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Anjana Sharma's Diary

Anjana Sharma

4 Chapters
1 Person has added to Library
6 Readers
Completed on 21 February 2024
Free

 

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More Books by Anjana Sharma

Parts

1

एक कप चाय

21 February 2024
6
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 जिंदगी के 60 बसंत देख चुकी हूं और अब लगभग जिंदगी की सभी इच्‍छाएं भी पूर्ण हो चुकी है। बेटा-बहू मल्‍टीनेशनल कम्‍पनी में करोडों के पैकेज में और बेटी-दामाद अपना निजी नर्सिग होम चला रहे है। एक भरेपूरे पर

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भााग- 2 "जानती थी वो”

13 March 2024
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 2  कथा खत्‍म होते ही, नम्रता किचन की ओर अपनी ननद चांदनी के साथ चल दी।   बातो ही बातो में ननद चांदनी ने पूछा कि भाभीजी आपने कितने दिन की लीव ली है मैने तो एक माह की लीव ली थी आखिर मेरे इकलौते भाई क

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भाग-4 "जानती थी वो "

13 March 2024
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 7.  नम्रता भी सोच रही थी कि अम्‍मा ने कहां गलती कर दी थी अपनी बहू को समझने में पर चलो रवि तो उनका अपना बेटा था वह कैसे इतना बदल गया न तो वह तेहरवी में आया न और न ही तेहरवी बीत जाने के बाद। आखिर ऐस

4

“जानती थी वो”

12 April 2024
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8.  कुछ सोचते हुये मिस्‍टर गर्ग ने अपनी पत्‍नी से कहा देखो अजय की शादी के छह महीने होने को आये पर ऐसा लगता है जैसे अपनी बहू नम्रता को हम लोग बरसो से जानते है वो हम लोगों। महादेव की कृपा जो ठहरी जो इत

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