करना धनवर्षा उस घर तू भगवान।
जिस घर में हो मुफलिस इंसान।।
करना आबाद उनको भी धन से।
जिस घर में हो यतीम इंसान।।
करना धनवर्षा उस घर------------------।।
उन लोगों को सद्बुद्धि देना।
व्यर्थ कामों में धन जो लुटाते हैं।।
देखकर भूखे- प्यासे लोगों को,
दया धर्म नहीं जो दिखाते हैं।।
ऐसे लोगों को देना नसीहत।
नहीं भूले अपना ये ईमान।।
करना धनवर्षा उस घर---------------------।।
ऐसे लोगों को सही राह पर लाना।
गलत कामों से धन जो कमाते हैं।।
निर्लज्ज - पापी- भ्रष्ट जो बनकर।
तलघरों में धन जो बहाते हैं।।
ऐसे लोगों को देना सजा तू।
पाकर धन वो बने नहीं हैवान।।
करना धनवर्षा उस पर----------------------।।
कुछ हिस्सा अपनी हम दौलत का।
हम करें खर्च वतन के लिए भी।।
देश की रक्षा में जो है दिन- रात।
उन सैनिकों के घर के लिए भी।।
धन से आबाद उनको तू रखना।
जिनका जीवन वतन पर है कुर्बान।।
करना धनवर्षा उस घर----------------------।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847