Meaning of अंत में in English
- In an eventual manner; finally; ultimately.
- As a final consequence; at last; in the end; as, afflictions often tend to correct immoral habits, and ultimately prove blessings.
Meaning of अंत में in English
Articles Related to ‘अंत में’
- आसान किस्तों पे लोन...
- मिलन की घड़ी...
- मुर्दों की आवाज़...
- विशेष दिवस
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- सखा
- श्री राम
- रंगभूमि
- अभ्यास और रटने का सटिक मंत्र
- लेखक परिचय
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 1
- कहानी अभ्यास
- प्रेम एक संघर्ष
- बिहार का गौरवशाली इतिहास
- Thou First Step (Rigveda 1. 1. 3)
- धाराओं में बदलाव
- जीवन
- वो एक गुलाबजामुन की कसक -42 वर्षों से
- दोहे
- रंगभूमि
- तुम लाख छुपाओ बात मगर
- कुछ तो है
- तुम्हें तो बस
- Muskil Ishq
- त्रासदी
- वो सर्द रात- 4
- दूरियों का खूंटा
- लौह पुरुष
- मत कहो
- "ऑस्ट्रेलिया में भारतीय शैक्षिक डिग्री को मान्यता देने की जटिलताओं को नेविगेट करना"
- बलिदानी सिपाही
- कृष्ण छवि
- चले आओ
- गुरु शिष्य
- truth ( Ridveda 1. 1. 8 )
- never forget the wellwishers
- आशिकी
- दोहे- दर्शन
- वो सर्द रात...
- Ek Ladki Ki Kahani
- क्षितिज क्षितिज ही रहेगा
- उसकी अदा
- दिल्ली एमसीडी चुनाव: राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा
- समझ
- #659 Ekantik Vartalaap & Darshan/ 06-09-2024/ Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj
- अपनी पतंग कट गई !
- पल्लू में बंधे पत्थर
- मन में जैसा घटेगा
- वो सर्द रात- 3
- '"' सुझाव किचन से 🫕
- माँ शारदे
- चम्मच
- Nikhar rahe hai
- Shri Ram
- दीपावली की लोककथा
- साथ दो कदम
- यही सच है
- धार्मिक अज्ञान
- भारत में डाक टिकट
- प्यार के प्रकार
- आलस्य हमारे शरीर में विराजमान एक महा शत्रु है
- सुनो
- #कर्म और भाग्य --
- अभी अभी
- बोगेनविलिया
- भूखे लकड़बग्घे- 2
- गुरु
- रात अमावस की काली
- कुछ ग़ज़ल सी
- मोक्ष
- शहर
- याद
- महाशिवरात्रि
- दीप तो जल गए
- मिज़ाज़
- आजादी अबहूँ दूर
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 2
- "भाषाई विविधता का संरक्षण: अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का महत्व"
- Evaluate to vote
- त्रासदी
- blessings
- "अद्वितीय परिप्रेक्ष्य: अपने तरीके से परिवर्तन नेविगेट करना"
- अनोखा रिश्ता
- भाग-4 "जानती थी वो "
- एक कप चाय
- #डिजिटलीकरण---
- भारत में केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस
- तुम्हारी जुल्फ़ों के साए से भी न जाने क्यों डर सा लग रहा है
- बेटियाँ
- दैनिक न्यूज
- महामारी
- Love shayari..
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- तुम्हारी आँख में ठहरा हुआ हूँ
- वो 5 साल की बच्ची का बाल सुलभ दुस्साहस
- आशा
- वीर अभिमन्यु वध
- मोहब्बत
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
Browse Other Words By Clicking On Letters