यह एक वह प्रेम कथा है।
जो काल्पनिक धर्म और अधर्म के सत्य मार्ग पर आने वाले हैं।
प्रेम अनेक प्रकार के होते हैं ।
एक प्रेम वह होते हैं स्त्री के शरीर के अंग भोग यानि संभोग पुरुष को हर समय कोई भी स्त्री गलत भावनाओं से प्रेम प्रसंग कर खुद जानवर होते हैं और फिर स्त्री को पशु बनाकर जानवर मानते हैं।
ऐसे नारी स्त्री को कोई मान सम्मान नहीं होते हैं ।
पंचायत बलुआ बाजार बिसनपुर गुलामी नाम की एक गांव है ।
जहां पे इसी गांव में दो लड़का रहता था
एक का नाम था बिजल पासवान दूसरा लड़का का नाम था संतोष पासवान दोनों लड़का एक ही गांव का है ।
यह दोनों लड़का का शादी हो चुका था यह दोनों लड़का का छोटे-छोटे बाल बच्चे है।
यह दोनों लड़का का घर एक ही गांव में है।
यह दोनों लड़का का अपना अपना बाल बच्चे परिवार को अच्छी तरह से खुशहाली जीवन परवरिश हो रहा था
एक समय की बात यह है।
बिजल पासवान ने संतोष पासवान से गहरा दोस्ती किया दोनों वापस में गहरा दोस्ती का रिश्ता निभाने लगा
इसी तरह दोनों लड़का में गहरा दोस्ती काफी लंबे समय से चल रहा था
इसी तरह बिजल पासवान खेती बारी किसान का काम करता था, और संतोष पासवान बिजली लाइन का काम करता था
धीरे धीरे समय बीतता गया