20 April 2024
काम न आया गर कभी, दूर रखा हो विकास,
अस जब पहुँचे आप तक, मत कीजो विश्वास ।
(C)@ दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
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Just a curious word builderD
Went to Jaipur a few years ago. Since the journey was not pre-planned but was sudden, no hotel was booked. Sitting at the railway station, I started booking a hotel on my mobile for suitable hot
थकती हैं संवेदनाएँ जब तुम्हारा सहारा लेता हूँ, निराशा भरे पथ पर भी तुमसे ढाढ़स ले लेता हूँ, अवसाद का जब कभी उफनता है सागर मन में मैं आगे बढ़कर तत्पर तेरा आलिंगन करता हूँ, सिकुड़ता हूँ शीत म
During our Jaipur visit with family, I checked out for local tour operators. That was not a difficult task. I found a tour operator near my hotel itself. We planned for local visit of Jaipur ne
I. N. D. I . अलायंस का पत्रकारों पर लगा प्रतिबन्ध सोचने पर मजबूर करता है । कुछ पत्रकारों पर प्रतिबन्ध लगाना कहाँ से उचित है । देश विरोधी पत्रकारों का विरोध भी तो करना चाहिए। अगर कुछ भारत की बा
I.N.D.I. alliance has bycott the Indian journalists forces one to think. How is it justified to ban some journalists? Anti-national journalists should also be opposed. If there are not some journalist
Name it anything, we will recognize, you raise any flag, we will recognize, you sow the seeds of hatred, you sow it everywhere, no matter how much you try, We will recognize.
On I.N.D.I. alliance boycott of Indian media journalists What is this behavior ? just like Hitler you impose restrictions Brother, this is democracy which means also for you transpa
They are the ones who don't ignore your actions, What's more, brother, they are not afraid to say this in public. Your agendas would have always remained hidden but they have revea
You laugh with cruel laughter, we all can see you, you smile sweetly, still we can see you, O ! sons of Satan, on your clothes, the red spots that blood still did not disappear, Whenev
Have you ever felt shiever in your spine while been too deep in basement of a mall or in a tunnel or in metro underground track. I am sure that we must have experienced fear atleast once when have
Bharat is famous for diversity which is not only reflected in culture and traditions but how different festivals have been celebrated in different parts of the country also gives a clear picture
The Ganesh Chaturthi The festival celebrates Ganesha as the God of New Beginnings and the Remover of Obstacles as well as the god of wisdom and intelligence and is observed throughout India, especial
Rigveda is considered the first Veda. Rigveda contains a collection of mantras in praise of various gods and goddesses. The mantras of Rig Veda originated at different times. Some mantras are ancient
The purpose is hidden in the name of Satyanarayan itself. That means Truth is Narayana or Narayana is the Truth. What does this mean? Let us think a little. If we take the first meaning. Truth
Daughters are indeed very lovely. Sisters are also very lovely. Parents and brothers keep showering their love and affection on them throughout their life. But, these daughters or sisters are, after a
Integral humanism was a set of concepts drafted by Upadhyaya as a political program and adopted in 1965 as the official doctrine of the Jan Sangh. The doctrine is also interpreted as 'Universal Brothe
ॐ अग्निमीळे पुरोहितं यज्ञस्य देवमृत्विजम् . होतारं रत्नधातमम् (ऋग्वेद मंडल १, सूक्त १, मंत्र १) I Laud Agni, the chosen Priest, God, minister of sacrifice, The hotar, lavishest of wealth. इस मंत्र
पता पिता से पाया था मैं पुरखों के घर आया था एक गाँव के बीच बसा पर उसे अकेला पाया था । माँ बाबू से हम सुनते थे उस घर के कितने किस्से थे भूले नहीं कभी भी पापा क्यों नहीं भूले पाया था । जर्जर एक
अ॒ग्निः पूर्वे॑भि॒र्ऋषि॑भि॒रीड्यो॒ नूत॑नैरु॒त। स दे॒वाँ एह व॑क्षति॥ Worthy is Agni to be praised by living as by ancient seers. He shall bring, hitherward the Gods. ज्ञानार्जन करते वो ऋषि हैं
अग्निना रयिम्श्र्न्वत्पोष्मेव दिवेदिवे । यशसं वीरवत्तमम् ॥ Through Agni man obtaineth wealth, yea, plenty waxing day by day, Most rich in heroes, glorious. सद्कर्मों में सहायक हो
अग्ने यं यज्ञमध्वरं विश्वतः परिभूरसि । स इद्देवेषु गच्छति॥ Agni, the perfect sacrifice which thou encompassest about Verily goeth to the Gods. पहले तो दृढ निश्चय हो, फिर कामना प्रबल हो
अग्निर्होता कविक्रतुः सत्यश्चित्रश्रवस्तमः । देवो देवेभिरा गमत्॥ May Agni, sapient-minded Priest, truthful, most gloriously great, The God, come hither with the Gods. हे अग्नि तुम
यदङ्ग दाशुषे त्वमग्ने भद्रं करिष्यसि । तवेत्तत्सत्यमङ्गिरः॥ Whatever blessing, Agni, thou wilt grant unto thy worshipper, That, Angiras, is indeed thy truth. हे अग्नि रूप ईश्वर ये सुन ल
उप त्वाग्ने दिवेदिवे दोषावस्तर्धिया वयम् । नमो भरन्त एमसि To thee, dispeller of the night, O Agni, day by day with prayer Bringing thee reverence, we come. एक नहीं, सत-सहस्त्र नेत्
You don’t care, Whatever be loss, You just care for your gross. You can cross any limit, If you find there any thing of your benefit.
Universe strive to balance you keep on destruction nature creates but you destroy it . you cyphon the underground water you concrete the soil, you turned all rivers into stream of hell,
राजन्तमध्वराणां गोपामृतस्य दीदिविम् । वर्धमानं स्वे दमे॥ Ruler of sacrifices, guard of Law eternal, radiant One, Increasing in thine own abode. " ईश्वर का ही रूप सत्य है, सत्कर्मों में
स नः पितेव सूनवेऽग्ने सूपायनो भव । सचस्वा नः स्वस्तये॥ हे गार्हपत्य अग्ने ! जिस प्रकार पुत्र को पिता (बिना बाधा के) सहज ही प्राप्त होता है, उसी प्रकार आप भी (हम यजमानों के लिये) बाधारहित होकर स
I. N. D. I . अलायंस का पत्रकारों पर लगा प्रतिबन्ध सोचने पर मजबूर करता है । कुछ पत्रकारों पर प्रतिबन्ध लगाना कहाँ से उचित है । देश विरोधी पत्रकारों का विरोध भी तो करना चाहिए। अगर कुछ भारत की बात
सन्देश खाली है यही कुछ भी नहीं है यहाँ सही, जानवर भी इनसे अधिक मनुष्यता के समीप हैं । कुकृत्य इनके राछ्सी इंसानियत की न बास भी, दंश देते बिच्छुओं से जहर भरे जीव हैं । हैं दण्ड के पात्
When I feel rhythem of your heart, I feel rhythem of ocean that accepts streams of any class whether from east or west, from north or south whether filthy one or clear as glass. I feel your he
लोकतंत्र सबसे बड़ा, सबसे बड़ा चुनाव, मताधिकार का मान रख, सब पहुँचो अपने गाँव । In these verses, there is an appeal to vote. (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नील पदम् "
जिस नेता के काज गलत, जिसकी नीयत में खोट, पक्ष-विपक्ष न देखिये, दीजो वोट की चोट । (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नील पदम् "
देश के हित को देखना, जब करना मतदान, कितना पानी दूध है कितना, सर्प नेवला जान । (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नील पदम् "
गुप्तदान की महिमा बड़ी, जन्म सुफल हुई जाय, मन रखियो चुपचाप सब, जब मत दीजो जाय । (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नील पदम् "
राम का नाम सर्वश्रेष्ठ है, लिया आज़मा देख, राम ही असली नाम है, बाकी सब कुछ है फेक। (C)@ दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
काम न आया गर कभी, दूर रखा हो विकास, अस जब पहुँचे आप तक, मत कीजो विश्वास । (C)@ दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
षड्यंत्रों को जो बुने बस, पाने को सत्ता राज, सही वक़्त मतदान का, उन्हें ठोंक दो आज । (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नील पदम् "
जात-पात की बात जो, देता रोज बताय, उस पर झाड़ू फेर दो, कितना भी बहकाय । (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
जात-पात देखो नहीं, न मजहब, पंथ या धर्म, प्रत्याशी को वोट दो, देख के उसके कर्म । (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
समय बड़ा बलवान है, देत पटखनी जोर, कभी ग़रीब की आँख का, नहीं भिगोना कोर । (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
जो जन समय निकाल ले, आपकी खातिर आज, उसको कभी न भूलियो, उसको रखियो याद । (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
जो विपत्ति में साथ दे, उसे नहीं बिसराओ, काँधे से काँधा दो मिला, जब भी मौका पाओ। (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
कभी अघाया न थका, देते तुम्हें मन की पीर, छह गज राखो फ़ासला, जाओ न उसके तीर । (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
चैन दिवस का उड़ गया, उड़ी रात की नींद, ऐसे बालक से रखो, आगे बढ़ने की उम्मीद । (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
सोया, खाया, करता रहा, अमूल्य समय बर्बाद, अस बालक सूखे तरु, चाहे जो डालो फिर खाद। (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
पिता पुत्र को टोंकता, यह कीजो वह नाय, अपनी गलती के सबक, बेटे को समझाय। (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
माता-पिता और बड़ों की बातें, समझो आशीर्वाद, बीते समय के साथ में, बहुत आयेंगे याद । (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव " नीलपदम् "
कस्तूरी नाभि बसे, मृग न करे अहसास, ज्ञान की कस्तूरी गई, बिना किये अभ्यास। (c)@दीपक कुमार श्रीवास्तव "नील पदम्" दीपक नीलपदम् दीपक नील पदम् दीपकनीलपदम्