Meaning of फिर से बाहर निकलना in English
- A second or new appearance; the act or state of appearing again.
Meaning of फिर से बाहर निकलना in English
English usage of फिर से बाहर निकलना
Synonyms of ‘फिर से बाहर निकलना’
Antonyms of ‘फिर से बाहर निकलना’
Articles Related to ‘फिर से बाहर निकलना’
- मौत की दुआ...
- विशेष दिवस
- कहां गई मां मुझे छोड़ कर?
- गेम ओवर...
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- हर रातों को पूनम कह दूँ
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- वो सर्द रात...
- महाशिवरात्रि
- worthless
- मेरी प्यारी संजना
- Ek aur kahani
- Shri Ram
- इतना खाली है दिल मेरा
- अनादि
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
- महामारी
- नवीन धाराओं का सृजन
- आशिकी
- never forget the wellwishers
- अजनबी
- काश हम बच्चे ही रहते कवि: निशांत कुमार
- खुद से मिल
- जंजीरें
- Ek Ladki Ki Kahani
- सैलानियों का स्वर्ग काश्मीर
- ये इश्क़ नहीं आसान
- #डिजिटलीकरण---
- #कर्म और भाग्य --
- ज़िक्र दिल - ए -हाल
- बलिदानी सिपाही
- तुम्हारी आँख में ठहरा हुआ हूँ
- दोहे- दर्शन
- बोगेनविलिया
- || गज़ल ||
- हिम्मत
- त्रिया चरित्र की प्रिया।।
- नव धारायें
- हमारा दिल
- किसी का दिल मत तोड़ना
- बेफिक्री
- जता दीजिये
- वो सर्द रात- 2
- मैं पुरखों के घर आया था
- आज भी ऐसा होता हैं!
- अपनी बातों को ही मनवाया करता हूँ
- कैसा दौर
- बिंदी
- "श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव" {००}
- #अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस---
- शायरी
- "'"🧑🍳 मूंग दाल के चिले की सब्जी ""🫕
- दूरियों का खूंटा
- क्या आप भी क्लियर करेंगे एग्जाम
- #659 Ekantik Vartalaap & Darshan/ 06-09-2024/ Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj
- नाम,दाम,मुकाम,परिणाम सब काम से ही मिलते है
- नींद और ख्वाब
- Hindi diwas
- शांत और ठण्डी राख़ - दिनकर से प्रेरित रचना
- आत्मा
- वो सर्द रात- 4
- चम्मच
- बेटे:- पिता के राजकुमार
- कहानी अभ्यास
- वो सर्द रात- 3
- धार्मिक अज्ञान
- आम राजा
- प्रकृति और तुम
- Nikhar rahe hai
- विश्वामित्र-मेनका
- सुकून
- दीपावली की लोककथा
- कुछ ग़ज़ल सी
- आप सब को नवरात्र शुभकामनाएं
- कितनी मासूम होती है बेटियां
- सरकारी नौकरी
- Love shayari..
- मिज़ाज़
- दिल्ली एमसीडी चुनाव: राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा
- Mother and father and daughter realtionship video
- वो एक गुलाबजामुन की कसक -42 वर्षों से
- दिल
- Generation
- रंगभूमि
- अनुभव
- जीवन
- Futuristic
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 1
- तुम्हारी जुल्फ़ों के साए से भी न जाने क्यों डर सा लग रहा है
- "अद्वितीय परिप्रेक्ष्य: अपने तरीके से परिवर्तन नेविगेट करना"
- ancestors' house
- “जानती थी वो”
- वो सर्द रात- 5
- '"' सुझाव किचन से 🫕
- अभी अभी
- किस्मत
- भूखे लकड़बग्घे...
- माँ
- भाग्य से कर्म तक
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
Browse Other Words By Clicking On Letters