगमन की पहचान है लोहड़ी, हिंदू सिख आपस में मिलकर मनाते हैं लोहड़ी, आपस में एक दूसरे में प्यार बढ़ाती हैं लोहड़ी, आओ सब मिलकर मानाऐ लोहड़ी साथ में खाए
कभी एक दिन भूखा रह कर देख, भूख क्या होती है समझ आएगी, एक दिन गरीब बनकर तो देख, तुझे गरीबी में भी खुशिया नज़र आएगी।