Meaning of फूल या पर्वतीय वनस्पति का प्याले के आकार का भाग in English
- A kind of large drinking cup, -- used by Greeks and Romans, esp. by poor folk.
- The cup of a narcissus, or a similar appendage to the corolla in other flowers.
- A cup-shaped stem or podetium in lichens. Also called scypha. See Illust. of Cladonia pyxidata, under Lichen.
Meaning of फूल या पर्वतीय वनस्पति का प्याले के आकार का भाग in English
English usage of फूल या पर्वतीय वनस्पति का प्याले के आकार का भाग
Synonyms of ‘फूल या पर्वतीय वनस्पति का प्याले के आकार का भाग’
Antonyms of ‘फूल या पर्वतीय वनस्पति का प्याले के आकार का भाग’
Articles Related to ‘फूल या पर्वतीय वनस्पति का प्याले के आकार का भाग’
- उफ़ बेचारा...
- रूहों का मेला...
- मुर्दों की आवाज़...
- राधे कृष्ण
- विशेष दिवस
- हर रातों को पूनम कह दूँ
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- गेम ओवर...
- कविता। "नन्नू के कक्का"
- श्री राम
- "श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव" {००}
- ये गम है उन्हे के... 💔😢😢✍️✍️💔💔✍️🙏
Author Munna Prajapati Author :- "Meri Lekhani"
#post #PostViral #viral #life #poetry #virals #sad #sadness #writing
- दिल्ली एमसीडी चुनाव: राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा
- क्या आप भी क्लियर करेंगे एग्जाम
- जीवन की दिशा
- शहर
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- भारत में डाक टिकट
- सौगंध से अंजाम तक
- शतरंज की बिसात
- दैनिक न्यूज
- दीपावली की लोककथा
- कितनी मासूम होती है बेटियां
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
- सैलानियों का स्वर्ग काश्मीर
- Power of Vote
- प्रकृति और तुम
- भारतीय हूं गर्व मुझे खुद पर 15 October 2021
- प्यार के प्रकार
- "'"🧑🍳 मूंग दाल के चिले की सब्जी ""🫕
- बेटे:- पिता के राजकुमार
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 1
- ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
- तुम्हारी जुल्फ़ों के साए से भी न जाने क्यों डर सा लग रहा है
- रंगभूमि
- छोर
- गुरु
- भूखे लकड़बग्घे- 2
- वक्त का बदलना
- प्रभु स्मरण
- प्रात काल का सौंदर्य
- भाग्य से कर्म तक
- Biggest democracy
- Rama is superior of all
- अनुभव
- जीवन
- Futuristic
- दूरियों का खूंटा
- घड़ी की सुइयां
- बेफिक्री
- साजिश ए इश्क।
- बिहार का गौरवशाली इतिहास
- हमारा दिल
- never trouble a poor
- इश्क़, बेरोज़गारी और जज़्बात
- दोहे- दर्शन
- वो सर्द रात- 4
- अपनी पतंग कट गई !
- महामारी
- उसकी अदा
- शातिर दुनिया
- लौह पुरुष
- श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव। {2}
- "श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव। "{1}
- महाशिवरात्रि
- एयर इंडिया की एयरबस के साथ डील
- मैं पुरखों के घर आया था
- चले आओ
- कारगिल युद्ध के दौरान लिखी मेरी कविता
- सरकारी नौकरी
- रेलयात्रा
- #कर्म और भाग्य --
- "आलिंगन परिवर्तन: व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास की कुंजी"
- किस्मत
- विश्वामित्र-मेनका
- ग़ज़ल
- यही सच है
- रात अमावस की काली
- #डिजिटलीकरण---
- आम राजा
- वो सर्द रात- 3
- Nikhar rahe hai
- इसरो का आदित्य
- कुछ ग़ज़ल सी
- #अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस---
- नवीन धाराओं का सृजन
- मन में जैसा घटेगा
- क्षितिज क्षितिज ही रहेगा
- याद
- त्रासदी
- truth ( Ridveda 1. 1. 8 )
- किसी का दिल मत तोड़ना
- मिज़ाज़
- दिल
- धूप की उम्मीद कुछ कम सी है
- कविता
- आजमाईश
- ancestors' house
- अभ्यास और रटने का सटिक मंत्र
- चांद और तारे
Browse Other Words By Clicking On Letters