Meaning of फिर से जान डालना या पड़ना in English
- To quicken anew; to reanimate; to give new life to.
Meaning of फिर से जान डालना या पड़ना in English
English usage of फिर से जान डालना या पड़ना
Synonyms of ‘फिर से जान डालना या पड़ना’
Antonyms of ‘फिर से जान डालना या पड़ना’
Articles Related to ‘फिर से जान डालना या पड़ना’
- मौत की दुआ...
- विशेष दिवस
- कहां गई मां मुझे छोड़ कर?
- हर रातों को पूनम कह दूँ
- काली पहाड़ी की चुड़ैल...
- 🧑🍳 कुंदरु की चटनी 🫕
- गेम ओवर...
- इतना खाली है दिल मेरा
- हिम्मत
- नव धारायें
- भूखे लकड़बग्घे...
- worthless
- Nikhar rahe hai
- काश हम बच्चे ही रहते कवि: निशांत कुमार
- Love shayari..
- आशिकी
- अजनबी
- आज भी ऐसा होता हैं!
- Judgement
- "श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव" {००}
- #अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस---
- सौगंध से अंजाम तक
- Hindi diwas
- नाम,दाम,मुकाम,परिणाम सब काम से ही मिलते है
- भाग्य से कर्म तक
- '"' सुझाव किचन से 🫕
- वो सर्द रात- 3
- बोगेनविलिया
- तुम्हारी आँख में ठहरा हुआ हूँ
- विश्वामित्र-मेनका
- कुछ ग़ज़ल सी
- जता दीजिये
- || गज़ल ||
- अनादि
- Generation
- दिल
- बेफिक्री
- never forget the wellwishers
- वो सर्द रात- 2
- मैं पुरखों के घर आया था
- अपनी बातों को ही मनवाया करता हूँ
- दिल्ली एमसीडी चुनाव: राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा
- क्या आप भी क्लियर करेंगे एग्जाम
- दूरियों का खूंटा
- शांत और ठण्डी राख़ - दिनकर से प्रेरित रचना
- शायरी
- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
- "अद्वितीय परिप्रेक्ष्य: अपने तरीके से परिवर्तन नेविगेट करना"
- कैसा दौर
- इश्क़, बेरोज़गारी और जज़्बात
- वो एक गुलाबजामुन की कसक -42 वर्षों से
- खुद से मिल
- "'"🧑🍳 मूंग दाल के चिले की सब्जी ""🫕
- भूखे लकड़बग्घे- 2
- Episode 2
- Evaluate the Work
- आजमाईश
- Shri Ram
- #कर्म और भाग्य --
- सुकून
- बेटे:- पिता के राजकुमार
- आम राजा
- प्रकृति और तुम
- मिज़ाज़
- कहानी अभ्यास
- हमारा दिल
- महाशिवरात्रि
- जरा संभल कर
- तलाश
- बलिदानी सिपाही
- दीपावली की लोककथा
- कितनी मासूम होती है बेटियां
- Writer Introduction - दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”
- ज़िक्र दिल - ए -हाल
- अनुभव
- नवीन धाराओं का सृजन
- किसी का दिल मत तोड़ना
- Mother and father and daughter realtionship video
- जीवन
- Futuristic
- लॉकडाउन में पड़ोसन टीचर को चोदा- 1
- महामारी
- ancestors' house
- “जानती थी वो”
- वो सर्द रात- 5
- Ek Ladki Ki Kahani
- जंजीरें
- वो सर्द रात- 4
- Ek aur kahani
- नींद और ख्वाब
- माँ
- #659 Ekantik Vartalaap & Darshan/ 06-09-2024/ Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj
- बिंदी
- मेरी प्यारी संजना
- त्रिया चरित्र की प्रिया।।
- दोहे- दर्शन
- #डिजिटलीकरण---
- सैलानियों का स्वर्ग काश्मीर
- तुम्हारी जुल्फ़ों के साए से भी न जाने क्यों डर सा लग रहा है
- दुश्वारियां भली
Browse Other Words By Clicking On Letters