Meaning of असंबद्ध या असंलग्न रूप में in English
- The quality or state of being incoherent; want of coherence; want of cohesion or adherence.
- Want of connection; incongruity; inconsistency; want of agreement or dependence of one part on another; as, the incoherence of arguments, facts, etc.
- That which is incoherent.
Meaning of असंबद्ध या असंलग्न रूप में in English
English usage of असंबद्ध या असंलग्न रूप में
Synonyms of ‘असंबद्ध या असंलग्न रूप में’
Antonyms of ‘असंबद्ध या असंलग्न रूप में’
Articles Related to ‘असंबद्ध या असंलग्न रूप में’
- मुर्दों की आवाज़...
- आसान किस्तों पे लोन...
- मिलन की घड़ी...
- विशेष दिवस
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- सखा
- श्री राम
- चले आओ
- लेखक परिचय
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 2
- दूरियों का खूंटा
- #कर्म और भाग्य --
- मोक्ष
- कुछ ग़ज़ल सी
- दोहे
- Evaluate to vote
- मन में जैसा घटेगा
- #डिजिटलीकरण---
- वीर अभिमन्यु वध
- एक कप चाय
- कुछ तो है
- भारत में डाक टिकट
- हैप्पी लोहडी
- दिल्ली एमसीडी चुनाव: राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 1
- धार्मिक अज्ञान
- यही सच है
- कहानी अभ्यास
- मत कहो
- गुरु
- प्रेम एक संघर्ष
- अभ्यास और रटने का सटिक मंत्र
- रात अमावस की काली
- truth ( Ridveda 1. 1. 8 )
- आशिकी
- जीवन
- never forget the wellwishers
- वो सर्द रात...
- वो एक गुलाबजामुन की कसक -42 वर्षों से
- तुम लाख छुपाओ बात मगर
- "अद्वितीय परिप्रेक्ष्य: अपने तरीके से परिवर्तन नेविगेट करना"
- भारत में केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस
- तुम्हारी आँख में ठहरा हुआ हूँ
- महामारी
- Love shayari..
- Muskil Ishq
- समझ
- त्रासदी
- अपनी पतंग कट गई !
- #659 Ekantik Vartalaap & Darshan/ 06-09-2024/ Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj
- तुम्हें तो बस
- '"' सुझाव किचन से 🫕
- माँ शारदे
- याद
- मोहब्बत
- Shri Ram
- प्यार के प्रकार
- अभी अभी
- वो सर्द रात- 4
- शहर
- लौह पुरुष
- सुनो
- रंगभूमि
- तुम्हारी जुल्फ़ों के साए से भी न जाने क्यों डर सा लग रहा है
- बलिदानी सिपाही
- बोगेनविलिया
- बिहार का गौरवशाली इतिहास
- भूखे लकड़बग्घे- 2
- दीपावली की लोककथा
- कृष्ण छवि
- क्षितिज क्षितिज ही रहेगा
- आशा
- गुरु शिष्य
- मिज़ाज़
- त्रासदी
- आजादी अबहूँ दूर
- blessings
- Thou First Step (Rigveda 1. 1. 3)
- भाग-4 "जानती थी वो "
- "भाषाई विविधता का संरक्षण: अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का महत्व"
- चम्मच
- Nikhar rahe hai
- "ऑस्ट्रेलिया में भारतीय शैक्षिक डिग्री को मान्यता देने की जटिलताओं को नेविगेट करना"
- दोहे- दर्शन
- रंगभूमि
- अनोखा रिश्ता
- Ek Ladki Ki Kahani
- वो 5 साल की बच्ची का बाल सुलभ दुस्साहस
- उसकी अदा
- बेटियाँ
- दैनिक न्यूज
- दीप तो जल गए
- साथ दो कदम
- धाराओं में बदलाव
- 😭पिताजी की कमी,😭
- ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
- वो सर्द रात- 3
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- महाशिवरात्रि
Browse Other Words By Clicking On Letters