shabd-logo

सिक्के का भारत भ्रमण

8 March 2024

48 Viewed 48

सिक्के का भारत भ्रमण

“गोल मटोल एक रुपये का सिक्का था।

भारत भ्रमण करना चाहता था”।।

“रहता था वो बहुत दूर ।

ऑटो में बैठ कर पहुंचा जयपुर”।।

“जयपुर से ली थी उसने बस की सवारी।

वहा मिल गया उसका दोस्त बनवारी'’।।

“था वो सिक्का दो रुपये का।

दोस्त था वो उसका पक्का”।

“गांधीनगर पहुंच गए करते-करते बात।

है ये राजधानी जिसकी, नाम है उसका गुजरात”।।

“घुमा सोमनाथ, द्वारका मंदिर, वडोदरा और पोरबंदर।

धन्य हुआ देख कर अक्षरधाम मंदिर, कच्छ और गांधीनगर”।।

“गुजरात से पकड़ी ट्रेन पहुचे मुंबई।

सवार थे उसमें नोट पांच और दस के भाई”।।

“मुंबई है राजधानी महाराष्ट्र की।

आन बान शान है हिंदुस्तान की”।।

“गेटवे ऑफ़ इंडिया, हाजी अली दरगाह, एलीफैंटा केव्स, और जुहू बीच।

सारे दर्शनीय स्थल कर रहे थे सब को अपनी और खींच”।।

“उसके बाद, ले कर कार पहुंचे तमिलनाडु के चेन्नई।

जहा देखने को मिली उनको जगह नई नई”।।

“मिलना हुआ वहा बीस और पचास के नोटो से।

घूमेंऊटी,पांडिचेरी,कन्याकुमारी,रामेश्वरम,महाबलीपुर और ऑरोविले”।।

“आगे बढ़े वो करके हवाई सवारी।

सौ और दो सौ के नोट मिले उसे बारी बारी”।।

“सब का मन हो गया खुश देख कर कोलकाता।

बंगाल की है ये राजधानी देखने के लिए लगता है लोगो का तांता”।।

“काली मंदिर, दार्जिलिंग,सिलीगुड़ी और विक्टोरिया मेमोरियल।

जिनको देख कर मिलता है हमे ज्ञान भरपूर और रियल”।।

“बंगाल से निकल कर सीधा पहुंचे हम देहरादून।

नोट पांच सौ का देख रहा था वहा का मानसून”।।

“राजधानी उत्तराखंड की ये है बड़ी खूबसूरत और पाक।

मसूरी, नैनीताल,हरिद्वार और जिम कार्बेट नेशनल पार्क”।।

“करी नाव की सवारी पहुंच कर श्रीनगर।

किए दर्शन वैष्णो देवी के घूमे नगर नगर”।।

“कश्मीर देख कर मन को हुआ बहुत ज्यादा गर्व।

समझ आया क्यों कहते है इसे धरती का स्वर्ग”।।

“हो गया मन प्रफुल्लित करके हर जगह के दर्शन।

कुछ इस तरह से किया सिक्के ने भारत भ्रमण”।।

सादर

शालिनी चौहान

रा उ मा वि सोमलपुर अजमेर

(इस कविता से बच्चो को भारतीय मुद्रा ,प्रमुख दर्शनीय स्थल, राज्यों की राजधानी और परिवहन के साधनों की जानकारी मिलती है)

More Books by Shalini Chauhan

7
Articles
शालीन
0.0
यह किताब छोटे बच्चो के लिए उपयोगी है ,इस किताब में मजेदार तरीके से बच्चो को कई सारी ज्ञानोपयोगी और नैतिक बाते सिखाई जा सकती है।
1

सिक्के का भारत भ्रमण

8 March 2024
2
0
0

     सिक्के का भारत भ्रमण  “गोल मटोल एक रुपये का सिक्का था। भारत भ्रमण करना चाहता था”।। “रहता था वो बहुत दूर । ऑटो में बैठ कर पहुंचा जयपुर”।। “जयपुर से ली थी उसने बस की सवारी। वहा मिल गया उसका द

2

आशा की मुस्कान

8 March 2024
0
0
0

आशा की मुस्कान  गुड मॉर्निंग मैम ... गुड मॉर्निंग बच्चो....."मैं आपकी नई मैडम हूँ मेरा नाम है आशा. अपना परिचय देते हुए आशा की आंखों में एक अजीब सी चमक थी। क्योंकि आज आशा का राजकीय सेवा के अंतर्गत विद

3

बाल गणतंत्र दिवस

8 March 2024
0
0
0

      बाल गणतंत्र दिवस  आज गणतंत्र दिवस है पर चीनू,स्वीटी और पिंकी तीनों बगीचे में उदास बैठे है। क्योंकि उन तीनो की स्कूल में छोटे बच्चो को 26 जनवरी को स्कूल नही बुलाया है और उन तीनो का ही गणतंत्र दि

4

मैं शिक्षक हु

12 October 2024
0
0
0

मैं शिक्षक हु  मुझे गर्व होता है जब देखती हु मेरे विद्यार्थियों को सफल होते हुए गर्व होता है जब देखती हु साकार उन सुनहरे सपनो को होते हुए गर्व होता है  जब देखती हु मेरे स्नेह से सींचे हुए पौधो क

5

एक पेड़ लगा दो

12 October 2024
0
0
0

धरती माता को उदास देख आसमान से रहा न गया। मन में जो उमड़ रहे लाखो सवाल,एक एक कर पूछता रहा। “क्यों नहीं ओढ़ती तुम चुनर वो बहारों की,क्यों नही करती श्रृंगार तुम हरियाली की। नदियों में अपने सुंदर रू

6

मेरी भारत माता

12 October 2024
0
0
0

कई कविताएँ लिखी होगी आपने और कई रचनाएँ सुनी होगी आपने पर आज मैं कोई कविता नहीं अपनी मां का परिचय करवाने आई हूँ। “मेरी माँ का  पोशाक सदा तीन रंगो से सजता है, केसरिया रंग वीरता, श्वेत विश्व शांति औ

7

मैं राजकीय विद्यालय हू

12 October 2024
0
0
0

।।मैं राजकीय विद्यालय हू।। आज बड़े दिनों बाद मेरा आंगन रोशन हुआ है। ग्रीष्मावकाश के बाद आज मैं फिर से जीवंत हुआ हूं। ओह! मैं आपको अपना परिचय देना तो भूल ही गया । मैं राजकीय विद्यालय हूं। देखने में

---