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मेघों ने बाँसुरी बजाई, झूम उठी पुरवाई रे |बरखा जब गा उठी, प्रकृति भी दुलहिन बन शरमाई रे ||उमड़ा स्नेह गगन के मन में, बादल बन कर बरस गयाप्रेमाकुल धरती ने, नदियों की बाँहों से परस दिय
कविता को समझने का हमारा एक छोटा सा प्रयास - कविता...कलाकार का रूप है कविताशब्दों का स्वरूप है कवितासतही स्तर अर्थ ही नहींअर्थों की जागृति है कविताभाषा का सौन्दर्य सहित, एक अद्भुत सा प्रयोग है कवि
समाना हृदयानि वःस्वतन्त्रता – आज़ादी – व्यक्ति को जब उसके अपने ढंग से जीवंन जीने का अवसर प्राप्त होता है तो निश्चित रूप से उसका आत्मविश्वास बढ़ने के साथ ही उसमें कर्त्तव्यपरायणता की भावना भी बढ़ जाती है
आज़ादी का दिन फिर आया |बड़े यत्न से करी साधना, कितने जन बलिदान हो गए |किन्तु हाय दुर्भाग्य, न जाने कहाँ सभी वरदान खो गए |आशाओं के सुमन न विकसे, पूरा हो अरमान न पाया ||१||महल सभी बन गए दुमहले, और दुमहल
भाद्रपद कृष्ण अष्टमी - जन साधारण को कर्म, ज्ञान, भक्ति, आत्मा आदि की व्याख्या समझाने वाले युग प्रवर्तक परम पुरुष भगवान् श्री कृष्ण का जन्म महोत्सव - इस वर्ष रविवार 25 अगस्त को अर्ध रात्र्योत्तर 3:39 (
कोलकाता जैसे रोंगटे खड़े कर देने वाले कुकृत्य और उस पर पीड़िता को मिलते न्याय में देरी - वास्तव में मन को पीड़ा पहुंचाती है... मनुष्य क्यों मनुष्यता को भूल गया ?... अब तो जैसा श्री पुष्यमित्र जी ने लि
रुक्मिणी हरण का आध्यात्मिक पक्षअभी 26 तारीख को श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व है | श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव की बात आती है तो उनके जीवन की एक प्रमुख लीला – रुक्मिणी हरण की लीला – की चर्चा तो होगी ही
कृष्णत्व बहुत कठिन कल देश भर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव दही हांडी की परम्परा के साथ मनाया जाएगा... सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ...देश भर में श्री कृष्ण के अनेक रूपों की उपासना की जाती है | इ
कृष्ण कथा थी रात घनी कारी अँधियारी, मेघ झूम कर बरस रहे थे ।जल थल और आकाश मिलाने हेतु ज़ोर से गरज रहे थे ||यमुना भी थी चढ़ी हुई काँधे तक, मेघों का गर्जन था ।हरेक भवन में व्याकुलता के&
ईश्वर का विराट अथवा विश्व स्वरूपपश्य मे पार्थ रूपाणि शतशोऽथ सहस्रशः ।नानाविधानि दिव्यानि नानावर्णाकृतीनि च ।।- 11/5अर्थात् हे पार्थ! अब तुम मेरे अनेक अलौकिक रूपों को देखो । मैं तुम्हें अनेक प्रकार की
हरतालिका तीज और वाराह जयन्तीभाद्रपद शुक्ल तृतीया यानी शुक्रवार 6 सितम्बर को हरतालिका तीज का व्रत और भगवान् विष्णु के दस अवतारों में से तृतीय अवतार वाराह अवतार की जयन्ती का पावन पर्व है | भाद्रपद मास क
कल शिक्षक दिवस है | सभी अपने अपने शिक्षकों के लिए श्रद्धा सुमन समर्पित कर रहे हैं | हमारी भी विनम्र श्रद्धांजलि है उस व्यक्तित्व को जो माँ और पिताजी के बाद हमारे प्रथम शिक्षक बने | हमारी शिक्षा
सभी गुरुजनों को नमन के साथ शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँभारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन के जन्म दिवस “शिक्षक दिवस” की सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ...हर व्यक्ति जीवन में सफल होना च
भाद्रपद शुक्ल तृतीया यानी शुक्रवार 6 सितम्बर को हरतालिका तीज का व्रत और भगवान् विष्णु के दस अवतारों में से तृतीय अवतार वाराह अवतार की जयन्ती का पावन पर्व है | भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि
आज भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि है – विघ्न विनाशक गणपति की उपासना का पर्व | सभी को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ..लगभग समूचे देश में विघ्नहर्ता सुखकर्ता भगवान् गणेश की उपासना का पर्व गणेश चतुर्थी अ
हममें से अधिकाँश लोगों को सम्भवतः ज्ञात होगा कि 1918 में इंदौर में आयोजित हिंदी साहित्य सम्मलेन में महात्मा गाँधी ने हिंदी को आम जनमानस की भाषा बताते हुए इसे राष्ट्रभाषा घोषित किये जाने की बात कही थी
श्रद्धया इदं श्राद्धम् – जो श्रद्धापूर्वक किया जाए वह श्राद्ध है | मंगलवार 17 सितम्बर से सोलह दिनों के लिए दिवंगत पूर्वजों के प्रति श्रद्धा का पर्व श्राद्ध पक्ष आरम्भ होने जा रहा है | वैदिक मान्यता क
अनन्त चतुर्दशीअनंन्तसागरमहासमुद्रेमग्नान्समभ्युद्धरवासुदेव |अनंतरूपेविनियोजितात्माह्यनन्तरूपायनमोनमस्ते ||भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को अनन्त अर्थात जिसका कभी अन्त न हो - चतुर्दशी कहा जाता ह