Meaning of आज काल का in English
- Of this day; belonging to the present day.
Meaning of आज काल का in English
English usage of आज काल का
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चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
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- #lyrics #bhojpuri राउर मुह फेरल अईसे...
मंगिया सेनुरा सजवनी रउआ, लिहनी हमके अपनाई,
सात फेरा के सातों वचनिया, सईया जी निभायी ।.. २
ए हो सवरिया, फेरs ना नजरिया... २
ना तs नैना नीर बहादि....
राउर मुह फेरल अईसे, हमके जीते जी मुआदि... ..
नाया नौहर बानी हम, कमे बा उमीरिया,
जिनीगिया के जनी उलझावs ,
ए पिया हो.. अइसे जनी हमके बिलगावs...... ।
एको दिन ना बितल सईया,हs आज सुहाग के रतिया,
अईसे ना मुह तु घुमावs,
ए पिया हो.. हमारा के जनी तु सातावs.. ।
कवने कसुरवा ,होई गईले हमसे... २
साफ साफ हमके बातादी....
राउर मुह फेरल अईसे, हमके जीते जी मुआदि.....
सेज सजा के ,बईठल बानी कबसे, देखीं हम तोहरी रहतिया,
ए पिया हो ..करीं तोहसे प्रीत के बतिया,
चाँद जस चेहरा बा, रतिया के पहरा राजा,
एक बेरी देखs ना सुरतिया,
ए पिया हो...तनिका उठावs ना घुँघटिया.....
अठरह बरष के,सचल ई शरीरिया.. २
आजु प्रीत के रंग बरसादि...
राउर रुसल अईसे, हमके जीते जी मुआदि.....
ई कईसन समईया आजु , सोझा हमारा आईल बा,
कईसे तु लेबs आपनाई,
ए पिया हो,. कईसे के तोहे हम मनाई,
सोचल सपानावा जदि, पुरा नाही होईहे,
कईसे के जिनगी बितायीब,
ए पिया हो..अगिया जवानी के कइसे बुझाईब,
रचित सवरिया, भरs अकवरिया.. २
बितल बतिया सगरी भुलादि....
राउर मुह फेरल अईसे, हमके जीते जी मुआदि....
✍️ Author Munna Prajapati
#post #PostViral #writing #virals #life #love #imotional #writer #songwriter #songlyrics #song #pawansingh_singer #singer #chalange
नोट :- यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें है परंतु हमारी अनुमति लेकर । हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद 🙏 , ऑथोर मुन्ना प्रजापति
- Saccha Prem
- कलयुग में रामराज्य की कल्पना।(@दैनिक)
- शीर्षक: आज का व्यापारिक प्रेम 🙏✍️#post #painting #poetry #writing by Munna prajapati, fallow for more Author :- "Meri Lekhani"
- आइए हम जीवन को आसान बनाएं,
कोई भी इस दुनिया से जिंदा नहीं निकलेगा। जिस जमीन के लिए आप लड़ रहे हैं और मारने को तैयार हैं, उस जमीन को कोई छोड़ गया है, वह मर चुका है, सड़ा हुआ है, और भुला दिया गया है। तुम्हारा भी यही हाल होगा। आने वाले 150 वर्षों में, आज हम जिन वाहनों या फोनों का इस्तेमाल अपनी शेखी बघारने के लिए कर रहे हैं, उनमें से कोई भी सदैव का साथी नहीं होगा। बीको, जीवन को आसान बनाओ । बहोत खुशी होती है मन को किसी को वास्तव में खुश करने मे, करके तो देखो ।
प्रेम को आगे बढ़ने दो। आइए एक दूसरे के लिए वास्तव में खुश रहें। कोई द्वेष नहीं, कोई चुगली नहीं। कोई ईर्ष्या नहीं। कोई तुलना नहीं। जीवन कोई प्रतियोगिता नहीं है। यह हमारा सौभाग्य है जो मनुष्य का तन मिला है । दिन के अंत में, हम सभी दूसरी तरफ पारगमन करेंगे। यह सिर्फ एक सवाल है कि वहां पहले कौन पहुंचता है, लेकिन निश्चित रूप से हम सभी किसी दिन वहां जाएंगे।
ये जीवन तो बिल्कुल सरल है, इसे दुखी और कठिन हम खुद ही बना देते हैं अन्य लोगों से तुलनात्मक भाव रखकर, इर्ष्या करके । हम क्यूँ दुखी होते हैं किसी की खुशी को लेकर , किसी को सफल देखकर! लेकिन नहीं...
जिस प्रेम से हमारा जन्म हुआ है हम उसी के दुश्मन हैं । बदलो खुद को दुनिया खुद ब खुद बदल जायेगी । ये संसार तो हम ही से है । जो रवैया अभी है यदि ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन सर्वनाश निश्चित है । समझो ना,,तुम्हे तो उपर वाले ने सोचने समझने की शक्ति तो दी है । यहाँ अत्यधिक लोग अपनी ऊर्जा का उपयोग किसी दूसरे को मिटाने मे कर रहें हैं । ऊर्जा सही दिशा में लगाओ । जरा सोचो हमारे देश में 140 करोड़ लोग हैं, यदि सभी लोग एक दिशा में चलें तो हम कहा पहुँच सकतें हैं..... सोचो और चलो..... ।
~ Author Munna Prajapati
- गुज़रा ज़माना
- किरदार
- आज कल न इस जगत में सब कुछ उल्टा हो रहा है /-
कोई नीति जब बनती है तो लगता है की यह सही है, हितकर है परंतु कुछ समय बाद पता चलता है की उस पर लागू नहीं होती जिसने उसे बनाया है । तो फिर.... 🥺
नदियों को माता कहा जाता है और देखें तो औसत रूप से नदियों को गंदा और दूषित करने मे हमारा ही हाथ है । तो फिर... 🥺
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प्रेम प्राकृतिक है । यही सृष्टि का एक मात्र आधार है । यह समाप्त हो गया अगर तो हमारा अस्तित्व समाप्त हो जायेगा । मोहब्बत करो और करने दो एक दूसरे से , मगर ...
तुम तो नफ़रत दिलों में पाल रहे हो । तो फिर.... 🥺
संत ने कहा, यह दुनिया मोह माया से घिरी हुयी है । दूर निकलो इन भावनाओं से, और तुम निकल गए । क्यूँ नही सोचा उसके बारे में, जिसने तुम्हे जन्म दिया और इस सोच के काबिल बनाया । वह स्त्री जिसको तुमने व्याह कर लाया । वह शिशु जो तुम्हारे नाम से इस धरा पर आया । तो फिर..... 🥺
✍️ Author Munna Prajapati #PostViral #post #realtalk #reallife #thoughts #writer #india #culture
- धर्म का गीत
- आशा की मुस्कान
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