Meaning of तर्कशास्त्र पर निबंध या पुस्तक in English
Meaning of तर्कशास्त्र पर निबंध या पुस्तक in English
English usage of तर्कशास्त्र पर निबंध या पुस्तक
Synonyms of ‘तर्कशास्त्र पर निबंध या पुस्तक’
Antonyms of ‘तर्कशास्त्र पर निबंध या पुस्तक’
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- #poetry शीर्षक : " एक पल तो गुजारा है तूने "
चलो उम्र ना सही,
मेरा एक लम्हा तो सवारा है तूने,
वादा किए आखिरी सास तक की,
पर होते ही उड़ गए...
चलो जिंदगी का,
एक पल तो गुजारा है तूने ।
तबाह कर गया मुझको,
लब्जों मे बया भी नही कर सकता,
किया कितना खसारा है तूने,
पतझड़ का मौसम हो गयी है जिंदगी,
मेरा छीना एक - एक सहारा है तूने ।
मेरी मुश्किलें... उम्र के साथ
बढ़ती जा रही है,
कैसे कह दूँ...
दर्दों से मुझको उबारा है तूने,
जो तुम चल दिये..
अपनी यादों को भी लेकर जाते,
खुद को बसाकर...
अपने दिल से मुझको, नकारा है तूने ।
ये हवाएँ... ये फिजायें...
खुशबु नही लाती... अब...
पहले की तरह,
लगता है गुलशन को भी
बदन से उतारा है तूने,
वो लबों की मुश्कान तेरी...
ख्वाबों मे भी दिल को चिर जाती है,
जाने क्यूँ... और कैसे...
मेरी मोहब्बत को, किया किनारा है तूने ।
वफा, एहतराम.. जो कुछ भी है,
तेरे - मेरे दरमियाँ.. इश्क़ में
सारा का सारा.. हमारा है,
ऐ साथी , साथ छोड़ जाना तेरा,
हर शाम गुजारती है मयखाना मेरा,
संभलना कहीं तुझे भी
कोई छोड़ ना जाए...
किया गलत इशारा है तूने ।
वादा किये आखिरी सास तक की
पर होते ही उड़ गए,
चलो जिंदगी का....
एक पल तो गुजारा है तूने..... ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #virals #love #sadness #new #sad #sadlife
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- अभी अभी
- Ek aur kahani
- एक कप चाय
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- श्रीमदभागवत गीता पर स्व के भाव। {2}
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- #lyrics #hindi मै तुझमे शामिल...
तुमने अपना कहा ,,,,,मैने माना सनम,
हो गया तुझमे शामिल मै सातों जनम ।
आया सावन का लहर ,जब गुजरा समर,
तुम हुए गुमशुदा ,अब है जाना किधर ।
नया है सफर हूँ अंजाना सनम..........
हो गया तुझमे शामिल मै सातों जनम.. ।
जख्म ऐसे मिले, कैसे हैं शीलशीले,
बढ़ रही हैं मेरी, अब तो और मुश्किलें ।
मै इश्क़ करता नहीं तुमने ठाना सनम.....
हो गया तुझमे शामिल मै सातों जनम.. ।
कौन सुनेगा यहाँ, अब कहानी मेरी,
मैने छुपा कर रखी है, निशानी तेरी ।
ले गया मुझसे मेरी जवानी बेरहम...
हो गया तुझमे शामिल मै सातों जनम... ।
✍️ Author Munna Prajapati
#sad #view #virals #love #songs #songlyrics #writing #sadness #relationship
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें है परंतु हमारी अनुमति लेकर, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद 🙏
- शीर्षक:"बड़ी पुरानी डायरी है
जिसे मै लेकर निकला हूँ "
बड़ी पुरानी डायरी है ,
जिसे मै लेकर निकला हूँ ।
भुला नही हूँ, याद है मुझे,
यह वही है जगह जहाँ,
से मै फिसला हूँ ।।
बर्षों हो गए उससे बिछड़े,
हर रात यह सोच कर सोया,
और नींद नही आयी,
अर्षों बाद जब उसे देखा,
तो याद आया मुझको,
वो तो मेरे जेहेन मे है ,
मै उससे नही बिछड़ा हूँ ।।
मै गिरा भी तो इस कदर
गिरा उसकी चाहत में,
उम्र गुजर गया पर
अभी तक सम्भला ही नही,
बसाकर हृदय में उसको
गली गली ढूंढा , पर वो
अपना मिला ही नही,
बड़ी पुरानी डायरी है
जिसे मै लेकर निकला हूँ ।।
मैंने उसे अपना सब कुछ बना बैठा,
बिना सोचे उसे मैंने,
अपनी सांसों मे सना बैठा,
बड़ी लंबी कतार थी
उसके आशिकों की ,
जाकर अंत में मालूम हुआ,
के मै तो पिछला हूँ...
बड़ी पुरानी डायरी है
जिसे मै लेकर निकला हूँ ।।
✍️ मुन्ना प्रजापति
उत्तर प्रदेश, कुशीनगर
- #lyrics #bhojpuri कवने करानावा ए सईया..
कवने करानावा ए सईया
नाही रे करवलs हो गवानावा...
सासु ननदि के बोलिया हम सहती
बाकी ताना मारे रे जामानवा...
कवने करानावा ए सईया.....
सेनुरा भs सजवनी...ए सईया,
टूटी गईले दिल के अरमानवा..
राह देखत रही गईली सुगनिया,
नाहीं भईले रे मिलानावा.... ।
कवने करानावा ए सईया....
नाहि चाहि धन दौलतिया,
देयी दिहिं पिया अपनी चारानावा..
रउरी दिल के एक ही कोठरिया,
हमारा ला बाटे रे जहानावा... ।
कवने करानावा.. ए सईया...
काहे अईसे कईलs..रचित सवरिया
आन्हार भइले दिन के अजोरवा...
पीहू पीहू बोले सावन मे मोरिनिया,
काहवां पारायी गईले रे मोरवा... ।
कवने करानावा ए सईया....
✍️ Author Munna Prajapati
#PostViral #writer #songwriter #pawansingh999 #song #songlyrics #poetry #life #realtalk
नोट: यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेकर । हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- #poetry
बातों को समझता कौन है,
समझाना शुरू कर देता है ।
रूठ कर कोई मानता कहाँ है,
मनाने वाला मनाता ही रह जाता है ।
हमारी बातों को कहा कोई मानता है,
बातों का बुरा ही मान जाता है ।
यदि कोई दिल से कोशिश करता है,
किसी को जानने की, जान ही जाता है ।
अब कहाँ कोई किसी को सम्मान ही देता है,
क्षण मे दोस्ती क्षण में दुस्मनी,
कभी कभी जिस्म से जान भी लेता है ।
यह दुनिया अब मशीनों पर निर्भर है,
कहा कोई खुद से काम लेता है ।
मुफ्त का रिश्ता कोई नही बनाता,
हर कोई रिश्तों का दाम लेता है ।
कोई तुम्हारा नही है यहाँ और
नही तुम किसी के हो ,
तुम्हे उसकी जरूरत है उसे तुम्हारी जरूरत है,
और बस यूहीं हर कोई
एक दूसरे को अपना मान लेता है ।
Author Munna Prajapati #love #reality #life #reallife #loveislove #writer #writing
- दासता के पीठ पर
- #hindi #lyrics तु इंसान नहीं.. गर..
जीता या मरता है सब कोई,
कैसे कोई खुली अखियाँ से सोई ।
शुकुन से बहोत फासलें नजर आयेगी,
गर तेरे भीतर नियत नहीं....
तु इंसान नहीं, गर
तुझमे इंसानियत नहीं ... ।
मजहब के नाम पर लड़ते हो,
इन ठेकेदारों के कहने मे पड़ते हो ।
भर रहें हैं देखो हैवानियत कहीं...
तु इंसान नही... गर
तुझमे इंसानियत नहीं..... ।
जो यह भ्रम भरतें हैं देखो,
कुछ ऐसा नहीं जो उनके पास नही,
तुम खुद को खो रहे हो और
तुम्हे एहसास नही ।
जता रहे हो शैतानियत, माशुमियत् नहीं....
तुम इंसान नहीं.. गर
तुझमे इंसानियत नहीं... ।
ये शीलशिला एक रोज तुम्हे भी ले डूबेगा,
जिस दिन ये अमन ओ चमन तुमसे उबेगा ।
अंजान हो गया तुझे ,जरा भी तरबियत नहीं....
तुम इंसान नहीं... गर
तुझमे इंसानियत नहीं..... . ।
✍️ Author Munna Prajapati
#love #life #virals #post #singer #songlyrics #writer #PostViral #hit #social #human #humanity
नोट :- यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें है परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏
- #lyrics #bhojpuri मोर पयजनिया...
जात रहनी दबे पाव सखी,
सबसे छुप के छुपाके,
भईल आधी रात जगले रहनी,
साबाका के सुताके.... २
रहे करार मिलेके बलामुआ से,
रहे अंजोरिया.. चमके चंदनिया..
हाय,,,बाज गईल मोरी पयजनिया...
दुआरे पे सुतल रहले हामार बाबू ,
पियवा से मिले खातिर , सखी रे
हामार दिल रहे बेकाबू... .. २
अचके मे गिरल मोर ओढ़नीया,
बुझाईल अईसे बाबू ,जानी गईले
मोर नदनिया....
रहे अंजोरिया.... चमके चंदनिया..
हाय,,, बाज गईल मोरी पयजनिया...
सुनते आवाज दिल धक-धक धड़के लागल,
घबरायिल जिया तन, थर- थर कापे लागल..... २
बुझाईल कुछ देर ला, खिसकल
पाव तले जमिनिया....
रहे अंजोरिया.... चमके चंदानिया...
हाय,,, बाज गईल मोरी पयजनिया....
~ मुन्ना प्रजापति
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नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकते हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य रूप । धन्यवाद🙏
- #lyrics #bhojpuri पिया जी एक बार.....
कई लिहनी हम तs सोरहो सिंगार,
देख लिहतs पिया एक बार...
दिलवा मिलन ला बडुवे बेकरार,
देख लिहतs पिया एक बार......।
सोलह बरस ले बचवनी, खुद के,
जमाना के नजर से,
सेज साजाके ढूंढता मनावा तोहके,
केतनी पहर से... २
लीही सम्हार हमके ,नाहीं होता
अब सम्हार....
दिलवा मिलन ला बडुवे बेकरार,
देख लिहतs पिया एक बार......।
हमरी जगहिया रहब ए सईया, तबे
बुझब दिल के पियास,
पिरीतिया के पीर तन मे, मारे लहरिया
लागल तोहरे से आस... २
आ गईल बाहार भईल
कली काचानार.....
दिलवा मिलन ला बडुवे बेकरार,
देख लिहतs पिया एक बार.....।
✍️ Author Munna Prajapati
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नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- #ghazal #hindi ये दुनिया...
अच्छों के साथ कहाँ ये दुनिया अच्छा करती है,
एक झुट को बोल-बोल के सच्चा करती है ।
किसको रौंद कर आगे निकलूँ रहती है फिराक् मे,
रखती है छुप छुप के कदम, खुद को
खुद से बचा करती है...
एक झुट...... अच्छों के साथ......... ।
लबों पे निंदा है मर चुका है ज़मीर मगर,
फिर भी कहते हैं जिंदा है,
दूसरों के नजर मे भ्रम रचा करती है....
एक झुट...... अच्छों के साथ........ ।
तुम खुश हो उसे इस बात का दुःख है,
जल रही है तुमसे भूल गयी,उसे क्या सुख है,
अपनी शक्ति औरों को गिराने मे खर्चा करती है....
एक झुट........ अच्छों के साथ.........।
जो बातें तुझमे बिछोह करे,
तुम्हारे दिल के अनमोल रिश्तों को तोड़े,
अक्सर तुमसे उस बात पर चर्चा करती है....
एक झुट..... अच्छों के साथ.......... ।
✍️ Author Munna Prajapati
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नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं, परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद । हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- #lyrics #hindisong #new #dute
M-F- तुमने कही हर बात मगर,
चुप ही रहें हैं हम.....
हमने सुनी हर बात मगर,
चुप ही रहे हैं हम....... ।
M- जाने वो कैसी बात थी,
मिलन की पेहली रात थी..... 2
F- घबरा रहा था मन मेरा,
टूट रहा था तन मेरा..... ।
तुम तो किये हर बात मगर,
चुप ही रहे हैं हम.....
तुमने कही........ चुप ही.......
M- हमने सुनी.......... चुप........ ।
M- कैसे कहूँ तु कितनी खास है,
हर लम्हा तु दिल के पास है..... 2
F- सजन बढ़ने ना देना दूरियाँ,
चाहे कोई भी हो मजबूरियाँ... ।
M- होठों ने की मुलाकात मगर,
चुप ही रहे हैं हम.....
F- तुमने कही......... चुप ही......
M- हमने सुनी........ चुप ही...... ।
~ Author Munna Prajapati #lyricist #viral #post #newpost #song #bollywood #songs #writer #poet
नोट:- यदि कोई इस गीत को अपनी आवाज मे व्यापारिक तौर पर रिलीज करना चाहता है तो कर सकता है परंतु हमारी अनुमति लेकर । हमारा अनुमति लेना अनिवार्य है । धन्यवाद 🙏
- #lyrics #bhojpuri ए सखी कईसे मनायी...
ए सखी कईसे मानाई,
हयी तिरछी नजरिया के... २
जेने पावे नेहिया ओने...२
बिछा देला शरीरिया के.....
ए सखी कईसे मानाई,
हयी बढ़ती उमरिया के... २
हाय गदरल जवानी हमार,
कोमल ई बदनिया,
रहे ना बस मे करे, बड़ी रे नदनिया.... २
हाँ खाली प्यार खोजेला,
दिन रात बस उहे सोचेला,
हाय कईसे बचा के रखी...२
धानावा सवरिया के..
ए सखी कईसे मानाई ,
हयी तिरछी नजरिया के....
केतनो खायीं खाना बाकी,
भरे नाहीं जियारा,
मन करे चली जायीं कुतुब,
मीनार के नियारा... २
बड़ी बानी हम परशान,
बढ़ल जाता मोर मायान,
एहो धयीलस ई कईसन.. २
हयी बेमारी लभेरिया के..
ए सखी कईसे मनायी,
हयी तिरछी नजरिया के.....
✍️ Author Munna Prajapati
#writer #PostViral #love #virals #life #song #songlyrics #hotshot #pawansingh999
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏
- किताबें पढने के लिए वक़्त कहाँ है किसी के पास, पूरी दुनिया तो परदे पर दिखायी जाने वाली काल्पनिक चलचित्रों के पीछे दौड़ रही है और अपने आप को अंधकार में लेकर जा रही है । जो जो वास्तवीक ज्ञान पुस्तकों में है वो चलचित्रों मे नही । आप एक मिनट से कम समय की वीडियो देखतें हैं और प्रत्येक मिनट के बाद दूसरी वीडियो देखतें हैं इनके बीच आप अपने मस्तिस्क की स्थिरता को बड़ी तेजी से बदलतें है ।
लगातार एक प्रभाव, दूसरा प्रभाव फिर तुरंत तीसरा प्रभाव, ऐसे ही लगातार स्थिरता, अपनी सोच, उद्देश्य, लक्ष्य आदि को बदलतें हैं जिसके वजह से आप अपने जीवन मे किसी एक लक्ष्य पर स्थिर नहीं रह पाएंगे । स्वभाविक सी बात है इस तरह की क्रियाएँ आपकी स्थिरता को भंग करती है और आप खुद को रोक नही पाते । जब कोई चीज थोड़ी सी ज्यादा समय लेती है या फिर समझ में नही आती तो आप उसे तुरंत छोड़ देते हैं । परंतु आप उसे समझने या किसी एक ही विषय पर गहरा अध्ययन करने की कोशिश नही करते । इंसान की यह सबसे बड़ी दुर्बलता है । जिससे कि वह अपने लक्ष्य को पाने मे चुक जाता है ।
कोई भी बड़ी चीज क्षणिक सोचने से या क्षणिक अध्ययन से पूर्ण नही होती उसके लिए वक़्त चाहिए होता है । और यह तो हमारे मस्तिस्क से निकल चुका है । एक मिनट से अधिक हम किसी एक विषय पर तो सोच ही नही सकते ।
हम जब तक रिल्स देख रहे होते हैं हमारा मस्तिस्क उसके विषय में सोचता है, जो हम देख रहे होतें हैं । परंतु किताबें, जिसमे प्रत्येक शब्द लिखे हुए हैं, उसे आप बार-बार पढ़ सकते हैं । उसे सोच सकते हैं । उसके अनुसार आप अपने जीवन को सक्रिय कर सकते हैं । यह जो मोबाइल फोन का दौर है, यह हमे उस अंधकार के तरफ ले कर जा रहा है जहाँ चारो तरफ कोई भी चराग़ नही । पुस्तकें मनुष्य का मार्गदर्शक हैं । ऐसा नहीं की मै पुस्तकें लिख रहा हूँ तो ही ये सारी बातें कर रहा हूँ! यदि आप इस बात का विचार करना चाहे तो भी नही कर सकते । और नाही यहा तक पहुँच सकतें है जहाँ तक हमने यह कल्पना की है । हम आधुनिक दौर मे जरूर जा रहे हैं परंतु यह भी सत्य है की हम अपने आप को कहीं खो रहें है ।
चलिए जरा सा सोच कर देखिये –
यदि गूगल बंद हो जाय ! यदि इंटरनेट काम ना करे तो हमारा क्या अवस्था हो जायेगा ।
जब मोबाइल का डाटा (इंटरनेट) समाप्त होता है तो इसके बगैर हम इक दिन नही रह पाते, कैसे भी हमे रिचार्ज करवाना ही है । इसका अर्थ यह है की हम किसी के अधीन होते जा रहें हैं । हमारी मानसिकता , हमारे मस्तिस्क पर किसी और का अधिकार हो रहा है । हम मानसिक रूप से किसी और का गुलाम होते जा रहें हैं । आप अपनी आँखें खोलिए और देखिये । हम 1947 मे आजाद हुए थे सत्य है मगर अब फिर हम खुद को गुलामी की तरफ ले जा रहें हैं , आधुनिकता समझकर ।
✍️😰✅🤔 Author Munna Prajapati
#PostViral #healthy #Risky #life #lifestyle #bad #harmful #mobiles #network
#virals
- Instagram पर सबसे ज्यादा फोल्लोवेर्स किसके है
- #lyrics #bhojpuri अचके रे हंशा उड़ गईले.....
जाने कईसन ई संजोग बा,
केहु ना जाने, जिनगी मे का जोग बा.. २
सबका से रिश्ता नाता तुड़ गईले.. २
अचके रे हंशा उड़ गईले... २
जाने का भईल हउवे, सभे बा सोच मे,
अभी कताना उमरिए रहल हs,
पर गईले कईसे दुखवा के प्रकोप में...२
साथहिं मे साथ अबसे बी छुड़ गईले... २
अचके रे हंशा उड़ गईले.... २
चार दिन के जिनगी बाटे, चल गईले
कईसे छोड़ी एके दिन मे ,
सुत गईले पंछी ,हमेशा ला
एक ही रे...नींन मे.... २
एतना करीब रहते सबसे दूर भईले... २
अचके रे हंशा उड़ गईले...... २
साचे हs बतिया रचित,
केहु के ना ठीक बा,
जवन हो गईल ओहके अपनवले
निक बा... २
केहु बिछड़ले तs, कहीं पे जुड़ गईले...२
अचके रे हंशा उड़ गईले..... २
✍️ Author Munna Prajapati
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- #poetry " दोस्तों के साथ की जिंदगी "
ओहो.. कैसे थे हम... और कैसे हो गए,
वो वक़्त अब शायद...कहीं खो गए,
वक़्त बीते और हम बिछड़े...
उड़ गए कहीं हमारी खुशियोँ के चिथड़े ।
कैसे मिलकर हम शोर मचाया करते थे,
ये मेरी है, वो तेरी है.. कहकर...
एक दूसरे को रिझाया करते थे,
कड़क सर्दी और कड़क धुप मे साथ
पढ़ने जाया करते थे...
कोई छोटा कोई बड़ा नही, एक ही
थाली मे खाया करते थे... ।
किसी की शादी हो गयी तो
कोई कवारा है...
कोई जिम्मेदारियों से जूझ रहा
तो कोई गलियों का आवारा है,
कोई बन गया शाहब तो कोई
बेरोजगारी का मारा है... ।
दूर हो मजबूर हो मगर, ये दोस्ती
दिल मे कायम रखना,
कभी तो मिलेंगे किसी मोड़ पर,
सोचना, जगना और राह तकना,
कितने जागे और कितने सो गए,
जगह बदला और समय बदला,
जो हमारे थे, वो किसी और के हो गए ।
~ ऑथोर मुन्ना प्रजापति
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- #poetry शिर्षक :"बहोत बड़ी दौलत है,औरत की वफादारी "
बहोत समझदारी है जो की है
जीवन जीने की तैयारी,
बहोत बड़ी दौलत है एक औरत की वफादारी ।
निभाना है तुम्हे घर की प्रत्येक जिम्मेदारी,
अपने फर्ज़ों मे कभी ना करना कोई होशियारी ।
माँ और पत्नी के बीच
जो हो जाए अनाकानी अगर,
खयाल रहे, तुम कभी ना करना
पत्नी की तरफदारी ।
तुम तड़पो, जलो, भटको
कोई नही है तुम्हे ढूढने वाला ,
आज तक किसी ने नही समझी मर्द की लाचारी ।
अनपढ़ औरत को हर कोई ब्याह कर ले जाता है,
पर लड़कियाँ ब्याहती है लड़का सरकारी ।
बेटी झगड़ती है हर रोज अपनी भाभियों से,
और माँ को चाहिए दामाद व्यवहारी ।
बगैर दौलत मर्द की कोई एहमियत नही,
अब जाकर की है तूने पैसे कमाने की तैयारी ।
इज्जत, मोहब्बत, वफा सब कुछ बिकती है ,
तुम खरीद सकते हो हर किसी की तरफदारी,
बहोत बड़ी दौलत है एक औरत की वफादारी ।।
Author Munna Prajapati
#love #view #sad #virals #thoughts #viralpage2024 #truth #truth_of_life_challenge #poem #poetry
- #lyrics #hindi इतनी दूर चला जाऊंगा...
ढूढ़ते रह जाओगे मुझको तुम,
मिलना तो बहोत दूर की बात है,
मै कभी नजर भी नहीं आऊंगा
एक रोज, इतनी दूर चला जाऊंगा.... ।
आँखों से बेहती आशुओं मे भीगतें हैं,
अकेले तन्हा हर पल तुम्हे ही ढूढ़ते हैं,
भर गया अब शायद जी तुम्हारा ...
जरा भी ना सोचा क्या होगा हमारा... ।
मत चिल्लाओ मुझ पर, मै
चला जाऊंगा....
तुम्हे कभी नजर भी नहीं आऊंगा,
एक रोज, इतनी दूर चला जाऊंगा.... ।
है अपनों का शहर हम, अजनबी होकर
जीते हैं,
चोट दिया है दिल को दिल लगी ने,
हम खुद ही जख्मों को सीते हैं.... ।
मचल रही हो आज तुम हुश्न की आड़ में,
पाओगी एक रोज उलझी हुई खुद को ,
काँटों की झाड़ मे... ।
धक्के मार कर ना भगाओ.. चला जाऊंगा...
तुम्हे कभी नजर भी नहीं आऊंगा
एक रोज, इतनी दूर चला जाऊंगा..... ।
~ मुन्ना प्रजापति
#sad #life #post #writing #love #writer #song #songwriter #songlyrics #songchallenge #himeshreshammiya #pawansingh999
नोट: यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं, परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 078978 68625
- #poetry शिर्षक :"बहोत बड़ी दौलत है,औरत की वफादारी "
बहोत समझदारी है जो की है
जीवन जीने की तैयारी,
बहोत बड़ी दौलत है एक औरत की वफादारी ।
निभाना है तुम्हे घर की प्रत्येक जिम्मेदारी,
अपने फर्ज़ों मे कभी ना करना कोई होशियारी ।
माँ और पत्नी के बीच
जो हो जाए अनाकानी अगर,
खयाल रहे, तुम कभी ना करना
पत्नी की तरफदारी ।
तुम तड़पो, जलो, भटको
कोई नही है तुम्हे ढूढने वाला ,
आज तक किसी ने नही समझी मर्द की लाचारी ।
अनपढ़ औरत को हर कोई ब्याह कर ले जाता है,
पर लड़कियाँ ब्याहती है लड़का सरकारी ।
बेटी झगड़ती है हर रोज अपनी भाभियों से,
और माँ को चाहिए दामाद व्यवहारी ।
बगैर दौलत मर्द की कोई एहमियत नही,
अब जाकर की है तूने पैसे कमाने की तैयारी ।
इज्जत, मोहब्बत, वफा सब कुछ बिकती है ,
तुम खरीद सकते हो हर किसी की तरफदारी,
बहोत बड़ी दौलत है एक औरत की वफादारी ।।
Author Munna Prajapati
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- #lyrics ओ रे पिया.... अब आजा रे...
अनजान कोई यूँ आया रे,
कैसे वो दिल मे समाया रे...
कुछ दिन बीते रात भी बीते...
फिर नजरी नी आया रे....
ओ रे पिया.. अब आजा रे... ।
तोहे खोजत कई मौसम बीते,
गुजर गए कई लमहे अनूठे...... २
रिम झिम बरसत प्रेम सावन आया रे
ओ रे पिया.... अब आजा रे.... ।
तड़प रहे हम यहाँ प्रेम बिरह मे ,
चल दिये तुम कमाने शहर में... २
कैसे बीते रतिया तनिक ना सोचा
क्या खूब तुमने प्रीत निभाया रे..
ओ रे पिया...... अब आजा रे... ।
देखत रहतिया मोर उमरिया बीते,
सांझ तले मोर नजरिया भीगे... २
सांच बता मोहे रचित पिया
क्यूँ मुझको तू रुलाया रे....
ओ रे पिया.... अब आजा रे... ।
✍️ Author Munna Prajapati
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नोट :- यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- हम उस मोड़ पर आ चुके हैं
- #lyrics #bhojpuri असहिं उमिरिया ना जियान करिह...
करिह खुद से मोहब्बत, बहुते बाटे हो जरूरत,
केहु होई ना तोहार, फ़रेब दिखायी नाहीं सूरत,
व्यर्थ जाए ना समईया धेयान रखीह...
नाहीं असहिं उमिरिया जियान करिह...
हो राही, असहिं उमिरिया ना जियान करिह....।
पहिरी पउआ मे पायल घुंघरू केतनो बाजायी,
मन मोहक रुपवा केहू केतनो साजायी..... २
कुछ दिन जिनीगिया के रास्ता सुनसान रखिह...
नाही असहिं उमिरिया जियान करिह..
हो राही, असहिं उमिरिया ना जियान करिह..... ।
बोलिह सोच समझ के काल्हे तोहरे भीरी आई,
मान सम्मान कहीं भूईया गिर जाई.... २
अपनों तरफ कुछ बयान रखिह...
नाही असहिं उमिरिया जियान करिह..
हो राही, असहिं उमिरिया ना जियान करिह.... ।
बोली मीठी मीठी बात केहू केतनो बाझायी,
करि हs ना भरोशा उहे खुशी छीन जायी.... २
रखिह सब कुछ बाकी ना गुमान रखिह.....
नाहीं असहिं उमिरिया जियान करिह..
हो राही, असहिं उमिरिया ना जियान करिह..... ।
~ मुन्ना प्रजापति (उ. प्र.)
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