Meaning of परावर्तित होते हुए in English
- With reflection; also, with censure; reproachfully.
Meaning of परावर्तित होते हुए in English
English usage of परावर्तित होते हुए
Synonyms of ‘परावर्तित होते हुए’
Antonyms of ‘परावर्तित होते हुए’
Articles Related to ‘परावर्तित होते हुए’
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- हारे हुए को और क्या हरा ओगे
- जीवन
- मायने
- रात अमावस की काली
- वो सर्द रात- 5
- पल्लू में बंधे पत्थर
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- वो 5 साल की बच्ची का बाल सुलभ दुस्साहस
- बेटे:- पिता के राजकुमार
- Nikhar rahe hai
- अनोखा रिश्ता
- धूप की उम्मीद कुछ कम सी है
- शातिर दुनिया
- रंगभूमि
- माँ शारदे
- मन में जैसा घटेगा
- महामारी
- वो सर्द रात- 3
- नव धारायें
- लौह पुरुष
- वीर अभिमन्यु वध
- भााग- 2 "जानती थी वो”
- नवीन धाराओं का सृजन
- कुँवारे नाना जी
- वो सर्द रात- 11
- फर्क सिर्फ सोच का हे By BackBone MoTi
- किताबें पढने के लिए वक़्त कहाँ है किसी के पास, पूरी दुनिया तो परदे पर दिखायी जाने वाली काल्पनिक चलचित्रों के पीछे दौड़ रही है और अपने आप को अंधकार में लेकर जा रही है । जो जो वास्तवीक ज्ञान पुस्तकों में है वो चलचित्रों मे नही । आप एक मिनट से कम समय की वीडियो देखतें हैं और प्रत्येक मिनट के बाद दूसरी वीडियो देखतें हैं इनके बीच आप अपने मस्तिस्क की स्थिरता को बड़ी तेजी से बदलतें है ।
लगातार एक प्रभाव, दूसरा प्रभाव फिर तुरंत तीसरा प्रभाव, ऐसे ही लगातार स्थिरता, अपनी सोच, उद्देश्य, लक्ष्य आदि को बदलतें हैं जिसके वजह से आप अपने जीवन मे किसी एक लक्ष्य पर स्थिर नहीं रह पाएंगे । स्वभाविक सी बात है इस तरह की क्रियाएँ आपकी स्थिरता को भंग करती है और आप खुद को रोक नही पाते । जब कोई चीज थोड़ी सी ज्यादा समय लेती है या फिर समझ में नही आती तो आप उसे तुरंत छोड़ देते हैं । परंतु आप उसे समझने या किसी एक ही विषय पर गहरा अध्ययन करने की कोशिश नही करते । इंसान की यह सबसे बड़ी दुर्बलता है । जिससे कि वह अपने लक्ष्य को पाने मे चुक जाता है ।
कोई भी बड़ी चीज क्षणिक सोचने से या क्षणिक अध्ययन से पूर्ण नही होती उसके लिए वक़्त चाहिए होता है । और यह तो हमारे मस्तिस्क से निकल चुका है । एक मिनट से अधिक हम किसी एक विषय पर तो सोच ही नही सकते ।
हम जब तक रिल्स देख रहे होते हैं हमारा मस्तिस्क उसके विषय में सोचता है, जो हम देख रहे होतें हैं । परंतु किताबें, जिसमे प्रत्येक शब्द लिखे हुए हैं, उसे आप बार-बार पढ़ सकते हैं । उसे सोच सकते हैं । उसके अनुसार आप अपने जीवन को सक्रिय कर सकते हैं । यह जो मोबाइल फोन का दौर है, यह हमे उस अंधकार के तरफ ले कर जा रहा है जहाँ चारो तरफ कोई भी चराग़ नही । पुस्तकें मनुष्य का मार्गदर्शक हैं । ऐसा नहीं की मै पुस्तकें लिख रहा हूँ तो ही ये सारी बातें कर रहा हूँ! यदि आप इस बात का विचार करना चाहे तो भी नही कर सकते । और नाही यहा तक पहुँच सकतें है जहाँ तक हमने यह कल्पना की है । हम आधुनिक दौर मे जरूर जा रहे हैं परंतु यह भी सत्य है की हम अपने आप को कहीं खो रहें है ।
चलिए जरा सा सोच कर देखिये –
यदि गूगल बंद हो जाय ! यदि इंटरनेट काम ना करे तो हमारा क्या अवस्था हो जायेगा ।
जब मोबाइल का डाटा (इंटरनेट) समाप्त होता है तो इसके बगैर हम इक दिन नही रह पाते, कैसे भी हमे रिचार्ज करवाना ही है । इसका अर्थ यह है की हम किसी के अधीन होते जा रहें हैं । हमारी मानसिकता , हमारे मस्तिस्क पर किसी और का अधिकार हो रहा है । हम मानसिक रूप से किसी और का गुलाम होते जा रहें हैं । आप अपनी आँखें खोलिए और देखिये । हम 1947 मे आजाद हुए थे सत्य है मगर अब फिर हम खुद को गुलामी की तरफ ले जा रहें हैं , आधुनिकता समझकर ।
✍️😰✅🤔 Author Munna Prajapati
#PostViral #healthy #Risky #life #lifestyle #bad #harmful #mobiles #network
#virals
- कुँवारे नाना जी
- कुँवारे नाना जी
- वो सर्द रात- 12
- #poetry " कीस कदर तड़पता हूँ, तुम्हारी याद में "😥😰💔👇
कैसे बताऊँ, कैसे बताऊँ मै तुम्हे,
किस कदर तड़पता हूँ तुम्हारी याद मे,
प्रत्येक को किनारा किया,
हर एक चीज था, तेरे बाद मे,
क्यूँ गवारा नही इश्क़ मेरा, ऐ खुदा,
आखिर क्या कमी थी मेरे फरियाद मे ।
कोई भी नही मेरे आशुओं को पोछने वाला,
सुख गए मेरे नैना रोते - रोते,
वो क्यूँ गैर हो गए, अपना होते - होते,
सब कुछ खो दिया मैंने, उनको खोते - खोते,
कभी सो जाऊंगा हमेशा के लिए,
यू हीं सोते - सोते,
तू ही बता.. कब अंतर किया मैंने,
वफा की रियाज़ मे,
कैसे बताऊँ, कैसे बताऊँ मै तुम्हे,
किस कदर तड़पता हूँ तुम्हारी याद मे ।
वो तुम्हारी मीठी बोली ..याद आती है,
मुझसे वो तेरी, हँसी ठिठोली याद आती है,
एक रोज लगाया था मैंने, वो तेरे बालों
की चमेली याद आती है,
होली के दिन की रंगोली याद आती है,
जो बचपन में तेरे संग खेला था मैंने,
वो आँख मिचोली याद आती है,
दिल मचल उठता है जब,
कोयल बोलती है तुम्हारी आवाज में,
कैसे बताऊँ, कैसे बताऊँ मै तुम्हे,
किस कदर तड़पता हूँ तुम्हारी याद मे,
प्रत्येक को किनारा किया, हर एक चीज
था.. तेरे बाद में,
कैसे बताऊँ.. कैसे बताऊँ मै तुम्हे... ।।
Author Munna Prajapati
#virals #sadness #love #lovefaliure #sadstatus #sad #brocken #heartbroken
- कोरोना डायरीज भाग 1 - पत्नी चालीसा
- क्या यार.. कुछ दिन और ठहर गए होते... 😌🤔✍️2023
#new #post #virals #newyearseve2024
- सपनों का संसार
- प्याज एवं लहसुन तामसिक होते हुए भी शरीर के लिए अत्यन्त जरूरी पदार्थ
- कुँवारे नाना जी
- हिंदी दिवस
- आइए हम जीवन को आसान बनाएं,
कोई भी इस दुनिया से जिंदा नहीं निकलेगा। जिस जमीन के लिए आप लड़ रहे हैं और मारने को तैयार हैं, उस जमीन को कोई छोड़ गया है, वह मर चुका है, सड़ा हुआ है, और भुला दिया गया है। तुम्हारा भी यही हाल होगा। आने वाले 150 वर्षों में, आज हम जिन वाहनों या फोनों का इस्तेमाल अपनी शेखी बघारने के लिए कर रहे हैं, उनमें से कोई भी सदैव का साथी नहीं होगा। बीको, जीवन को आसान बनाओ । बहोत खुशी होती है मन को किसी को वास्तव में खुश करने मे, करके तो देखो ।
प्रेम को आगे बढ़ने दो। आइए एक दूसरे के लिए वास्तव में खुश रहें। कोई द्वेष नहीं, कोई चुगली नहीं। कोई ईर्ष्या नहीं। कोई तुलना नहीं। जीवन कोई प्रतियोगिता नहीं है। यह हमारा सौभाग्य है जो मनुष्य का तन मिला है । दिन के अंत में, हम सभी दूसरी तरफ पारगमन करेंगे। यह सिर्फ एक सवाल है कि वहां पहले कौन पहुंचता है, लेकिन निश्चित रूप से हम सभी किसी दिन वहां जाएंगे।
ये जीवन तो बिल्कुल सरल है, इसे दुखी और कठिन हम खुद ही बना देते हैं अन्य लोगों से तुलनात्मक भाव रखकर, इर्ष्या करके । हम क्यूँ दुखी होते हैं किसी की खुशी को लेकर , किसी को सफल देखकर! लेकिन नहीं...
जिस प्रेम से हमारा जन्म हुआ है हम उसी के दुश्मन हैं । बदलो खुद को दुनिया खुद ब खुद बदल जायेगी । ये संसार तो हम ही से है । जो रवैया अभी है यदि ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन सर्वनाश निश्चित है । समझो ना,,तुम्हे तो उपर वाले ने सोचने समझने की शक्ति तो दी है । यहाँ अत्यधिक लोग अपनी ऊर्जा का उपयोग किसी दूसरे को मिटाने मे कर रहें हैं । ऊर्जा सही दिशा में लगाओ । जरा सोचो हमारे देश में 140 करोड़ लोग हैं, यदि सभी लोग एक दिशा में चलें तो हम कहा पहुँच सकतें हैं..... सोचो और चलो..... ।
~ Author Munna Prajapati
- चिंतन और अनुप्रिया
- और वह जीत गई
- तुलसी दास जी के दोहे
- चिया सिड के सेवन से होने वाले फायदे
- #lyrics #hindi मै तुझमे शामिल...
तुमने अपना कहा ,,,,,मैने माना सनम,
हो गया तुझमे शामिल मै सातों जनम ।
आया सावन का लहर ,जब गुजरा समर,
तुम हुए गुमशुदा ,अब है जाना किधर ।
नया है सफर हूँ अंजाना सनम..........
हो गया तुझमे शामिल मै सातों जनम.. ।
जख्म ऐसे मिले, कैसे हैं शीलशीले,
बढ़ रही हैं मेरी, अब तो और मुश्किलें ।
मै इश्क़ करता नहीं तुमने ठाना सनम.....
हो गया तुझमे शामिल मै सातों जनम.. ।
कौन सुनेगा यहाँ, अब कहानी मेरी,
मैने छुपा कर रखी है, निशानी तेरी ।
ले गया मुझसे मेरी जवानी बेरहम...
हो गया तुझमे शामिल मै सातों जनम... ।
✍️ Author Munna Prajapati
#sad #view #virals #love #songs #songlyrics #writing #sadness #relationship
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें है परंतु हमारी अनुमति लेकर, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद 🙏
- जानवरों के शरीर से जुड़े हैरान कर देने वाले तथ्य!
- जानवरों के शरीर से जुड़े हैरान कर देने वाले तथ्य!
- गाजर के सेवन से होने वाले फायदे
- धनिया के पत्तों के सेवन से होने वाले फायदे
- घर में मनी प्लांट लगाने के विभिन्न प्रकार के फायदे
- YouTube पर करियर बनाने के लिए क्या सामान चाहिए ?
- अपने लेखनी द्वारा रचित गीतों को सुनते हुए आनंद लेते हुए Author Munna Prajapati // अति सुंदर रचना एवं गीत , बेहद खुबशुरत रचनात्मक लेखनी एवं रचनाकार ।।
Fillings of the Lyrics ✍️✍️👌👌🙏🙏
#pawansingh #KhesariLalYadav #himeshreshammiya #shilpiraj #ankushrajaofficial
- #poetry शिर्षक :" हम बेवक़्त मे वक़्त के गुजारे निकले "
हम बेवक़्त मे वक़्त के, गुजारे निकले,
वो जीत गए हमसे और, हम हारे निकले ।
हो गया कोई धनी इश्क़ के बाजार में,
जो भी थे मेरे हिस्से मे, खसारे निकले ।
हम उन्हे ढूढ़ते रहे, समंदर के भवर में,
और वो हमे छोड़कर, किनारे निकले ।
हमारा वजूद मिट गया होता मगर..
कसहुँ...हम तिनकों के सहारे निकले ।
हम सोचते थे उनका सब कुछ, हम ही हैं,
जरा नाराज हुए, उनके अपने हजारों निकले ।
लगा जन्नत मिल गयी उन्हे, दोलत पाकर,
दिनों बाद सड़क पर, हाथ पसारे निकले ।
जोरों से प्यास लगी, बुझाने को लपका,
पीने गया, पानी, समंदर जस खारे निकले ।
नजरें झुकी, ख़ाबों मे भर के खजाने मिले,
और खुली तो...औरों के नजारे निकले ।
जो देखा एक मर्तबा, खुली आसमॉं के तरफ,
सांसे रुकी और... मौत के इशारे निकले ।
दौलत की चाह ने ,उनपर शिकस्त किया,
लगी खंजर उनके सीने मे,जान हमारे निकले ।
✍️ Author Munna Prajapati
#life #love #writing #virals #sad #post #safar #poem #poetrylovers #poets
- धारे
- पत्थर की दुनियां
- चने के साग खाने से होने वाले फायदे
- मूली के पत्तों के सेवन से होने वाले फायदे
- उस दिन के भीतर
- तेरी चाहत
- गलत लोगों का साथ रहना, बहोत हानिकारक है, ख्याल करें :-
मैं आपसे दिल की बात करूंगा। वो बात जो शायद आप सुनना नहीं चाहते, पर जो सच है।
जानते हो, जिंदगी एक सफर है। और इस सफर में हमारे साथी कौन हैं, ये बहुत मायने रखता है।
मुझे याद है, मेरा एक दोस्त था - अमन ( कल्पनिक नाम)। कितना होशियार था वो। लेकिन फिर क्या हुआ? गलत दोस्तों के चक्कर में फंस गया। धीरे-धीरे नशे की गिरफ्त में आ गया। आज जब उसे देखता हूं तो दिल दुखता है। वो चमकती आंखें अब खाली सी हो गई हैं।
फिर सोनू की कहानी है ( मैने कहीं पढ़ा है )। प्यार में अंधा होकर एक ऐसी लड़की से शादी कर ली जो उसे समझती ही नहीं थी। आज वो घर में रहता है, पर अकेला महसूस करता है। उसकी मुस्कुराहट कहीं खो गई है।
और रीना (यह उदाहरण ली गई है )? उसने अपने माता-पिता की बात मानकर एक ऐसे शख्स से शादी कर ली जो उसे पसंद ही नहीं था। आज वो जिंदा है, पर जी नहीं रही।
मैं ये सब देखकर सोचता हूं - क्यों हम अपनी जिंदगी को इतना कम आंकते हैं? क्यों हम गलत लोगों को इतनी अहमियत देते हैं?
दोस्तो, समझो। गलत लोग सिर्फ हमारा वक्त ही नहीं बर्बाद करते, वे हमारी रूह को भी तोड़ देते हैं। वे हमारे सपनों को कुचल देते हैं। हमारी हंसी छीन लेते हैं।
लेकिन याद रखो, अभी भी देर नहीं हुई है। अगर आप गलत लोगों से घिरे हुए हैं, तो बाहर निकलने की हिम्मत जुटाओ। हां, मुश्किल होगा। दर्द होगा। लेकिन ये दर्द उस दर्द से कम होगा जो आप अपनी पूरी जिंदगी गलत लोगों के साथ रहकर झेलोगे।
अपने आप से प्यार करो। अपने सपनों को अहमियत दो। सही लोगों को अपनी जिंदगी में जगह दो। वो लोग जो आपको ऊपर उठाएं, आपको प्रेरित करें, आपकी खुशियों में खुश हों।
क्योंकि अंत में, जिंदगी बहुत छोटी है। इसे उन लोगों के साथ जियो जो इसे खूबसूरत बनाते हैं, न कि बर्बाद करते हैं।
माँ बाप को भी अपने बच्चों के प्रति विचार करने का आग्रह करता हूँ । जो अपने बच्चों को पुराने उसूलों पर चलाते हैं और अपने अनुसार उनके भविष्य को निश्चित करना चाहते हैं ।
नही ऐसा क्यूँ होगा कोई, हर एक इंसान अलग अलग खूबियों से सुसज्जित है उसे अपने खूबियों पर काम करने दीजिये, वो एक दिन सर्वश्रेष्ठ साबित होगा ।
अगर आप मे काबिलियत है और आप उस जगह पर नहीं हैं तो क्यूँ नही हो! सोचो तुम्हे वही पर होना है, अगर तुम कहीं और हो तो क्यूँ!
तुम कभी सफल नही होंगे । जीवन भर संघर्ष ही संघर्ष रहेगा । कभी दिल को खुशी नही मिल सकती ।
ख्याल करो, सोचो और जो हुनर तुम मे है उसके साथ आगे बढ़ो । जो लगे की तुम्हारे लिए सही नही है, उससे खुद को किनारा कर लो । दूर हो जाओ । संगत का प्रभाव इंसान को ले डूबता है कहीं का नही छोड़ता । ये मेरी बातें कहीं लिख लेना और जीवन भर याद रखना ।
मै उतना बड़ा ज्ञानी तो नही परंतु जो मन में आया मैने समझाने की कोशिश की है अब आगे आपकी इच्छा । धन्यवाद🙏
✍️ Author Munna Prajapati
- मरने से पहले मुझको नहीं मरना है
- लाल साग खाने से होने वाले फायदे
- अकेलापन
- #poem शीर्षक: " हम कहाँ याद आतें हैं " #sad
कुछ दोस्तों को नये दोस्त मिल जातें हैं,
फिर हम कहाँ याद आतें हैं,
साथ मे ली गयी तस्वीर,
उन लम्हों की याद दिलातें हैं,
बहोत दूर हुए हम एक दूसरे से,
अब कहाँ कहीं मिल पातें हैं,
कभी फेसबुक, कभी इंस्टा
तो कभी ट्विटर पर,
सब झुटा हाल सुनातें हैं ।
जाने कहाँ बह गए इस बहती दुनिया मे,
कहीं खामोश रह गए, इस कहती दुनिया में ।
कोई घर की जिम्मेदारियों मे जल रहा है,
कोई सूरज की तपती धूप में पल रहा है ।
कोई किसी के इश्क़ मे पड़ रहा है, तो
कोई दुनिया के इस भीड़ से लड़ रहा है ।
प्रत्येक शख्स अपनी हालातों में गुजर रहा है,
दुख मे भी , अब कहाँ हम, किसी को
गले से लगा पातें है.... और
कुछ दोस्तों को नये दोस्त मिल जातें हैं,
फिर हम कहाँ याद आतें हैं,
साथ मे ली गयी तस्वीर, उन लम्हों
की याद दिलातें हैं ।।
Note:- ( Don't copy please, share direct 🙏)
✍️ Author Munna Prajapati
#PostViral #post #virals #viralreelsfb #poetry #poetrylovers #friends #memories
- मलाल
- हम और हमारे 'सपने'
- #lyrics #ghazal कहीं खो गया मै....
ना रहा मेरा कोई खबर,
नहीं था झुकाना निगाह मगर,
मै तो सो गया...
शुरू होते ही खत्म हुआ,
जिंदगी का सफर,
कहीं मै ही खो गया.... .. हाँ...
चलता रहा देखकर उसकी तरफ,
अंजाना ना जाना ये मुझे मगर,
जाने क्या हो गया....
शुरू होते ही खत्म हुआ,
जिंदगी का सफर,
कहीं मै ही खो गया.... हाँ....
देखता रहा मै शौख हुश्न चमन,
हसीन है ऐसी राह मगर,
सब कुछ लूट गया...
शुरू होते ही खत्म हुआ,
जिंदगी का सफर,
कहीं मै ही खो गया..... हाँ...
किनारों से कब बीच में पहुँचा,
खिचता रहा अपनी ओर लहर,
मै तो जल तल का हो गया...
शुरू होते ही खत्म हुआ,
जिंदगी का सफर,
कहीं मै ही खो गया.... हाँ...
✍️ Author Munna Prajapati
#sadness #writer #PostViral #love #virals #songlyrics #song #heart #life
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेकर, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 078978 68625
- समस्या और समाधान ! (आलेख)
- मैं शिक्षक हु
- उम्मीद
- अजनबी से करीबी होने तक
- वर्णमाला
- शीर्षक :" ये मसला सिर्फ हँसी का है "
तु आसमा क्यु तकता है,
हर एक लफ्ज़ तो इस ज़मी का है ।
तु इतना क्यूँ सोचता है,
ये मसला सिर्फ हँसी का है ।
यू देख कर सितारों को,
क्यु नम करता है,पल्कों के किनारों को,
जरा देख इन खूबसूरत नजारों को,
बाग में और भी फुल हैं,
क्यु उलझा है, ये दुनिया का उसूल है,
खुद ब खुद भर जायेगा, तु फिकर ना कर,
भूल जा दिल के दरारों को ,
ये असर इश्क़ मे मयकशी का है..
तु आसमा क्यु तकता है,
हर एक लफ्ज़ तो इस जमी का है,
तु इतना क्यु सोचता है.... ।।
जो चले गए वो नही हैं , जिंदगी निवाहने वाले,
कोई और होगी रहगुजर, दुनिया बहुत बड़ी है,
बहोत मिलेंगे चाहने वाले,
तु खुद से ना खुद को इतना सता,
तेरी आँखों में कोई खोट नही
ये बात अपने दिल को तो बता,
अब यहाँ ऐसे ही होता है, कहाँ
अब कोई किसी के लिए रोता है,
खुद को मजबूत कर, उसको हटा,
रात गुजार, सुबह होते ही बाग मे
एक फुल खिल जायेगा,
यकीन कर, खुद पर, खुदा पर,
उससे बेहतर कोई मिल जायेगा,
तु बस उसी का नाम क्यु जपता है..
यूँ खामोशी मे आसमा क्यु तकता है,
सारा मसला तेरी मायूशी का है,
तु इतना क्यु सोचता है,
ये मसला सिर्फ हँसी का है ।।
तु जी कर तो देख पहले की तरह,
नजारों मे कोई कमी नही होगी,
मै लिख कर देता हूँ तुझको,
फिर कभी नजरों मे नमी नही होगी,
वहम है, सारे गम, हमी को है...
तु इतना क्यु सोचता है,
हर लफ्ज़ तो इस ज़मी का है ,
हुआ कुछ नही, ख़ाब भूल कर तो देख,
ये मसला सिर्फ तेरी हँसी का है.. ।।
( Don't copy please.. Share direct)
IG : @meri_lekhani_
Author Munna Prajapati
#post #poetry #poetrychallenge #poetrylovers #poem
- यह एक गांव ग्रामीण का प्रेम कथा है ।
- कुँवारे नाना जी
- भोर
- 16/12/2022
- कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक सब्जियां
- #lyrics देख ली मैने भी एक दफा
सारा शहर भरी निगाह तकता रहा,
मन ही मन हुशन को चखता रहा,
देख ली मैने भी एक दफा,
चाँद इतराने लगा..
हुयी मद होश फ़िज़ा..
बलखाने लगी कमसिन अदा
जो देख ली मैने भी एक दफा.... ।
पलकें झुकाई जब उसने मुस्काते हुए,
मै उसका हो गया नजरें मिलाते हुए ।
मैने खोया खुद से, खुद को उसमे ढूंढ ना पाया,
जाने कैसे उसने, मुझको अपने अखियों मे समाया ।
सारी सारी रात खयालों मे उसके,
मै जगने लगा.......
चाँद इतराने लगा... हुयी मदहोश फ़िज़ा...
बलखाने लगी कमसिन अदा
जो देख ली मैने एक दफा.........
है खबर उसको फिर भी, क्यूँ है बेखबर,
ढूढ़ती है अब तो हर पल, उसको मेरी नजर ।
बस एक ही मुलाकात मे,
मुझको दीवाना कर दिया,
अपने इश्क़ का रंग, मेरे रग रग मे भर दिया ।
देखकर उसका शोख़ बदन, लब हुआ खामोश
दिल हुआ फिदा......
चांद इतराने लगा..... हुयी मदहोश फ़िज़ा...
बलखाने लगी कमसिन अदा...
जो देख ली मैने उसे.. एक दफा...... ।।
Author Munna Prajapati
#view #life #virals #love #viralpage #singers #writing #song #songlyrics #songwriter #songwriting #pawansingh #himeshreshammiyaofficial #hindi #hindisong
नोट:- आप यदि व्यापारिक तौर पर इस गीत को रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें है परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद । अनुमति अनिवार्य है 🙏। 078978 68625
- #lyrics सीने से लग कर रोयेंगे 🎵🎶
मिले जो तुम गर हमसे,
सीने से लग के रोयेंगे...
सदियों गुजरे है कबसे,
सोई ना अखियाँ.... तुम्हारे
गोद में सर रख कर सोयेंगे... ।।
ये कैसा दस्तूर है दुनिया का,
करीब रखो तो दूर हो जाते हैं...
लम्हा बड़ी शख्त गुजरता है,
तन्हा रातों को हुजूर याद आतें हैं... ।
जो और फासले हुए गर तुमसे,
हम खुद को खोयेंगे....
मिले जो तुम गर हमसे,
सीने से लग कर रोयेंगे.... ।।
गए जब से तुम नये शहर,
राह तकती है तेरी ये नजर...
कब लौट आओगे मेरे हमसफर,
टूटने को है अब मेरा सबर..... ।
उठाकर देख लेना कफन तनसे,
किसी और का ना होएंगे...
मिले जो तुम गर हमसे,
सीने से लग कर रोयेंगे.... ।।
ढाया है वक़्त ने मुझपर,
सारे जहाँ का कहर.. ...
आती है हवा चिलमनो से भीतर,
बढ़ाती है सांसों का असर.....
हम शर्मिंदा हैं खुदसे,
अब उल्फत मे गम ना बोयेंगे...
मिले जो तुम गर हमसे,
सीने से लग कर रोयेंगे.... ।।
नोट: कोई अपनी आवाज देना चाहे, दे सकता है ।
हमे सूचित करके ।
Author Munna Prajapati
#post #virals #sad #love #new #writing #songlyrics #song #hindi #ghazals
- धाराये बदली गईं
- कुँवारे नाना जी
- रक्षाबंधन
- #lyrics #hindi चलो चलें कहीं दूर हम....
चलो चलें इस जहाँ से कहीं दूर हम...
इश्क़ करने वालों को मिलता है यहाँ पे गम...
चलो चलें इस जहाँ से कहीं दूर हम...
इश्क़ से बने इश्क़ मे पले फिर भी
जाने क्यूँ आशिकि से जलता है जहाँ..
जुदा हुए गर जो हम, मर जायेंगे हमदम
खुदा की कसम हमे इश्क़ है बेपनाह.....।
आशिकों की जान लेती है ये दुनिया बेरहम....
चलो चलें इस जहाँ से कहीं दूर हम
इश्क़ करने वालों को मिलता है यहाँ पे गम.... ।
खुल के नाचे गायें इन वादियों मे
मोहब्बत के लिए मौसम सुहानी है..
बीत ना जाए जवानी के दिन, बहोत
छोटी सी जिंदगानी है..... ।
संभलना कहीं फिसल ना जाए अपने कदम...
चलो चलें इस जहाँ से कहीं दूर हम
इश्क़ करने वालों को मिलता है यहाँ पे गम..... ।
उम्र भर हम उड़ें इन बादलों के तले
इश्क़ समंदर ना कोई किनारा हो...
फूल खिले गुलशन मे, कहीं
मदभरी फिज़ाओं का इशारा हो..... ।
आखिरी सांस तलक साथ रहें,
मिले साथ फिर अगले जनम...
चलो चलें इस जहाँ से कहीं दूर हम
इश्क़ करने वालों को मिलता है यहाँ पे गम.... ।
~ मुन्ना प्रजापति (उ. प्र.)
#love #virals #post #song #songwriter #songlyrics #writer #pawansingh999 #alkayagnik #Alka
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकते हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- शिवम के झूठ
- वो सर्द रात- 14
- तुलसी के काढ़े के सेवन से होने वाले फायदे
- रिफाइंड खाद्य तेलों के पीछे छुपे कड़वे सच
- #ghazal झुटा है हर सवाब यहाँ....
किससे तालुक रखे,किससे दिल लगाएं कोई,
झुटा है हर सवाब,फरेब छुपाये हुए सोए कोई ।
हम तो वफा करते मगर ,आपने ही दफा किये.. ३
बेजूबा हुए हमको बुलाये कोई....
किससे तालुक रखे, किससे दिल लगाए कोई...
जला है घर अपना, धुआँ भी कहीं नजर नहीं आता... ३
जले दरख़्त आरे बुझाए कोई...
किससे तालुक रखे, किससे दिल लगाए कोई....
हम भूल बैठे के अपना, नहीं है यहाँ अपना कोई.... ३
लूट गए कितना समझाए कोई....
किससे तालुक रखे, किससे दिल लगाए कोई....
काश वो मुलाकात ,उनसे फिर एक बार हो जाए... ३
काश सच से अवगत कराये कोई...
किससे तालुक रखे, किससे दिल लगाए कोई.....
सूझ बुझ से जरा थम के, कोई भी रिश्ता बनाना साथी... ३
लुभायेंगी बड़ी अदा - ए कोई....
झुटा है हर सवाब, फरेब छुपाए हुए सोए कोई
किससे तालुक रखे, किससे दिल लगाए कोई..... ।
~ मुन्ना प्रजापति
सवाब = पुण्य
#life #virals #songwriter #songlyrics #singer #pawansingh999 #hindi #hindisong #writing
नोट :- यदि आप इस गीत गजल को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- रिश्ते की पवित्रता
- आशा की मुस्कान
- मेथी के साग खाने से होने वाले फायदे
- दासता के पीठ पर
- शबरी से श्रीराम प्रभु - तथा भाई लक्ष्मण से भेंट
- बता दो
- कुँवारे नाना जी
- दहेज हार गया.. बलात्कार जीत गया..
- #lyrics #hindi गुलाम आपका हो गया....
M- आपके इन कातिल निगाहों से,
हम बच ना सके ,
दिल मेरा ,गुलाम आपका हो गया...
आपकी पल्केन् झुकी जो शरमा के,
मेरे दिल पे नाम आपका हो गया....
F- हम हुए आपके और हमारा
मुकाम आपका हो गया......
आपके इन...... दिल मेरा.....
F- जाने कैसे - कैसे ,जादू चलाये ,
मुझपर आपने,
मै जहाँ जाऊँ ,आपको पाऊँ ,जैसे
खड़े हो सामने.... २
हम सोचतें हैं रातों में, कैसे
इक अनजान हमारा हो गया....
हम हुए आपके और हमारा
मुकाम आपका हो गया....
M- आपके इन....... दिल मेरा....
M- इस प्यार के, सावन मे,एक दूजे
के बाहों मे बिखर जायेंगे,
ये गोरा बदन, जरा सा और, निखर
जायेंगे.... २
आप बस गए मेरी सासों मे,
अब तो उम्र तमाम आपका हो गया...
हम हुए आपके और हमारा
मुकाम आपका हो गया....
F- आपके इन......... दिल मेरा......
✍️ Author Munna Prajapati
#post #life #virals #songwriter #songlyrics . #love
#trend #viralpost2024 #pawansingh999
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- इतने भरे हुए थे वो
- #poetry "१५ अगस्त.... "
आज वह शख्स भी आजादी की
गाथाएँ गाते हुए नजर आया,
जिसने जाती और मजहब मे
लोगों को उलझा कर रखा है ।
उसने हमेशा बतलाया है के तुम बड़े हो,
तुम्हे बड़ा होना चाहिए और
सबसे आगे होना चाहिए,
तुम हिंदू हो तुम मुश्लिम हो
तुम सिख हो तुम ईसाई हो,
और आज मंच पर, कुछ लोगों के बीच
कह रहा था के हम भारत वासी एक हैं ।
जो अपने फायदे के लिए अपनी
शान के लिए, अपने पद के लिए
जाने कितनों को मौत के घाट उतार दिया होगा!
वह शख्श आज मंच पर, तिरंगे के सामने
इस देश को मजबूत बने रहने का
शिक्षा दे रहा था ।
जो हमेशा लोगों को कम शिक्षित
रखने का उपाय ढूंढता रहा, वह
आज मंच पर विद्यार्थियों के सामने
उच्च शिक्षा पाने की हौशला दे रहा था ।
कुछ शहीदों के बारें मे, उनका चरित्र
चित्रण कर रहा था, अल्पज्ञ लोगों को
समझा रहा था, आजादी कैसे हुयी
इसकी गाथा सबको सुना रहा था जिसने
अपने कर्मों का किताब कहीं
छुपा कर रखा है ।
बहोत बड़ी बड़ी बातें की उसने,
वह सब उसकी जुबानी थी, और
सच तो ये है की वह सब किसी की
लिखी हुयी कहानी थी ।
उसने ये नही कहा कि अस्पताल में,
मरीजों (गरीबों ) को क्यूँ रुलाते हो,
उचे पद पर बैठकर लूट पाट क्यूँ मचाते हो,
किसी मशले को हल करने मे
इतना वक़्त क्यूँ लगाते हो ।
वो लोग भी क्या अजीब थे
जो उसके चिकनी बातों के करीब थे,
तालियां बज रही थी, जय हिंद के
नारे भी लग रहे थे परंतु.....
हिंदुस्तान को जिताने का या फिर
जश्न ए जीत का भाव किसी के
दिल मे नहीं था ।
सब इसी मे डूब गए, के, कब, कैसे
और किसने आजादी दिलायी,
कितनी मुशक्कत् स्वतंत्रता सेनानियों ने
उठायी... बस इन्ही सब बातों पर
हम सबको फुसला कर रखा है ।
आज वह शख्स भी आजादी की
गाथाएँ गाते हुए नजर आया, जो
इस जमी का खाता है, इसी जमी पर
रहता है, हम लोगों के बीच जीता है मगर
भला सिर्फ अपना सोचता है,
मै भी चाहता हूँ,
आजादी की शुभकामनाएँ दूँ... पर
किसे दूँ.... किसे....... 😥
✍️ Author Munna Prajapati
#post #positivity #PostViral #poem #realtalk #reallife #public #truth #writer #life #virals
Browse Other Words By Clicking On Letters