Meaning of मेहराबदार छत से युक्त क़ब्र in English
- A place where the bones of the dead are deposited; a charnel house.
Meaning of मेहराबदार छत से युक्त क़ब्र in English
English usage of मेहराबदार छत से युक्त क़ब्र
Synonyms of ‘मेहराबदार छत से युक्त क़ब्र’
Antonyms of ‘मेहराबदार छत से युक्त क़ब्र’
Articles Related to ‘मेहराबदार छत से युक्त क़ब्र’
- मौत की दुआ...
- विशेष दिवस
- गेम ओवर...
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- हर रातों को पूनम कह दूँ
- कहां गई मां मुझे छोड़ कर?
- ज़िक्र दिल - ए -हाल
- प्रकृति और तुम
- '"' सुझाव किचन से 🫕
- नव धारायें
- धार्मिक अज्ञान
- #डिजिटलीकरण---
- विश्वामित्र-मेनका
- आम राजा
- काश हम बच्चे ही रहते कवि: निशांत कुमार
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
- दिल्ली एमसीडी चुनाव: राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा
- दिल
- किसी का दिल मत तोड़ना
- जीवन
- अपनी पतंग कट गई !
- सौगंध से अंजाम तक
- वो सर्द रात- 2
- खुद से मिल
- Ek Ladki Ki Kahani
- किस्मत
- आप सब को नवरात्र शुभकामनाएं
- ये इश्क़ नहीं आसान
- चम्मच
- वो सर्द रात- 3
- बोगेनविलिया
- Nikhar rahe hai
- कहानी अभ्यास
- जता दीजिये
- Love shayari..
- हिम्मत
- कितनी मासूम होती है बेटियां
- हमारा दिल
- अनुभव
- Futuristic
- इतना खाली है दिल मेरा
- वो सर्द रात- 5
- “जानती थी वो”
- मैं पुरखों के घर आया था
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 1
- जंजीरें
- #अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस---
- अपनी बातों को ही मनवाया करता हूँ
- "श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव" {००}
- मेरी प्यारी संजना
- बिंदी
- शायरी
- माँ
- क्या आप भी क्लियर करेंगे एग्जाम
- कैसा दौर
- नींद और ख्वाब
- दूरियों का खूंटा
- अभी अभी
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- माँ शारदे
- आत्मा
- नाम,दाम,मुकाम,परिणाम सब काम से ही मिलते है
- वो सर्द रात- 4
- टूट गई एक कली
- Shri Ram
- #कर्म और भाग्य --
- "अद्वितीय परिप्रेक्ष्य: अपने तरीके से परिवर्तन नेविगेट करना"
- बेटे:- पिता के राजकुमार
- तुम्हारी आँख में ठहरा हुआ हूँ
- बलिदानी सिपाही
- वो एक गुलाबजामुन की कसक -42 वर्षों से
- प्रयास
- कुछ ग़ज़ल सी
- महाशिवरात्रि
- दीपावली की लोककथा
- Hindi diwas
- शांत और ठण्डी राख़ - दिनकर से प्रेरित रचना
- || गज़ल ||
- तुम्हारी जुल्फ़ों के साए से भी न जाने क्यों डर सा लग रहा है
- अनादि
- नवीन धाराओं का सृजन
- Mother and father and daughter realtionship video
- Generation
- महामारी
- never forget the wellwishers
- आशिकी
- बेफिक्री
- वो सर्द रात...
- आज भी ऐसा होता हैं!
- "'"🧑🍳 मूंग दाल के चिले की सब्जी ""🫕
- ancestors' house
- भूखे लकड़बग्घे...
- जीवन की गति
- याद
- अजनबी
- सैलानियों का स्वर्ग काश्मीर
- #659 Ekantik Vartalaap & Darshan/ 06-09-2024/ Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj
- भाग्य से कर्म तक
- वो 5 साल की बच्ची का बाल सुलभ दुस्साहस
Browse Other Words By Clicking On Letters