shabd-logo

अपने किसी पद का तू

22 September 2022

14 Viewed 14
article-image
अपने किसी पद का तू ,मत कर इतना गुमान।
अपने किसी पद पर तू , सबका कर तू सम्मान।।
पद के अभिमान में तू ,मत भूल इंसानियत।
पद पर करके लालच,मत बेच अपना ईमान।।
अपने किसी पद का तू -----------------------।।

हो जा कुर्बान तू ,ईमान से अपने पद पर।
करेगी याद दुनिया, तुमको तेरे इस पद पर।।
सबकी कर तू भलाई, पद पर बनकर इंसान।
पद पर करके लालच,मत बेच अपना ईमान।।
अपने किसी पद का तू ---------------------।।

पाने को कोई पद ,करते हैं क्यों गलत काम।
भ्रष्टाचार - लूटपाट, करके खुद को बदनाम।।
पाकर ऐसे कोई पद, नहीं बन ऐसे शैतान।
पद पर करके लालच,मत बेच अपना ईमान।।
अपने किसी पद का तू ---------------------।।

पाकर सरकारी पद यह, खुद को मान खुशनसीब।
लेकिन पाकर यह पद फिर, कामचोरी तू मत सीख।।
पाकर सरकारी पद तू , नहीं बोल खुद को भगवान।
पद पर करके लालच, मत बेच अपना ईमान।।
अपने किसी पद का तू ----------------------।।




शिक्षक एवं साहित्यकार- 
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847

More Books by गुरुदीन वर्मा

1

तेरी डोली से भी बेहतर

20 September 2022
2
0
0

तेरी डोली से भी बेहतर, जनाजा मेरा होगा।तू नहीं तो क्या हुआ,पूरा शहर शामिल होगा।।तेरी डोली से भी बेहतर--------------------------।।लगेगी जिस दिन मेहंदी, इन हाथों में तेरे।सजेगा जिस दिन गजरा, इन बालों मे

2

मुझसा प्यार नहीं मिलेगा

21 September 2022
1
0
0

मुझसा प्यार नहीं मिलेगा, मुझसा यार नहीं मिलेगा।तेरे सहकर भी सितम जो,इतना प्यार तुमसे करेगा।।मुझसा प्यार नहीं मिलेगा-----------------।।ना कभी फिक्र की,अपनी जिंदगी की खुशी की।जो दुहा करता रहा , हमेशा ते

3

अपने किसी पद का तू

22 September 2022
2
0
0

अपने किसी पद का तू ,मत कर इतना गुमान।अपने किसी पद पर तू , सबका कर तू सम्मान।।पद के अभिमान में तू ,मत भूल इंसानियत।पद पर करके लालच,मत बेच अपना ईमान।।अपने किसी पद का तू -----------------------।।हो जा कु

4

क्या होता है पिता

23 September 2022
1
0
0

क्या होता है पिता, यह अहसास होता है तब।बनता है जब कोई पिता, अनाथ कोई होता है जब ।।क्या होता है पिता------------------।।रहकर मुफलिसी में पिता, बच्चों को भूखे नहीं रखता।छुपा लेता है अपने दर्द और आँसू, ख

5

सच होता है कड़वा

24 September 2022
2
0
0

सच होता है कड़वा, हकीकत में।सच की मिलती सजा है, हकीकत में।।सच होता है कड़वा---------------------।।बेच क्यों देते हैं लोग, सच को ऐसे।करने को मौज आराम, लेकर पैसे।।शर्म आती नहीं क्यों, करते ऐसा।सच से डरते

6

करना धनवर्षा उस घर

22 October 2022
0
0
0

करना धनवर्षा उस घर तू भगवान।जिस घर में हो मुफलिस इंसान।।करना आबाद उनको भी धन से।जिस घर में हो यतीम इंसान।।करना धनवर्षा उस घर------------------।।उन लोगों को सद्बुद्धि देना।व्यर्थ कामों में धन जो लुटाते

7

यह क्या किया तुमने

2 November 2022
0
0
0

यह क्या किया तुमने, अपनी हकीकत छुपाकर।बताया क्यों नहीं पहले, सच को पर्दा हटाकर।।यह क्या किया तुमने----------------।।तुमको छुआ है हमसे पहले, और किसी ने कभी।दिखाया क्यों नहीं पहले, दीवाना अपना मिलाकर।।य

---