Meaning of दिलेरी से in English
Meaning of दिलेरी से in English
English usage of दिलेरी से
Articles Related to ‘दिलेरी से’
- मौत की दुआ...
- विशेष दिवस
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- गेम ओवर...
- हर रातों को पूनम कह दूँ
- कहां गई मां मुझे छोड़ कर?
- ये इश्क़ नहीं आसान
- प्रकृति और तुम
- बलिदानी सिपाही
- सौगंध से अंजाम तक
- भाग्य से कर्म तक
- आत्मा
- नाम,दाम,मुकाम,परिणाम सब काम से ही मिलते है
- Shri Ram
- जता दीजिये
- || गज़ल ||
- हिम्मत
- हमारा दिल
- अनुभव
- किसी का दिल मत तोड़ना
- "अद्वितीय परिप्रेक्ष्य: अपने तरीके से परिवर्तन नेविगेट करना"
- भूखे लकड़बग्घे...
- "'"🧑🍳 मूंग दाल के चिले की सब्जी ""🫕
- तुम्हारी जुल्फ़ों के साए से भी न जाने क्यों डर सा लग रहा है
- वो सर्द रात- 2
- माँ शारदे
- अभी अभी
- चम्मच
- never forget the wellwishers
- वो सर्द रात- 5
- मैं पुरखों के घर आया था
- कहानी अभ्यास
- बेटे:- पिता के राजकुमार
- विश्वामित्र-मेनका
- #डिजिटलीकरण---
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- महाशिवरात्रि
- कितनी मासूम होती है बेटियां
- Nikhar rahe hai
- महामारी
- Mother and father and daughter realtionship video
- दिल
- तुम्हारी आँख में ठहरा हुआ हूँ
- वो एक गुलाबजामुन की कसक -42 वर्षों से
- मेरी प्यारी संजना
- आज भी ऐसा होता हैं!
- Futuristic
- ancestors' house
- “जानती थी वो”
- अपनी बातों को ही मनवाया करता हूँ
- #अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस---
- "श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव" {००}
- कैसा दौर
- Ek Ladki Ki Kahani
- सैलानियों का स्वर्ग काश्मीर
- शायरी
- टूट गई एक कली
- प्रयास
- किस्मत
- वो सर्द रात...
- धार्मिक अज्ञान
- आप सब को नवरात्र शुभकामनाएं
- नींद और ख्वाब
- माँ
- क्या आप भी क्लियर करेंगे एग्जाम
- शांत और ठण्डी राख़ - दिनकर से प्रेरित रचना
- ज़िक्र दिल - ए -हाल
- #कर्म और भाग्य --
- वो सर्द रात- 4
- बोगेनविलिया
- वो सर्द रात- 3
- आम राजा
- वो 5 साल की बच्ची का बाल सुलभ दुस्साहस
- दीपावली की लोककथा
- अनादि
- कुछ ग़ज़ल सी
- इतना खाली है दिल मेरा
- काश हम बच्चे ही रहते कवि: निशांत कुमार
- Love shayari..
- #659 Ekantik Vartalaap & Darshan/ 06-09-2024/ Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj
- दिल्ली एमसीडी चुनाव: राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा
- नव धारायें
- नवीन धाराओं का सृजन
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
- Hindi diwas
- Generation
- '"' सुझाव किचन से 🫕
- जीवन की गति
- अजनबी
- बेफिक्री
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 1
- जीवन
- इश्क़, बेरोज़गारी और जज़्बात
- आशिकी
- जंजीरें
- बिंदी
- दूरियों का खूंटा
- खुद से मिल
- #lyrics #hindi जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है..
जो बीत गया ,, वो क्यूँ याद रखा है,
जो दिख रहा है.. वो प्यार नही है
ये लबों की हंसी, ऐ मेरे हमनशीं..
और कितनो को, हमारे बाद रखा है ...
जो बीत गया.....
देखो तो जरा ,इन झूठी अखियोन मे,
छुपी है फरेब इसकी, हर बतियों मे...
कहा था हमसे, हम तो बस तुम्हारे हैं,
झाक कर जो देखा दिल मे उसके,
आशिक़ों की लंबी कतारें हैं.... ।
आशियाना लूट कर खुद को, आबाद रखा है...
और कितनों को, हमारे बाद रखा है,
जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है...
ना पेह्चान सके हम, फिसल गए उस
हंसिन चेहरे पर,
ना रोक पाया हमने , लगाया खुद को
उसके पेहरे पर....
कहा था हमसे, बस तुम हो एकलौते,
इस दिल के हक़दार,
बनाया उसने मुझे, अपने हुश्न का
पहरेदार... ।
जाने कितनों का लूट कर ,जायदाद रखा है.....
और कितनों को, हमारे बाद रखा है,
जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है......
किसी से कुछ कह भी नही सकते,
कितना रोतें हैं अंदर ही अंदर मे...
मेरा मेहबूब मेरा ना निकला,
कस्ती हमारी डूब गयी समंदर में.. ..
समंदर भी ना रख सका अपने अंदर,
किनारों पर छोड़ गया जिश्म से जान लेकर...
लूट गया एक बंदा होकर इश्क़ मे अंधा,
क्यूँ बदनाम करूँ मै उसको, बेवफ़ा नाम देकर.... ।
हमने तो प्यार के पंछी को आजाद रखा है.....
और कितनों को हमारे बाद रखा है,
जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है...
✍️ Author Munna Prajapati
#post #view #life #virals #sadness #sad #song #songwriter #songlyrics #love
नोट :- यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकार्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकते है परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏
Browse Other Words By Clicking On Letters