Meaning of एक-दूसरे के स्थाप पर जाने की क्रिया in English
- Reciprocal migration; interchange of dwelling place by migration.
Meaning of एक-दूसरे के स्थाप पर जाने की क्रिया in English
English usage of एक-दूसरे के स्थाप पर जाने की क्रिया
Synonyms of ‘एक-दूसरे के स्थाप पर जाने की क्रिया’
Antonyms of ‘एक-दूसरे के स्थाप पर जाने की क्रिया’
Articles Related to ‘एक-दूसरे के स्थाप पर जाने की क्रिया’
- आसान किस्तों पे लोन...
- मुर्दों की आवाज़...
- कड़कती बिजलियां...
- रूहों का मेला...
- उफ़ बेचारा...
- मौत की दुआ...
- मिलन की घड़ी...
- विशेष दिवस
- राधे कृष्ण
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- हर रातों को पूनम कह दूँ
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- गेम ओवर...
- कहां गई मां मुझे छोड़ कर?
- हारे हुए को और क्या हरा ओगे
- श्री राम
- कविता। "नन्नू के कक्का"
- वो सर्द रात- 4
- Muskil Ishq
- Futuristic
- त्रिया चरित्र की प्रिया।।
- रात अमावस की काली
- एयर इंडिया की एयरबस के साथ डील
- एक दिन दिवाली,साल भर जेब खाली
- सरकारी नौकरी
- मैं पुरखों के घर आया था
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 2
- कारगिल युद्ध के दौरान लिखी मेरी कविता
- जंजीरें
- सत्य होता सामने
- याद
- रेलयात्रा
- कोयल की उड़ान मधुर आवाज कवि: निशांत कुमार
- घड़ी की सुइयां
- तलाश
- दिल्ली एमसीडी चुनाव: राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा
- क्या आप भी क्लियर करेंगे एग्जाम
- एक कप चाय
- भााग- 2 "जानती थी वो”
- शातिर दुनिया
- हैप्पी लोहडी
- मत कहो
- वो सर्द रात- 3
- गरम चाय की प्याली
- अक्षय आणि जादूचा दगड
- लौह पुरुष
- शतरंज की बिसात
- प्रेम एक संघर्ष
- टूट गई एक कली
- खुद से मिल
- छोर
- "ऑस्ट्रेलिया में भारतीय शैक्षिक डिग्री को मान्यता देने की जटिलताओं को नेविगेट करना"
- अभ्यास और रटने का सटिक मंत्र
- "श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव। "{1}
- अनुभव
- बिंदी
- धूप की उम्मीद कुछ कम सी है
- वो सर्द रात...
- जीवन
- मोहब्बत
- छलिया है मन
- बिहार का गौरवशाली इतिहास
- अनादि
- तिजारत
- “जानती थी वो”
- रंगभूमि
- "श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव" {००}
- #अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस---
- भारत में केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस
- "अद्वितीय परिप्रेक्ष्य: अपने तरीके से परिवर्तन नेविगेट करना"
- Omnipresent (Rigveda 1. 1. 7)
- मेरी प्यारी संजना
- दीपावली की लोककथा
- वो 5 साल की बच्ची का बाल सुलभ दुस्साहस
- रत जगे
- वो एक गुलाबजामुन की कसक -42 वर्षों से
- जीवन की दिशा
- जीवन की गति
- "'"🧑🍳 मूंग दाल के चिले की सब्जी ""🫕
- वो सर्द रात- 2
- हकीकत
- आत्मा
- रंगभूमि
- ancestors' house
- जिंदगी मेरी कहानी
- Episode 2
- भूखे लकड़बग्घे- 2
- #कर्म और भाग्य --
- दुश्वारियां भली
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
- बेटियाँ
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- कुछ ग़ज़ल सी
- रहस्यमय द्वीप भाग 1
- 😭पिताजी की कमी,😭
- आप सब को नवरात्र शुभकामनाएं
- Ek Ladki Ki Kahani
- "आलिंगन परिवर्तन: व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास की कुंजी"
- जता दीजिये
- गुरु शिष्य
Browse Other Words By Clicking On Letters