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Alka Baluni Pant's Diary

Alka Baluni Pant

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Parts

1

प्रेम रंग बरसाओ ना

30 January 2024
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 प्रेम रंग बरसाओ ना ,  प्रभु दिल में हमें बसाओ ना ,  हम अज्ञानी जन को -  भक्ति का पाठ पढ़ाओ ना।      नित तुम्हें ही गायें हम ,  मस्त - मलंग हो जायें हम ,  डूब जायें  प्रभु तुझमें इतना ,  तुम ही

2

मेरे राम

30 January 2024
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 तेरे भजन मैं गाऊँ राम ,  नयनों में तुम्हें बसाऊँ राम ,  द्रुत गति से भागे जीवन ,  पाषाण युग मैं चाहूँ राम।      अपलक देखे जाऊँ राम,  तुझमें ही खो जाऊँ राम,  तेरी कृपा-दृष्टि जो मुझपे ,  दर्द

3

मरने से पहले मुझको नहीं मरना है

30 January 2024
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 हर पल ये ज़िंदगी , रेत सी फिसल रही ,  कुछ ख़्वाब जो अधूरे हैं , जो हुए न अभी तक पूरे हैं ,  उन्हें भी तो पूरा करना है ,  मरने से पहले मुझको नहीं मरना है।      माना इस समाज प्रति मेरी ज़िम्मेदारी है

4

पहला कदम

30 January 2024
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इक बात जो मन में आई थी , लोगो ने सुन हंसी उड़ाई थी , दृढ़ निश्चय ये मन में था , पूरा करना वो सपना था। शुरूआत हो पहले ये मैंने मन में ठाना है, चाहे आए कठिनाई ,पहला कदम बढ़ाना है, धीमे-धीमे चलू

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