( 1 ) : - वक़्त था ऐसा उसे भुला नहीं पाएंगे बिटी हुई इन्हें बातों को छुपा नहीं पाएंगे कभी भूखे रहे तो कभी खाना मिला सोने के लिए ना कोई ठिकाना मिला वक़्त था ऐसा उसे भुला नहीं पाएंगे बिटी हुई इन्हें बातों को छुपा नहीं पाएंगे तरसते रहे हम निंद के लिए सोने के लिए ना कोई ठिकाना मिला वक्त था ऐसा उसे भुला नहीं पाएंगे बिटी हुई इन्हें बातों को छिपा नहीं पाएंगे सोते तो बिस्तर पर बिना कुछ ओडे हुए नींद नहीं आती थी भूख की यादों को छोड़े हुए वक्त था ऐसा उसे भुला नहीं पाएंगे, बिटी हुई इन्हें बातों को छिपा नहीं पाएंगे
( 2 ) : - नादान सी मोहब्बत है मेरी निभाना प्यार करती होगी तो बता देना शादी करेंगे आपसे संभल लेना मेरे प्यार को जिंदगी भर निभाना चाहोगी छोड़ना तुम पर हम छूट नहीं पाएंगे जिंदगी भर आपके साथ प्यार हम निभाएंगे करना चाहो अगर तुम धोखा हम उसी रात जनाजा आपका उठाएंगे
( 3 ) : - हालात ऐसे हैं कुछ बता नहीं सकते रोते तो बहुत है पर दुनिया को दिखा नहीं सकते जो सोचा नहीं था वह रोग अंदर पल लिया है जिस्म में दर्द को अपने अंदर छुपा लिया है कहना तो बहुत कुछ चाहते हैं दुनिया से पर कह नहीं पाते दर्द को छिपाना तो चाहते हैं पर छिपा नहीं पाते हालात ऐसी है कुछ बता नहीं सकते दुनिया से हमको छुपा नहीं सकते दुनिया बहुत ही प्यारी है हमारी नज़रों में काश यह बता पते लोगों के प्रति अपना प्यार दिखा पाते कुछ नहीं सोचते बस हम दुनिया के बारे में या सबको दिखा पाते हालात ऐसे हैं कुछ बता नहीं सकते रोते तो बहुत है पर दुनिया को दिखा नहीं सकते
( 4 ) : - या जिंदगी भी क्या क्या रंग दिखाती है कभी हंसती है तो कभी रुलाती है या जिंदगी भी क्या क्या रंग दिखाती है सोचा नहीं होगा जो वह करवा देती है जिंदगी भी क्या क्या रंग दिखा देती है देखा नहीं होगा जो वह रास्ता दिखा देती है जिंदगी भी क्या क्या रंग दिखा देती है कभी राजा तो कभी भिखारी बना देती है या जिंदगी भी क्या-क्या रंग दिखा देती है या जिंदगी भी क्या-क्या रंग दिखा देती है
( 5 ) : - मोहब्बत और मौत कभी बुला के नहीं आते भूलना चाहो जितना भी उनको पर कभी भुलाए नहीं जाते प्यार एक ऐसी सच्ची है जिसको कभी भुला नहीं पाएंगे उतना ही सच है जब मौत आती है तो उसको भी हम कभी मिटा नहीं पाते
( 6 ) : - सच कहा था किसी ने प्यार के बारे में दो पंक्तियों में या एक ऐसी घटना है जो एक बार घट जाए तो जिंदगी ही घाट जाती है शिद्दत से निभाए जाए तो जिंदगी संवर जाती है अगर उसमें प्यार ना दिखाया जाए तो जिंदगी ही घाट जाती है
( 7 ) : - प्यार तो करते हो आप हमसे पर जताना नहीं चाहते हम भी बहुत जिद्दी है जनाब आप प्यार को जताना नहीं चाहते और ये बता के हम आपको अपना प्यार मत जिताओ हम अपना प्यार आपको कभी नहीं दिखाएंगे
( 8 ) : - प्यार करने वाले तो बहुत देखे हैं पर आपके जैसा प्यार करने वाला कोई नहीं, जब कहती थी आप हमसे आप हमारी जिंदगी हो अब हम उसी जिंदगी को आपके अंदर जीने की चाह रखते हैं हमने आपको अपनी जिंदगी मान लिया है आप हमें क्या मानते हो याह जरा दिखलाना प्यार कितना करते हो हमसे याह हमन जरूर बताना
( 9 ) : - प्यार की परिभाषा को कोई बता नहीं पाएगा सच्चा प्यार कोई किसी से निभा नहीं पाएगा प्यार तो करते हैं सब पर कुछ वक्त के लिए इस्तेमाल करें वक्त के समय के लिए यह प्यार किसी को निभा नहीं पाएगा
( 10 ) : - जिंदगी बस इतना बता दे कि किस मोड़ पर तुम मुझे छोड़ कर जाएगी दुनिया को बहुत ज्यादा रुलाएगी अपनों से दूर छोड़ कर आएगी उसे भगवान के पास मुझे किस रूप में तू मुझे दिखाएगी
( 11 ) : - इंसान बनाया भगवान ने हमसे प्यार पाया पर इंसान को वाह प्यार करने नहीं आया दिखाते हैं सब लोग प्यार करते हैं हम आपसे झूठ कहते हैं वाह मुंह पर ही उतानी ही नफ़रत करते हैं वाह सच्चा प्यार तो भगवानों में था राधा कृष्ण में था सीताराम में था जो अपनों के लिए 4 साल बनवाए निकल पड़े थे
( 12 ) : - कहते हैं यह दुनिया हमें कुछ नहीं देती सिवाय दर्द दुख और गम के मैं कहता हूं जरा उसके बहार झग के तो देखो यह दुनिया मन बाप भाई बहन और बीवी का प्यार भी देती है देती है वह सब कुछ जो हमें चाहिए होता है हमें दिखता नहीं बस यह हम सबको दिखाई देता है
( 13 ) : - दर्द और खुशी जिंदगी के दो पहलू हैं दर्द में इंसान रोता है और खुशी में हंसता है पर उसको यह पता नहीं कि इस दर्द और खुशी में ही पूरी जिंदगी का सच छिपा हुआ है जितना जरूरी दर्द है उतनी जरूरी खुशी मिलकर दोनों को बांट लो सब कुछ जिंदगी में रहेगा सुखी
( 14 ) : - मुझे ढूंढने आये थे वो पल पर उनको मैं मिला नहीं दिखायी तो देता था मैं सबको और बोल लम्हों में नहीं पल-पल को तरसता था मैं की कब जिंदगी से आगे निकल के जाऊं वही पल पल मेरे पीछे चले थे की मैं उसको ढूंढ ढूंढ के कहां पाऊं
( 15 ) : - ख्वाहिशों को मार दिया था मैंने अपने उसे सपने को साकार करने के लिए जो कभी मैं देखा करता था आज न ख्वाहिश है और न सपना अब बस देखता हूं तो खुली आंखों से वह जो मैं कभी देखना नहीं चाहता काम बहुत है दुनिया में पर हम दिखा नहीं पाते प्यार करते हैं हम सब के साथ पर उसको जाता नहीं
( 16 ) : - सपना वह होता है जो सोते हुए दिखता है हकीकत में तो वह एक त्रासदी ही होती है उन सपनों को पूरा करो जो देखने के बाद साकार हो सके उनको नहीं जो खाली फिल्मों में काम आते हैं
( 17 ) : - अपनों में अपनापन होता है उसमें ही होता है सब प्यार सबको साथ लेकर चलो वाह अपना दोस्त हो या कोई हो अपना यार देखते ही देखते अपने बन जाते हैं इस दुनिया में उसे इस्तेमाल करो दुनिया में खो जाओ जिसमें सब अपनों के सपने हो साकार