Meaning of नाम in English
- of Christen
- The title by which any person or thing is known or designated; a distinctive specific appellation, whether of an individual or a class.
- A descriptive or qualifying appellation given to a person or thing, on account of a character or acts.
- Reputed character; reputation, good or bad; estimation; fame; especially, illustrious character or fame; honorable estimation; distinction.
- Those of a certain name; a race; a family.
- A person, an individual.
- To give a distinctive name or appellation to; to entitle; to denominate; to style; to call.
- To mention by name; to utter or publish the name of; to refer to by distinctive title; to mention.
- To designate by name or specifically for any purpose; to nominate; to specify; to appoint; as, to name a day for the wedding.
- To designate (a member) by name, as the Speaker does by way of reprimand.
- of Nim
- p. p. of Nim.
Meaning of नाम in English
Articles Related to ‘नाम’
- नाम सुधार
- नाम,दाम,मुकाम,परिणाम सब काम से ही मिलते है
- कृष्ण छवि
- अभी अभी
- ओ मोहन मुरली वाले ओ राधा के श्याम
- Rama is superior of all
- रंगभूमि
- कृष्णा तुम्हारी बँसी
- उनका व्यापार
- लेखक परिचय
- प्रभु स्मरण
- आप सब को नवरात्र शुभकामनाएं
- AI : Artificial intelligence (कृत्रिम बुद्धिमता) :-
एक फिल्म है " #robot " रजनीकांत और ऐश्वर्या राय का, जिसमे उनका नाम डॉ वशिकरण और सना है ।
डॉ वशिकरण एक रोबोट वैज्ञानिक रहते हैं । उन्होंने उस फिल्म मे एक रोबोट बनाया था जिसका नाम चिट्टी था । उन्होंने बहोत ही शानदार तरीके से उसे बनाया था जो की बिना थके, बिना रुके, एक शक्तिशाली मनुष्य के अपेक्षा कहीं अत्यधिक गति से काम करता था । वह बहोत ही सहायक था हमारे जीवन में परंतु मशीन तो मशीन ही होता है ।
एक बार शहर के एक बड़े इमारत में आग लग गयी । बहोत ऊचा इमारत था । आबको उस अग्नि से बचाना संभव ही नही था । रेस्क्यू टीम लगी हुयी थी । मीडिया लगातार खबरें टीवी पर दिखा रही थी । और यह खबर डॉ वशिकरण ने देखा और उन्होंने रोबोट चिट्टी को कहा - जाओ इमारत में फसे सभी व्यक्ति को बचाओ, बाहर लेकर आओ । चिट्टी अपने प्रोग्रामिंग के दम पर सभी बड़े, बूढ़े, बच्चे.. सबको बचाया क्योंकि वो आग से नही जल सकता और ना ही उसे दर्द होगा ।
ऐसे ही लोगो को बचाने के दौरान एक जवान लड़की नहा रही थी और आग मे फस गयी । चिट्टी उसके पास पहुंचा, लड़की चिल्लाती रही - मेरे पास मत आओ, मेरे कपड़े नही हैं, मैंने कपड़े नही पहने हैं । मै नहा रही थी और आग लग गयी । सब कुछ जल चुका है परंतु चिट्टी तो एक मशीन था । उसे क्या मालूम के एक लड़की बिना कपड़े, किसी के निगाहों के सामने नही रखी जाती । उसे वैसे ही उठा कर लोगों के बीच लाकर रख दिया । वहाँ मौजूद तमाम मीडिया, न्यूज़, टीवी, सब कुछ कैमरे में कैद । सब कुछ प्रसारित होने लगा । हजारों लोगो के बीच वह लड़की वस्त्र बिहिन अपने आप को पाकर, मानो उसकी जान ही निकल गयी । लड़की ने शर्म के मारे एका एक दौड़ा और जाकर चलती वाहन से टकरा गयी और अपनी जान दे दी । यह देखकर वशिकरण को बहोत दुख हुआ । उनकी आँखें भर गयी । लोग उनकी योग्यता की तारीफ करते- करते शर्मिंदा हो गए ।
इतना सब होने के बाद वशिकरण कई दिनों तक सोचते रहे । निष्कर्ष निकला यह की - यदि हम इसमे मनुष्य की तरह सोचने और समझने की शक्ति दे दी जाय तथा प्रत्येक चीज को एहसास करने की सेंस मिल जाय तो इस तरह की कोई घटना नही होगी ।
इन्होंने इस पर भी कार्य करना शुरू किया और कुछ ही दिनों बाद रोबोट चिट्टी को पूरी तरह से सेंसिटिव बना डाला । बिल्कुल मनुष्य की तरह । सब कुछ सही से चलता रहा.. ऐसे ही मे एक दिन ऐसा हुआ की रोबोट......
वशिकरण की प्रेमिका शना ने खुशी- खुशी में चिट्टी को चूम लिया और उसके बाद, उसके वजह से चिट्टी का एहसास जागृत हो उठा । चिट्टी को शना से प्यार हो गया । अब वो उसे किसी भी हद तक हाशिल करना चाहा । चिट्टी ने कहा शना मेरी है, इसकी शादी वशिकरण से नही मुझसे होगी । . मै शना से प्यार करता हूँ । जरा सोचिये एक मशीन की शादी शना से कैसे हो सकती है! जो की वशिकरण की प्रेमिका है । शना और वशिकरण ने चिट्टी बहोत समझाने की कोशिश की परंतु, प्रेम का एहसास चिट्टी के मेमोरी में एक्टिव हो चुका था, वो कैसे मानता । ऐसे ही बातों बातों में मामला गंभीर हो गया । बात मिटने मिटाने पर आ गयी । अन्त में डॉ वशिकरण ने देखा की इसका अंजाम सही नही होगा । यह हमारे लिए घातक साबित हो सकता है ।
वशिकरण ने चिट्टी को मिटाकर, सारे प्रोग्राम मिटाकर नष्ट कर दिया । लेकिन प्रत्येक कहानी में एक विलन जरूर होता है । इस कहानी में भी एक विलन था जो हमेशा से वशिकरण के विपक्ष मे कार्य करता था । उसने उस रोबोट के पार्ट को लाकर फिर से उसका निर्माण कर दिया । वह भी वशिकरण के जैसा ही एक रोबोट वैज्ञानिक था ।
कुछ दिनों बाद वह रोबोट चिट्टी ही अपने जैसे रोबोट तैयार करने लगा क्युकी उसके अंदर उसके मेमोरी में डॉ वशिकरण था । कुछ दिनों बाद उस विलन को मारकर उसने खुद का एक समूह तैयार कर लिया । जिसमे सब के सब रोबोट ही थे । सब उसके इशारों पर चलते थे । चिट्टी के मन में यह विचार उत्पन्न हुआ की हमे अपनी खुद की दुनिया बनानी है , जिसमे मनुष्य ना हो और यदि हो तो वो हमारा गुलाम हो । और इसी मुकाम की तरफ निकल पड़ा । 24/7 रोबोट बनाता रहा । एक एक करके मनुष्यों का विनाश करता रहा । उसकी चाहत बन गयी थी, शना...
अपने बल पूर्वक शना को भी छीन लिया था वशिकरण से । यह सब देखकर वशिकरण दंग रह गए । हमारी बनायी हुयी मशीन, हमारा ही विनाश करने पर तुल गयी ।
बहोत ही सघर्ष के बाद, तकनिकीओं के इस्तेमाल के बाद, बहोत कुछ खोने के बाद इस मशीन पर डॉ वशिकरण ने कामयाबी हाशिल की । चिट्टी का जीवन नष्ट कर पाए । नही तो हमारा विनाश निश्चित था ।
मैंने यह कहानी एक उदाहरण के तौर पर दिया है आपको । ठीक इसी प्रकार आप सोच सकतें हैं, समझ सकते हैं ।
यह तो फिल्म है, कल्पनिक बातें है परंतु अभी के समय में, हमारे जीवन मे, हमारे बीच जो AI tool (Artificial intelligence) आया है । या जिसने भी बनाया है इसको, व्यापार के तौर पर, आधुनिकता के नाम पर, यह सही साबित नही होगा हमारे लिए ।
विगत समय में आपने देखा ही होगा की साउथ की सुप्रसिद्ध नायिका ' #rashmikamandanna ' का एक वीडियो चलचित्रों मे आया था जो की AI का कमाल था । वह वीडियो वास्तवीक नही था । इसी प्रकार ना जाने किस किस रूप मे हमे इसके घातक प्रभाव देखने को मिलेगा ।
यदि आपने #movies #robot नही देखी तो देख लीजिये आपको सब समझ में आ जायेगा की किस तरह से हम अपने विनाश का बीज खुद ही बो रहें हैं । आधुनिकता के नाम पर । AI tools भी हमारे जीवन में ठीक उसी प्रकार कार्य करेगा जिस प्रकार रोबोट चिट्टी ने किया था ।
नोट :- आप सभी पाठक से अनुरोध है की आप चलचित्रों पर, मोबाइल फोन पर दिखायी जाने वाली तस्वीरों, वीडियो आदि पर यकीन कभी मत करना । आपके वास्तवीक जीवन में जो हो रहा है, जो आप प्रत्यक्ष रूप से देख रहे हैं , अपनी आखों से , और जो महसूस कर रहे है वही सत्य है । बाकी सब झूठ है, दिखावा है । अब आने वाले समय में यह कंप्यूटर कुछ भी कर सकता है ।
प्रार्थना :- मै न्यायाधीश को भी द
- जाने और अनजाने में बस तेरा नाम पुकारा करते हैं
- #lyrics #song #hindi
सोये ना अखियाँ, हृदय ना पावे आराम,
याद आता है कोई, दिल को शुबहो शाम
हाँ.. हृदय ना पावे आराम....
लब लेती है बस उसी का नाम,
पहुँच ना पाए एक दिल तक,
एक दिल का पैगाम ।
सोये ना अखियाँ, हृदय ना पावे आराम,
याद आता है कोई ,दिल को शुबहो शाम...
ना पावे आराम... हाँ दिल को........
ना तन है ना ,मन मेरे बस मे,
डर है कहीं हो ना जाए नीलाम ।
जिशम के भूखे, घूम रहे हैं शैतान....
याद आता है कोई , दिल को शुबहो शाम
हृदय ना पावे..... दिल को.....
जो तू ना आया, मर जाऊँ मैं बिरह मे,
विगत देखना तुम आकर, मेरा परिनाम ।
जग का जाने प्रेम, दुनिया है अंजान....
याद आता है कोई, दिल को शुबहो शाम
हृदय ना पावे.......दिल को....... ।।
Author Munna Prajapati
#view #viralpage #virals #life #pawansingh #kheasarilalyadav #shilpiraj #Golu_Raja #ankushrajaofficial #musiclover #singers #writes
नोट: यदि कोई इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिलीज करना चाहता है तो कर सकता है, अनुमति लेने के बाद । हमारी अनुमति अनिवार्य है ।
- #hindi #lyrics तु इंसान नहीं.. गर..
जीता या मरता है सब कोई,
कैसे कोई खुली अखियाँ से सोई ।
शुकुन से बहोत फासलें नजर आयेगी,
गर तेरे भीतर नियत नहीं....
तु इंसान नहीं, गर
तुझमे इंसानियत नहीं ... ।
मजहब के नाम पर लड़ते हो,
इन ठेकेदारों के कहने मे पड़ते हो ।
भर रहें हैं देखो हैवानियत कहीं...
तु इंसान नही... गर
तुझमे इंसानियत नहीं..... ।
जो यह भ्रम भरतें हैं देखो,
कुछ ऐसा नहीं जो उनके पास नही,
तुम खुद को खो रहे हो और
तुम्हे एहसास नही ।
जता रहे हो शैतानियत, माशुमियत् नहीं....
तुम इंसान नहीं.. गर
तुझमे इंसानियत नहीं... ।
ये शीलशिला एक रोज तुम्हे भी ले डूबेगा,
जिस दिन ये अमन ओ चमन तुमसे उबेगा ।
अंजान हो गया तुझे ,जरा भी तरबियत नहीं....
तुम इंसान नहीं... गर
तुझमे इंसानियत नहीं..... . ।
✍️ Author Munna Prajapati
#love #life #virals #post #singer #songlyrics #writer #PostViral #hit #social #human #humanity
नोट :- यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें है परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏
- #lyrics #hindi गुलाम आपका हो गया....
M- आपके इन कातिल निगाहों से,
हम बच ना सके ,
दिल मेरा ,गुलाम आपका हो गया...
आपकी पल्केन् झुकी जो शरमा के,
मेरे दिल पे नाम आपका हो गया....
F- हम हुए आपके और हमारा
मुकाम आपका हो गया......
आपके इन...... दिल मेरा.....
F- जाने कैसे - कैसे ,जादू चलाये ,
मुझपर आपने,
मै जहाँ जाऊँ ,आपको पाऊँ ,जैसे
खड़े हो सामने.... २
हम सोचतें हैं रातों में, कैसे
इक अनजान हमारा हो गया....
हम हुए आपके और हमारा
मुकाम आपका हो गया....
M- आपके इन....... दिल मेरा....
M- इस प्यार के, सावन मे,एक दूजे
के बाहों मे बिखर जायेंगे,
ये गोरा बदन, जरा सा और, निखर
जायेंगे.... २
आप बस गए मेरी सासों मे,
अब तो उम्र तमाम आपका हो गया...
हम हुए आपके और हमारा
मुकाम आपका हो गया....
F- आपके इन......... दिल मेरा......
✍️ Author Munna Prajapati
#post #life #virals #songwriter #songlyrics . #love
#trend #viralpost2024 #pawansingh999
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- #lyrics मै हूँ इश्क़ का रोगी...
इन नजरों ने देखा, ये खूबसूरत चांद सा चेहरा,
अब और कुछ करता नहीं,
कर रहा है आपके हुश्न का पेहरा.... २
ये दिल तो अब आपसे प्यार कर रहा है,
इंतजार है मुझे, आप कब करोगी.....
मै तो हूँ एक इश्क़ का रोगी...... ।
आप ही को मन अपना मान बैठा,
है ये सपना या सच मै अंजान बैठा,
आ रहा है मजा ना है कोई खबर...
बांध लिया दिल ने प्रीत की पगड़ी मुरैठा ।
मोहब्बत का तूफान अब आसमान चढ़ रहा है,
ऐतबार है मुझे, तुम कब समझोगी....
मै तो हूँ एक इश्क़ का रोगी..... ।
बेपनाह मोहब्बत ये नादाँ कर रहा है,
आपके नाम ये दोनो जहाँ कर रहा है,
समझो ना इस दिल की माशुमियत को...
खामोश मद भरी निगाहों से बयाँ कर रहा है ।
पढ़ो ना ऐसे जैसे कोई तुम्हे पढ़ रहा है,
सच्चा प्यार है मुझे, तुम कब करोगी....
मै तो हूँ एक इश्क़ का रोगी..... ।
✍️ Author Munna Prajapati
#writer #life #love #PostViral #public #song #songlyrics #songwriter #view
नोट : यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकॉर्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकतें हैं परंतु हमारी अनुमति लेकर, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏 +९१७८९७८६८६२५
- #poetry शिर्षक "गुजर रहा है अब मोहब्बत का जमाना "
अब गुजर रहा है वो जमाना,
अब किसी पर भी यकीन नही करेगा कोई....
झूठा साबित हो रहा है, अब तो प्रेम का पैमाना,
अब रिश्तों मे बगैर मुनाफे के,
कोई सीन नही करेगा कोई ।।
ये पीढ़ी आखिरी थी, दिल को दुखा लिया हमने,
अपने आखों के आँशु, आँखों मे ही सुखा लिया हमने,
अब तो लोग जिश्म से खेलेंगे और चलते बनेंगे...
जो जल रहा था चराग़, आशियाने मे,
अब तो उसे भी बुझा लिया हमने ।
गर जिंदा रहा तो देखूंगा, तुम्हारे बच्चों का कारनामा.. ...
यकीन मानो मर्द का,हर रात रंगीन करेगा कोई....
अब गुजर रहा है वो जमाना,
अब किसी पर भी यकीन नही करेगा कोई.. ।।
तुम देखना कुछ ही सालों मे,
कोई आये - जाए नही रह पायेगा मलालों मे,
हर रोज दूसरा होगा, निगाहों के इन खयालों मे,
तुम ढुंढोगे पुस्तक के पन्नों मे,
जबाब रहेगा पूछे गए शवालों मे ।
तुम डाटते रह जाओगे,
तुम सिखाते रह जाओगे..
कुछ असर नहीं करेगा तुम्हारा ताना ...
यकीन मानो तुम्हारे उसूलों का तौहीन करेगा कोई...
अब गुजर रहा है वो जमाना,
अब किसी पर भी यकीन नही करेगा कोई.. ।।
इश्क़ नही, जिश्म की चाहत पूरी की जायेगी,
नये जमाने के नाम पर, हर कहानी अधूरी की जायेगी,
अपनापन मिट जायेगा, रिश्तों की अहमियत मे दूरी की जायेगी,
ना चाहते हुए भी, कुछ अजीब
चरित्रों की मंजूरी दी जायेगी ।
खत्म होगा मोहब्बत करने और निभाने का अफसाना...
यकीन मानो उम्र से पहले मिलकर,
खुद को हसीन करेगा कोई....
अब तो गुजर रहा है वो जमाना,
अब किसी पर भी यकीन नहीं करेगा कोई.. ।।
✍️ Author Munna Prajapati
#post #love #life #view #virals #Real #truth #new #future #writes #writing
- #lyrics #hindi जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है..
जो बीत गया ,, वो क्यूँ याद रखा है,
जो दिख रहा है.. वो प्यार नही है
ये लबों की हंसी, ऐ मेरे हमनशीं..
और कितनो को, हमारे बाद रखा है ...
जो बीत गया.....
देखो तो जरा ,इन झूठी अखियोन मे,
छुपी है फरेब इसकी, हर बतियों मे...
कहा था हमसे, हम तो बस तुम्हारे हैं,
झाक कर जो देखा दिल मे उसके,
आशिक़ों की लंबी कतारें हैं.... ।
आशियाना लूट कर खुद को, आबाद रखा है...
और कितनों को, हमारे बाद रखा है,
जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है...
ना पेह्चान सके हम, फिसल गए उस
हंसिन चेहरे पर,
ना रोक पाया हमने , लगाया खुद को
उसके पेहरे पर....
कहा था हमसे, बस तुम हो एकलौते,
इस दिल के हक़दार,
बनाया उसने मुझे, अपने हुश्न का
पहरेदार... ।
जाने कितनों का लूट कर ,जायदाद रखा है.....
और कितनों को, हमारे बाद रखा है,
जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है......
किसी से कुछ कह भी नही सकते,
कितना रोतें हैं अंदर ही अंदर मे...
मेरा मेहबूब मेरा ना निकला,
कस्ती हमारी डूब गयी समंदर में.. ..
समंदर भी ना रख सका अपने अंदर,
किनारों पर छोड़ गया जिश्म से जान लेकर...
लूट गया एक बंदा होकर इश्क़ मे अंधा,
क्यूँ बदनाम करूँ मै उसको, बेवफ़ा नाम देकर.... ।
हमने तो प्यार के पंछी को आजाद रखा है.....
और कितनों को हमारे बाद रखा है,
जो बीत गया,, वो क्यूँ याद रखा है...
✍️ Author Munna Prajapati
#post #view #life #virals #sadness #sad #song #songwriter #songlyrics #love
नोट :- यदि आप इस गीत को व्यापारिक तौर पर रिकार्ड करके रिलीज करना चाहते हैं तो कर सकते है परंतु हमारी अनुमति लेने के बाद, हमारी अनुमति अनिवार्य है । धन्यवाद🙏
- शीर्षक :" ये मसला सिर्फ हँसी का है "
तु आसमा क्यु तकता है,
हर एक लफ्ज़ तो इस ज़मी का है ।
तु इतना क्यूँ सोचता है,
ये मसला सिर्फ हँसी का है ।
यू देख कर सितारों को,
क्यु नम करता है,पल्कों के किनारों को,
जरा देख इन खूबसूरत नजारों को,
बाग में और भी फुल हैं,
क्यु उलझा है, ये दुनिया का उसूल है,
खुद ब खुद भर जायेगा, तु फिकर ना कर,
भूल जा दिल के दरारों को ,
ये असर इश्क़ मे मयकशी का है..
तु आसमा क्यु तकता है,
हर एक लफ्ज़ तो इस जमी का है,
तु इतना क्यु सोचता है.... ।।
जो चले गए वो नही हैं , जिंदगी निवाहने वाले,
कोई और होगी रहगुजर, दुनिया बहुत बड़ी है,
बहोत मिलेंगे चाहने वाले,
तु खुद से ना खुद को इतना सता,
तेरी आँखों में कोई खोट नही
ये बात अपने दिल को तो बता,
अब यहाँ ऐसे ही होता है, कहाँ
अब कोई किसी के लिए रोता है,
खुद को मजबूत कर, उसको हटा,
रात गुजार, सुबह होते ही बाग मे
एक फुल खिल जायेगा,
यकीन कर, खुद पर, खुदा पर,
उससे बेहतर कोई मिल जायेगा,
तु बस उसी का नाम क्यु जपता है..
यूँ खामोशी मे आसमा क्यु तकता है,
सारा मसला तेरी मायूशी का है,
तु इतना क्यु सोचता है,
ये मसला सिर्फ हँसी का है ।।
तु जी कर तो देख पहले की तरह,
नजारों मे कोई कमी नही होगी,
मै लिख कर देता हूँ तुझको,
फिर कभी नजरों मे नमी नही होगी,
वहम है, सारे गम, हमी को है...
तु इतना क्यु सोचता है,
हर लफ्ज़ तो इस ज़मी का है ,
हुआ कुछ नही, ख़ाब भूल कर तो देख,
ये मसला सिर्फ तेरी हँसी का है.. ।।
( Don't copy please.. Share direct)
IG : @meri_lekhani_
Author Munna Prajapati
#post #poetry #poetrychallenge #poetrylovers #poem
- आज कल न इस जगत में सब कुछ उल्टा हो रहा है /-
कोई नीति जब बनती है तो लगता है की यह सही है, हितकर है परंतु कुछ समय बाद पता चलता है की उस पर लागू नहीं होती जिसने उसे बनाया है । तो फिर.... 🥺
नदियों को माता कहा जाता है और देखें तो औसत रूप से नदियों को गंदा और दूषित करने मे हमारा ही हाथ है । तो फिर... 🥺
ये धरती हमारी माँ है । हम इसकी पूजा भी करते हैं और इस धरती पर सबसे ज्यादा दुष्कर्म ,हम ही कर रहें हैं । तो फिर...... 🥺
हमेशा प्रकृति के प्रतिकूल काम कर रहें हैं । और फिर कह रहें हैं की प्रकृति बदल रही है । नहीं....
उसे बदलने पर हम मजबूर कर रहें हैं । तो फिर..... 🥺
कोई चोर यु ही नही बनता है खुद से, गुनहगार खुशी से कोई गुनाह नही करता । उसके सामने हम ऐसे हालात खड़ा कर देते हैं की वह चोरी करता है या कोई गुनाह कर बैठता है । तो फिर.... 🥺
सामने वाला हमे इज्जत, सम्मान, प्यार जरूर देता और मुख्य रूप से देता भी है परंतु हम ही उसे बेशर्म और क्रूर बनने पर मजबूर कर देते हैं, उसे प्रतिउत्तर मे अपमान परोशकर । हम सामने वाले को अपने धन का, पद, प्रतिष्ठा का ,शक्ति का प्रताडन देकर । तो फिर... 🥺
प्रेम प्राकृतिक है । यही सृष्टि का एक मात्र आधार है । यह समाप्त हो गया अगर तो हमारा अस्तित्व समाप्त हो जायेगा । मोहब्बत करो और करने दो एक दूसरे से , मगर ...
तुम तो नफ़रत दिलों में पाल रहे हो । तो फिर.... 🥺
संत ने कहा, यह दुनिया मोह माया से घिरी हुयी है । दूर निकलो इन भावनाओं से, और तुम निकल गए । क्यूँ नही सोचा उसके बारे में, जिसने तुम्हे जन्म दिया और इस सोच के काबिल बनाया । वह स्त्री जिसको तुमने व्याह कर लाया । वह शिशु जो तुम्हारे नाम से इस धरा पर आया । तो फिर..... 🥺
✍️ Author Munna Prajapati #PostViral #post #realtalk #reallife #thoughts #writer #india #culture
- हमारी सभी बहनों के लिए यह जनकारी अवश्यक् है :-
पिछले 3 साल का डाटा, 43 लाख लड़कियों में बाझपन और 30 लाख में कैंसर पाया गया... वैलेंटाइन के बाद मुश्किल से 10 दिन के अंदर गायनेकोलोजिस्टो के पास लड़कियों की भीड़ लग जाती है...
टीवी पे ऐड आता है सिर्फ एक कैप्सूल से 72 घंटो के अंदर अनचाही प्रेगनेंसी से छुटकारा...
बिना दिमाग की लडकिया, ऐसी गोलियां जिसका न कम्पोजीशन पता होता है न कांसेप्ट…
बस निगल जाती हैं…
इन फेक गोलियों में आर्सेनिक भरा होता है यह 72 घंटो के अंदर सिर्फ बनने वाले भ्रूण को खत्म नही करता बल्कि पूरा का पूरा प्रजनन तंत्र ही खत्म कर देता है…
शुरू में तो गोलिया खाकर सती सावित्री बन जाती हैं लेकिन शादी के बाद पता चलता है ये अब माँ नही बन सकती…
तो सबको पता चल जाता है इनका भूतकाल कैसा रहा है, पर कोई बोलता नही जिन्दगी खुद अभिशाप बन जाती है…
सरकार हर साल मातृत्व सुरक्षा, जननी सुरक्षा, बेटी बचाओ जैसी योजनाओ के नाम पर करोड़ो रुपयेफुक देती है।
आज हालत ये हैं 13-14 साल की बच्चिया बैग में i-pill लेकर घूम रही है ये मरेंगी नही तो क्या होगा…
और ऐसी जहरीली चीजे वैलेंटाइन पर मेडिकल माफिया भारतीय बाजारों में जानबुझकर उतारता है...
क्युकी सबको पता है, भारत में बुद्धिजीवी वर्ग का कोई मान नही होता... पहले ये लड़कियों को जहर खिलाकर बीमारी देते हैं... फिर उसकी दवाई बेचकर अरबो रूपये कमाते हैं... जिसमे नेता भी कमाई करते हैं... क्युकी ऐसे जहर को बेचने का परमिट और उनकी चेकिंग न करवाने का काम नेता ही कर सकते हैं...
बेटी आपकी, तो उसकी जिम्मेदारी भी आपकी... इस वैलेंटाइन उसके पीछे संत महापुरुष का ही नही बल्कि आप खुद सजग रहोगे, देखने पर विरोध करोगे।
समय है वेलेंटाइन जैसे कुकर्म को बढ़ावा देने वाले घटिया मानसिकता की जगह जगह अपने माता पिता का पूजन कर देश की युवा पीढी को सुदृढ़ बनाने का...
या फिर अगर चाहते हो आपकी बेटे बेटी जमके अय्याशी करे, और बाद में कैंसर, बाझपन, STD की वजह से मर जाए और आपका बोझ हल्का हो... तो एक ही बार में सल्फास दे दो...
समस्या आपके बेटी की अय्याशी और उसके मरने से नही, समस्या होती है, जो दवाईया बेचकर विदेशी कम्पनिया हर साल हमारे देश का अरबो रुपया लुट लेती हैं उससे है... आज कल की सच्चाई।
सभी बहनों के हित मे, यह जनकारी समर्पित किया है ।
सतर्क रहो, भूलकर भी यह गलती मत करना वरना जीवन भर पछताना पड़ेगा.... ।
जनकारी स्रोत : गूगल कोरा..
- गलत लोगों का साथ रहना, बहोत हानिकारक है, ख्याल करें :-
मैं आपसे दिल की बात करूंगा। वो बात जो शायद आप सुनना नहीं चाहते, पर जो सच है।
जानते हो, जिंदगी एक सफर है। और इस सफर में हमारे साथी कौन हैं, ये बहुत मायने रखता है।
मुझे याद है, मेरा एक दोस्त था - अमन ( कल्पनिक नाम)। कितना होशियार था वो। लेकिन फिर क्या हुआ? गलत दोस्तों के चक्कर में फंस गया। धीरे-धीरे नशे की गिरफ्त में आ गया। आज जब उसे देखता हूं तो दिल दुखता है। वो चमकती आंखें अब खाली सी हो गई हैं।
फिर सोनू की कहानी है ( मैने कहीं पढ़ा है )। प्यार में अंधा होकर एक ऐसी लड़की से शादी कर ली जो उसे समझती ही नहीं थी। आज वो घर में रहता है, पर अकेला महसूस करता है। उसकी मुस्कुराहट कहीं खो गई है।
और रीना (यह उदाहरण ली गई है )? उसने अपने माता-पिता की बात मानकर एक ऐसे शख्स से शादी कर ली जो उसे पसंद ही नहीं था। आज वो जिंदा है, पर जी नहीं रही।
मैं ये सब देखकर सोचता हूं - क्यों हम अपनी जिंदगी को इतना कम आंकते हैं? क्यों हम गलत लोगों को इतनी अहमियत देते हैं?
दोस्तो, समझो। गलत लोग सिर्फ हमारा वक्त ही नहीं बर्बाद करते, वे हमारी रूह को भी तोड़ देते हैं। वे हमारे सपनों को कुचल देते हैं। हमारी हंसी छीन लेते हैं।
लेकिन याद रखो, अभी भी देर नहीं हुई है। अगर आप गलत लोगों से घिरे हुए हैं, तो बाहर निकलने की हिम्मत जुटाओ। हां, मुश्किल होगा। दर्द होगा। लेकिन ये दर्द उस दर्द से कम होगा जो आप अपनी पूरी जिंदगी गलत लोगों के साथ रहकर झेलोगे।
अपने आप से प्यार करो। अपने सपनों को अहमियत दो। सही लोगों को अपनी जिंदगी में जगह दो। वो लोग जो आपको ऊपर उठाएं, आपको प्रेरित करें, आपकी खुशियों में खुश हों।
क्योंकि अंत में, जिंदगी बहुत छोटी है। इसे उन लोगों के साथ जियो जो इसे खूबसूरत बनाते हैं, न कि बर्बाद करते हैं।
माँ बाप को भी अपने बच्चों के प्रति विचार करने का आग्रह करता हूँ । जो अपने बच्चों को पुराने उसूलों पर चलाते हैं और अपने अनुसार उनके भविष्य को निश्चित करना चाहते हैं ।
नही ऐसा क्यूँ होगा कोई, हर एक इंसान अलग अलग खूबियों से सुसज्जित है उसे अपने खूबियों पर काम करने दीजिये, वो एक दिन सर्वश्रेष्ठ साबित होगा ।
अगर आप मे काबिलियत है और आप उस जगह पर नहीं हैं तो क्यूँ नही हो! सोचो तुम्हे वही पर होना है, अगर तुम कहीं और हो तो क्यूँ!
तुम कभी सफल नही होंगे । जीवन भर संघर्ष ही संघर्ष रहेगा । कभी दिल को खुशी नही मिल सकती ।
ख्याल करो, सोचो और जो हुनर तुम मे है उसके साथ आगे बढ़ो । जो लगे की तुम्हारे लिए सही नही है, उससे खुद को किनारा कर लो । दूर हो जाओ । संगत का प्रभाव इंसान को ले डूबता है कहीं का नही छोड़ता । ये मेरी बातें कहीं लिख लेना और जीवन भर याद रखना ।
मै उतना बड़ा ज्ञानी तो नही परंतु जो मन में आया मैने समझाने की कोशिश की है अब आगे आपकी इच्छा । धन्यवाद🙏
✍️ Author Munna Prajapati
- उत्तराखंड की जिया रानी
- गांधी व्यक्ति नहीं एक विचारधारा
- गांधी व्यक्ति नहीं एक विचारधारा
- लेखक परिचय
- YouTube चैनल बनाने से पहले क्या ध्यान में रखना चाहिए?
- अब्दुल नवी के जीवन का इतिहास
- Faithful man of God "Abarham"
- मां
- लेखक परिचय
- परिचय
- परिचय
- Zindagi
- निगाहों
- राममय जगत
- आशा की मुस्कान
- " जैविक खेती "
- फूल माला
- फूल माला
- खुशी की वजह
- दिल्ली महिला पुलिस कांस्टेबल बनी दामिनी
- पेड़ और उसकी जड़ें
- भाग एक : - परी की आफिस में इंट्री
- मुहब्बत की सिफ़ारिश हो रही है
- तोताराम
- बागेश्वर धाम सरकार
- भाग चार : – टोटी वाले सर उर्फ़ कल्लू सर
- घरवालों को पता चलना
- पांच बच्चों की मां का दर्द
- एक पेचिता सच्ची कहानी
- कहानी एक रात की
- कहानी एक रात की
Browse Other Words By Clicking On Letters