shabd-logo

वो सर्द रात- 5

18 May 2023

64 Viewed 64
" फुस्स ss फुस्स ss स ss स... फुस्स ss स ss स... फुस्स ss स ss स ss स," आखिरकार फुसफुसा कर नाग देवता मेरे बाएं कंधे से मुझे सूंघते हुए नीचे उतर ही रहे थे मेरे पैरों से होते हुए की तभी अचानक...

" कोनो ब... कोनो फैक्ट्री में ब," स्टोर के पास से आवाज़ आती है...  विद्युत पारेषण खण्ड की दीवार में सेंध लगाने वाले चोरों का दल हरकत में आ जाता है और दौड़ लगाते हुए स्टोर के पास पहुंचता है। 

" फुस्स ss स ss स ss स... फुस्स ss स ss स ss स... फुस्स ss स ss स ss स", नीचे हो रही भागादौड़ी के कारण एक बार फ़िर से मेरे दाएं पैर में लिपटे हुए नाग देवता अपना फन उठाते हैं , मेरा रोम रोम खड़ा हो जाता है दहशत के कारण...क्यूंकि मुझे इन्सानों से इतना डर नहीं लगता, जितना सांप बिच्छू से लगता है... कुछ देर तक यूं ही मेरे दाएं पैर से लिपटे रहने के बाद नाग देवता आख़िर में दूसरी डाल पर पहुंच गए... मैं पसीने की नदी में डुबकी मार चुका था और पूरी तरह से पसीने से लथपथ हो चुका था... फ़िर कुछ देर बाद जब मुझे विश्वास हो गया की नाग देवता पेड़ से नीचे उतर चुके हैं, तो मौका पा कर मैं भी नीचे उतर गया। घने कोहरे में कुछ भी नहीं दिख रहा था आस पास , बस पेड़ के आस पास सब कुछ दिख रहा था साफ़ चमकता हुआ क्यूंकि पेड़ में नमी आ चुकी थी... 

मेरा सांप की दहाशत के कारण इतना पसीना बह चुका था कि पेशाब पूरी तरह से बन्द हो चुकी थी और नीचे उतर कर मैंने मुकाबला करने का मन बना लिया था... वेे चोर मुझे स्टोर के आस पास तलाश रहे थे... पर मैं जंगल के क्षेत्र में था और जंगली बेर की झाड़ियों से होता हुआ स्टोर के निकट पहुंच गया। हाथ में कुल्हाड़ी और पैंट की बेल्ट में दबे दो नान चाकू लेकर मैं उनका मुकाबला करने के लिए आगे बढ़ा... 

"करो या मरो... करो या मरो, करो या मरो," ये मेरे दिमाग़ में बार बार घूम रहा था । मैंने ख़ुद की अंतरात्मा को मजबूत बना लिया था की तभी अचानक सामने से परछाईं मेरी ओर आते हुए दिखाई दी... मैंने  ख़ुद को झुकाया और उसके उसके पैरों पर उल्टी कुल्हाड़ी से वार किया, पर वो मेरे सिर के ऊपर से होते हुए बेर की झाड़ियों पर गिरा , जो संभवतः उसने देखी नहीं होगी।

" आ ss आ ss ह... हा ss य ss य," उस बेचारे चोर की दर्दनाक पुकार चारों ओर गूंज गई क्यूंकि अब मेन ऑफिस एरिया के नज़दीक पहुंच चुके थे... मैंने वहां एक पल के लिए भी रुकना मुनासिब नहीं समझा और फ़ौरन वहां से निकल गया। 

उस चोर की दर्दनाक चीख सुनकर उसके साथी भागते हुए उस ओर पहुंचे, मैं अब तक स्टोर के शटर तक पहुंच चुका था, मैंने दोनों लॉक चेक किए और आगे बढ़ा। 

जंगल से बाहर निकल कर अब मैं खुले मैदान में था... कोहरा अब भी उतना ही घना था और ठंड भी अपना कहर ठाए हुए थी, बस मुझे ही ठंड का अहसास नहीं हो रहा था क्यूंकि उस रात भागा दौड़ी ज्यादा हो गई थी।

मैंने ऑफिस के नज़दीक और अपने कॉटेज के आस पास चेक किया , पर किसी का नामो निशान नहीं मिल रहा था... मैं ये देख कर थोड़ा सोच में पड़ गया की आख़िर इतनी जल्दी सब कैसे गायब हो गए... तभी अचानक आगे बढ़ते हुए घने कोहरे में मैं किसी चीज़ से टकरा कर नीचे लड़खड़ा गया... मैंने अपने ठोकर लगने का कारण ढूंढा तो पाया कि वो वही चोर था जिसे मैंने स्टोर के पीछे कुल्हाड़ी के वार से बेहोश किया था। 

मैं खुद को आगे बढ़ने का निर्देश दिया और अपने हथियार चेक किए तो पाया की सब कुछ अपनी पर मौजूद है... अब मैं फ़िर से एक बार आगे की ओर बढ़ने लगा , लेकिन इस बार पहले से ज़्यादा सतर्क था क्यूंकि मुझे पता चल चुका था कि वे चोर कहीं आस पास ही मौजूद होंगे... 

" पी ss ईं ss ईं ss ईं ss ईं ss ईं ss ईं ss ईं ss ईं ss ईं... पी ss ईं ss ईं ss ईं ss ईं ss ईं ss ईं ss ईं ss ईं," तभी अचानक एक बार फ़िर से इएमसी की फैक्ट्री से सिक्युरिटी गार्ड के व्हिसिल की आवाज़ सुनाई पड़ती है, जिसे सुनकर ये समझ में आ गया था कि वो अब तक उन क्षेत्रों में पहुंच चुका है, जहां आज सोलर प्लांट बन चुका है  जंगल के पेड़ पौधों को काटकर।  

" धाप ss धप ss धप ss धप ss धप ss धप ss धप... धाप ss धप ss धप ss धप ss धप ss धप ss धप," तभी अचानक किसी के क़दमों की आहट सुनाई पड़ती है  और मेरा ध्यान उस ओर जाता है।

" य ss ये तो किसी के दौड़ लगाने की ध्वनि है... लागत है कोई आस पास ही है... अब तक इन कटीले बेरों का इलाका ख़त्म नहीं हुआ है... लगता है फैक्ट्री के गेट के पास कोई है , क्यूंकि 200 वॉट के बल्ब वाले एरिआ में  कुछ हलचल दिख रही है... चलकर देखता हूं कि क्या चल रहा है," मैंने किसी के दौड़ लगाने आवाज़ सुनते ही ख़ुद से बातें करते हुए कहा... सामने लगे पोल पर 200 वॉट का बल्ब रौशनी कर रहा था और उसकी रौशनी में कुछ परछाइयां दिखाईं पड़ रहीं थीं... 

मैं सीधा उसी दिशा में आगे बढ़ने लगा और इस बात का पूरा ध्यान रखा था कि मैं किसी की नजर में न आऊं... फैक्ट्री के बाहर ही मिर्ज़ापुर इलाहाबाद हाई वे रोड स्थित है, जो रात भर चलती रहती है और ट्रक या ट्रेलर क्रॉस करते रहते हैं... उस रात भी ट्रक और ट्रेलर हमेशा की तरह क्रॉस कर रहे थे... 
कभी कभी टायर ब्लास्ट होने की आवाज़ से पूरा इलाका गूंज उठता है... और अक्सर ट्रेलर या ट्रक उस इलाके में रुक भी जाते हैं क्यूंकि आस पास मोटर रिपेयरिंग वर्क शॉप मौजूद हैं, उस रात भी कुछ गाडियां रुकी हुईं थीं... उन्हीं में से एक ट्रक गेट के बाईं ओर खड़ा किया गया था जिस पर अब तक मेरा ध्यान नहीं गया था...
TO BE CONTINUED...
©IVANMAXIMUSEDWIN.


20
Articles
दहशत की रात...
5.0
एक सत्य कथा... आज मैं आपको एक सच्ची घटना पर आधारित कहानी सुनाने जा रहा हूं... एक ऐसी घटना जो किसी भी आम इन्सान के साथ घटित हो तो उसे पूरी तरह से दहशत से भर देती है... ऐसी ही एक घटना मेरे साथ घटित ...
1

भूखे लकड़बग्घे...

18 May 2023
8
1
0

आज मैं आपको एक सच्ची घटना पर आधारित कहानी सुनाने जा रहा हूं... एक ऐसी घटना जो किसी भी आम इन्सान के साथ घटित हो तो उसे पूरी तरह से दहशत से भर देती है... ऐसी ही एक घटना मेरे साथ घटित हुई थी जब मैं अपनी

2

भूखे लकड़बग्घे- 2

18 May 2023
4
1
0

"अब क्या होगा... क्या करूं , इनका अकेले मुक़ाबला करना सही रहेगा या इनके वार का इंतज़ार करूं .... बहुत जल्द ही ये और नज़दीक आ जाएंगे ... मेरे पास तो एक ही कुल्हाड़ी है," ये सारी बातें मेरे दिमाग़ में च

3

वो सर्द रात...

18 May 2023
3
1
0

पहली बार खट खुट की कुछ आवाज़ें सुनकर मैंने नज़र अंदाज़ कर दिया पर उस सर्द कोहरे की रात को अचानक ही फिर से मुझे वही आवाज़ सुनाई दी , जब मैं आग के पास फैक्ट्री के शेड में बैठ मोबाइल में बाउंस नामक वीडिय

4

वो सर्द रात- 2

18 May 2023
3
1
0

मैं धीरे धीरे कंस्ट्रक्शन साइट के अंत तक पहुंच रहा था कि तभी अचानक घने कोहरे के पर्दे को तेज़ी से चीरता हुआ एक अजनबी साया मुझसे कुछ दूरी पर दाएं से बाएं हाथ की ओर दौड़ लगाता है, जिस ओर डिविजन स्टोर मौ

5

वो सर्द रात- 3

18 May 2023
3
1
0

" जल्दी करा हो... जल्दी करा," मेरे नज़दीक पहुंचते ही फैक्ट्री में मौजूद चोरों के दल में से एक ने अपने साथियों को निर्देश देते हुए कहा , उन्हें मेरी मौजूदगी का अहसास बिलकुल भी नहीं था ... जल्द ही मैं फ

6

वो सर्द रात- 4

18 May 2023
1
1
0

19 दिसम्बर की रात को मेरी खाकी वर्दी का इम्तिहान था जो मुझे पुलिस विभाग के चरित्र प्रमाण पत्र बनने के बाद बिजली विभाग द्वारा अलॉट की गई थी , नैनी इलाहाबाद में क़दम रखने से पहले ताकि मैं चोरों का मुकाब

7

वो सर्द रात- 5

18 May 2023
1
1
0

" फुस्स ss फुस्स ss स ss स... फुस्स ss स ss स... फुस्स ss स ss स ss स," आखिरकार फुसफुसा कर नाग देवता मेरे बाएं कंधे से मुझे सूंघते हुए नीचे उतर ही रहे थे मेरे पैरों से होते हुए की तभी अचानक..." कोनो ब

8

वो सर्द रात- 6

18 May 2023
0
0
0

"ओ ss ह... तो पूरा गिरोह मौजूद है... आज तो एक नहीं कई मुसीबत एक साथ पधार गई है... कुछ तो करना ही पड़ेगा इन्हें रोकने के लिए , नहीं तो एक साथ इनका मुकाबला करना पड़ेगा... ट्रक में भी तीन चार लोग दि

9

वो सर्द रात- 7

18 May 2023
0
0
0

" सुबह के ढाई बज रहे हैं और रौशनी होने में भी अभी काफ़ी समय है... मुझे कुछ न कुछ करना ही पड़ेगा वर्ना एेसे छुप कर कभी भी पकड़ा जा सकता हूं... चलो कम से कम पांच मिनट तक तमाशा देखता हूं उसके बाद निकल कर

10

वो सर्द रात- 8

18 May 2023
0
0
0

" मैं यहां ज़्यादा देर तक नहीं रुक सकता हूं... आस पास कोहरा इतना ज़्यादा है कि कुछ भी नज़र नहीं आ रहा है... हो सकता है कि नीचे उतरते ही पकड़ा जाऊं, कोहरे के कारण कुछ भी नहीं दिख रहा है, पेड़ के

11

वो सर्द रात- 9

18 May 2023
0
0
0

अगर अवैध बिजली कटौती न करवाई गई होती ऑक्टोबर 2005 को मेरी तनख्वाह से, तो अब तक मैं चन्दौली जिले में स्थित व्यास नगर कॉलोनी में विभागीय आवास ले चुका होता, क्यूंकि मेरा सब डिविजन ऑफिस वहीं पर स्थित था..

12

वो सर्द रात- 10

18 May 2023
0
0
0

मैं कंस्ट्रक्शन साइट के नज़दीक स्थित 9.0 मी पोल के क्योरिग टैंक की आड़ में जा छुपा था... पीठ में घुसे बेर की डाल के कारण असहनीय पीड़ा उठ रही थी , मुझे किसी भी हालत में उस मोटी डाल के टुकड़े को अपनी पी

13

वो सर्द रात- 11

18 May 2023
0
0
0

अपने स्वेटर की आस्तीनो को ऊपर कर मैं अपने दाएं हाथ में कुल्हाड़ी पकड़े, जिसकी धार पर उन चोरों के लीडर की गर्दन टिकी थी तथा अपने बाएं हाथ से उसे गर्दन से दबोचे हुए , मैं मेन गेट की दिशा में बढ़ रहा था

14

वो सर्द रात- 12

18 May 2023
0
0
0

" ई ससुरा के अच्छे से सबक सिखाई के पड़ी ... कस के पकड़ा हो शम्भु, आज ई के पता चली कि हम पचे से टकराए का अंजाम का होवत हई," उन चोरों के लीडर ने अपने साथी को आदेश देते हुए कहा। " जाए द... ज्यादा बक

15

वो सर्द रात- 13

18 May 2023
0
0
0

" आ ss ह... कुछ भी हो मुझे अपने हाथों से बह रहे ख़ून को किसी भी हालत में रोकना पड़ेगा... बहुत गहरा घाव कर दिया है , सर्दी के कारण चोट लगने पर और भी अधिक दर्द होता है , हथेली तो बिलकुल चिपचिपी पड़ चुकी

16

वो सर्द रात- 14

18 May 2023
0
0
0

" सन न न न... स ss टा ss क... आ ss ह," घने कोहरे का फ़ायदा उठा कर मैंने एक और चोर को अपना शिकार बनाया, नान चाकू को तेज़ी से घुमाते हुए कोहरे के बादलों को काटते हुए सीधा उस चोर की खोपड़ी पर प्रहार किया

17

जुगाड़...

18 May 2023
0
0
0

" देख ला... हम पचे पहले ही कहत रहे कि चला ईहां से... का मतबल हुआ रुके का... पर तोहार समझ में नईखे आवत बाटे, अभिनों हमरी बात माना और इहां से निकल चला... नहीं तो ऊ ससुरा किसी को न छोड़ी," अपने साथी को म

18

जुगाड़- 2

18 May 2023
0
0
0

घने कोहरे में , हल्की रोशनी के सहारे मैं धीरे धीरे मेन गेट की दिशा में आगे बढ़ रहा था कि तभी अचानक मेरे मन में एक विचार उठा..." क्या मेरा मेन गेट खोलना उचित रहेगा... इन चोरों के दल पर इस तरह से भरोसा

19

जुगाड़ फेल...

18 May 2023
0
0
0

" उन नशेड़ी चोरों का दल मेरी तरफ़ ही बढ़ रहा है... आ ss ह... मेरा सिर बुरी तरह से घूम रहा है, मुझे इनसे बहुत तोल मोल के बात करनी पड़ेगी, वर्ना बोलने से मेरी सांसों का बंधन टूटेगा और मेरा ख़ून तेज़ी से

20

जुगाड़ फेल ख़त्म खेल...

18 May 2023
0
0
0

" ख ss टा ss क... या ss अा ss ह," मेरे दाएं हाथ पर खड़े आदमी के हरक़त में आते ही मैंने उल्टी कुल्हाड़ी का ज़ोरदार प्रहार , उसकी खोपड़ी पर जड़ दिया , ठीक उसकी बाईं आंख के नज़दीक... प्रहार इतना ज़

---