Meaning of समय की पाबंदी in English
- The quality or state of being punctual; especially, adherence to the exact time of an engagement; exactness.
Meaning of समय की पाबंदी in English
English usage of समय की पाबंदी
Synonyms of ‘समय की पाबंदी’
Antonyms of ‘समय की पाबंदी’
Articles Related to ‘समय की पाबंदी’
- मुर्दों की आवाज़...
- आसान किस्तों पे लोन...
- मौत की दुआ...
- कड़कती बिजलियां...
- रूहों का मेला...
- मिलन की घड़ी...
- विशेष दिवस
- कहां गई मां मुझे छोड़ कर?
- गेम ओवर...
- हर रातों को पूनम कह दूँ
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- हारे हुए को और क्या हरा ओगे
- भारत में डाक टिकट
- इसरो का आदित्य
- तुम्हारी आँख में ठहरा हुआ हूँ
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- प्रभु स्मरण
- अभ्यास और रटने का सटिक मंत्र
- वो 5 साल की बच्ची का बाल सुलभ दुस्साहस
- beware
- आजमाईश
- गरम चाय की प्याली
- कारगिल युद्ध के दौरान लिखी मेरी कविता
- मेरी प्यारी संजना
- शतरंज की बिसात
- रंगभूमि
- जंजीरें
- जीवन की दिशा
- बेटे:- पिता के राजकुमार
- बलिदानी सिपाही
- बोगेनविलिया
- वो एक गुलाबजामुन की कसक -42 वर्षों से
- जता दीजिये
- इंसानियत
- प्रेम एक संघर्ष
- Generation
- Evaluate to vote
- घड़ी की सुइयां
- no division
- “जानती थी वो”
- छलिया है मन
- दीपावली की लोककथा
- सैलानियों का स्वर्ग काश्मीर
- भारत में केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस
- सत्य होता सामने
- जीवन की गति
- Muskil Ishq
- वो सर्द रात- 4
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
- "ऑस्ट्रेलिया में भारतीय शैक्षिक डिग्री को मान्यता देने की जटिलताओं को नेविगेट करना"
- Futuristic
- तिजारत
- तलाश
- भााग- 2 "जानती थी वो”
- मोहब्बत
- अनुभव
- अनोखा रिश्ता
- #अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस---
- एक कप चाय
- #डिजिटलीकरण---
- जीवन
- आम राजा
- प्रकृति और तुम
- सौगंध से अंजाम तक
- ये इश्क़ नहीं आसान
- कुछ ग़ज़ल सी
- महाशिवरात्रि
- भारतीय हूं गर्व मुझे खुद पर 15 October 2021
- खुद से मिल
- रंगभूमि
- कहाँ छिपा है
- आत्मा
- अजीब प्रश्न
- शायरी
- Keep Secret
- "अद्वितीय परिप्रेक्ष्य: अपने तरीके से परिवर्तन नेविगेट करना"
- never trouble a poor
- blessings
- दुश्वारियां भली
- श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव। {2}
- सरकारी नौकरी
- Ek Ladki Ki Kahani
- रेलयात्रा
- वो सर्द रात...
- रत जगे
- 😭पिताजी की कमी,😭
- आप सब को नवरात्र शुभकामनाएं
- चम्मच
- बिहार का गौरवशाली इतिहास
- अनादि
- याद
- कोयल की उड़ान मधुर आवाज कवि: निशांत कुमार
- बेटियाँ
- "'"🧑🍳 मूंग दाल के चिले की सब्जी ""🫕
- "आलिंगन परिवर्तन: व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास की कुंजी"
- त्रिया चरित्र की प्रिया।।
- एयर इंडिया की एयरबस के साथ डील
- प्यार के प्रकार
- धार्मिक अज्ञान
Browse Other Words By Clicking On Letters