Meaning of जाल में फंसाना in English
- To bind or encircle with lace, or as with lace; to lace; to encircle; to enfold; hence, to entangle.
- of Inlace
- To work in, as lace; to embellish with work resembling lace; also, to lace or enlace.
Meaning of जाल में फंसाना in English
English usage of जाल में फंसाना
Synonyms of ‘जाल में फंसाना’
Antonyms of ‘जाल में फंसाना’
Articles Related to ‘जाल में फंसाना’
- आसान किस्तों पे लोन...
- मुर्दों की आवाज़...
- मिलन की घड़ी...
- विशेष दिवस
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- सखा
- श्री राम
- रंगभूमि
- अभ्यास और रटने का सटिक मंत्र
- लेखक परिचय
- वो सर्द रात- 4
- कहानी अभ्यास
- प्रेम एक संघर्ष
- बिहार का गौरवशाली इतिहास
- blessings
- आशिकी
- धाराओं में बदलाव
- पल्लू में बंधे पत्थर
- दोहे
- वो एक गुलाबजामुन की कसक -42 वर्षों से
- Ek Ladki Ki Kahani
- भारत में डाक टिकट
- दिल्ली एमसीडी चुनाव: राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा
- महामारी
- Muskil Ishq
- तुम्हारी आँख में ठहरा हुआ हूँ
- धार्मिक अज्ञान
- लौह पुरुष
- दूरियों का खूंटा
- बोगेनविलिया
- बलिदानी सिपाही
- कृष्ण छवि
- चले आओ
- मिज़ाज़
- गुरु शिष्य
- Thou First Step (Rigveda 1. 1. 3)
- त्रासदी
- दोहे- दर्शन
- वो सर्द रात...
- एक कप चाय
- क्षितिज क्षितिज ही रहेगा
- दैनिक न्यूज
- बेटियाँ
- तुम्हें तो बस
- वीर अभिमन्यु वध
- त्रासदी
- नीम
- '"' सुझाव किचन से 🫕
- कुछ तो है
- समझ
- अपनी पतंग कट गई !
- माँ शारदे
- Shri Ram
- याद
- मन में जैसा घटेगा
- दीपावली की लोककथा
- भारत में केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 1
- यही सच है
- प्यार के प्रकार
- सुनो
- मत कहो
- #कर्म और भाग्य --
- अभी अभी
- आलस्य हमारे शरीर में विराजमान एक महा शत्रु है
- भूखे लकड़बग्घे- 2
- गुरु
- रात अमावस की काली
- कुछ ग़ज़ल सी
- मोक्ष
- शहर
- मोहब्बत
- Nikhar rahe hai
- महाशिवरात्रि
- "ऑस्ट्रेलिया में भारतीय शैक्षिक डिग्री को मान्यता देने की जटिलताओं को नेविगेट करना"
- आजादी अबहूँ दूर
- truth ( Ridveda 1. 1. 8 )
- "भाषाई विविधता का संरक्षण: अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का महत्व"
- never forget the wellwishers
- Evaluate to vote
- जीवन
- "अद्वितीय परिप्रेक्ष्य: अपने तरीके से परिवर्तन नेविगेट करना"
- अनोखा रिश्ता
- भाग-4 "जानती थी वो "
- #डिजिटलीकरण---
- रंगभूमि
- तुम लाख छुपाओ बात मगर
- तुम्हारी जुल्फ़ों के साए से भी न जाने क्यों डर सा लग रहा है
- Love shayari..
- #659 Ekantik Vartalaap & Darshan/ 06-09-2024/ Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj
- उसकी अदा
- वो सर्द रात- 3
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
- दीप तो जल गए
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- वो 5 साल की बच्ची का बाल सुलभ दुस्साहस
- आशा
- चम्मच
- साथ दो कदम
Browse Other Words By Clicking On Letters