Meaning of विशेषणात्मक रूप से in English
- In the manner of an adjective; as, a word used adjectively.
Meaning of विशेषणात्मक रूप से in English
English usage of विशेषणात्मक रूप से
Synonyms of ‘विशेषणात्मक रूप से’
Antonyms of ‘विशेषणात्मक रूप से’
Articles Related to ‘विशेषणात्मक रूप से’
- मौत की दुआ...
- विशेष दिवस
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- गेम ओवर...
- हर रातों को पूनम कह दूँ
- कहां गई मां मुझे छोड़ कर?
- truth ( Ridveda 1. 1. 8 )
- बलिदानी सिपाही
- The great inner witness (Rigveda 1. 1. 6)
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
- आप सब को नवरात्र शुभकामनाएं
- ये इश्क़ नहीं आसान
- वो सर्द रात- 3
- बोगेनविलिया
- '"' सुझाव किचन से 🫕
- || गज़ल ||
- नव धारायें
- हमारा दिल
- अनुभव
- किसी का दिल मत तोड़ना
- never forget the wellwishers
- वो सर्द रात- 5
- “जानती थी वो”
- खुद से मिल
- मैं पुरखों के घर आया था
- "अद्वितीय परिप्रेक्ष्य: अपने तरीके से परिवर्तन नेविगेट करना"
- वो एक गुलाबजामुन की कसक -42 वर्षों से
- तुम्हारी जुल्फ़ों के साए से भी न जाने क्यों डर सा लग रहा है
- धार्मिक अज्ञान
- बेटे:- पिता के राजकुमार
- #कर्म और भाग्य --
- आम राजा
- #डिजिटलीकरण---
- जता दीजिये
- Love shayari..
- भाग्य से कर्म तक
- काश हम बच्चे ही रहते कवि: निशांत कुमार
- शांत और ठण्डी राख़ - दिनकर से प्रेरित रचना
- नवीन धाराओं का सृजन
- दिल
- Nikhar rahe hai
- भूखे लकड़बग्घे...
- "'"🧑🍳 मूंग दाल के चिले की सब्जी ""🫕
- ancestors' house
- बेफिक्री
- वो सर्द रात- 2
- जंजीरें
- अपनी बातों को ही मनवाया करता हूँ
- Ek Ladki Ki Kahani
- जीवन
- कैसा दौर
- सैलानियों का स्वर्ग काश्मीर
- शायरी
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- "श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव" {००}
- बिंदी
- माँ
- किस्मत
- अभी अभी
- माँ शारदे
- आत्मा
- चम्मच
- दूरियों का खूंटा
- टूट गई एक कली
- कहानी अभ्यास
- ज़िक्र दिल - ए -हाल
- Shri Ram
- वो सर्द रात- 4
- प्रकृति और तुम
- विश्वामित्र-मेनका
- तुम्हारी आँख में ठहरा हुआ हूँ
- प्रयास
- कुछ ग़ज़ल सी
- दीपावली की लोककथा
- अनादि
- क्या आप भी क्लियर करेंगे एग्जाम
- #659 Ekantik Vartalaap & Darshan/ 06-09-2024/ Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj
- कितनी मासूम होती है बेटियां
- हिम्मत
- इतना खाली है दिल मेरा
- Mother and father and daughter realtionship video
- महामारी
- दिल्ली एमसीडी चुनाव: राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा
- महाशिवरात्रि
- नाम,दाम,मुकाम,परिणाम सब काम से ही मिलते है
- Generation
- आशिकी
- वो सर्द रात...
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 1
- मेरी प्यारी संजना
- आज भी ऐसा होता हैं!
- अजनबी
- जीवन की गति
- वो 5 साल की बच्ची का बाल सुलभ दुस्साहस
- Futuristic
- #अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस---
- नींद और ख्वाब
- Hindi diwas
- सौगंध से अंजाम तक
Browse Other Words By Clicking On Letters