आत्मा और हृदय से निकले भाव की शब्दो में अभिव्यक्ति मात्र है यह किताब, जिसमें मेरी भाव काव्य , कथा कहानी रूप में लिपिबद्ध है
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इग्लैंड और फ्रांस के बीच चलने वाली एक ट्रेन जो इग्लैंड जा रही थी उसमें मुसाफिर लगभग भर चुके थे सिर्फ एक सीट खाली रह गई थी। ट्रेन चलने से थोड़ी देर पहले एक अंग्रेज शख्स आया और उस सीट पर बैठ गया। बगल मे
सेन्गोल : शासक पर नियंत्रण का प्रतिक आत्मबोध। ब्रह्मा ने सृष्टि की उत्पति की।पालन का काम विष्णू ने किया। संहार अर्थात विलय का काम शिव के जिम्मे गया।प्रजापति ने राजा बनके व्यवस्था सम्भाला। प्रजापत
आधुनिक सॉनेट का अनुपम संग्रह है ‘एक समंदर गहरा भीतर’बिमल तिवारी “आत्मबोध”।अंग्रेज़ी और फ्रेंच साहित्य को पढ़ते समय मैं सॉनेट रूप में कई गीत, कविताओं को पढ़ा। जो नाटक के साथ साथ प्रेम , सौंदर्य आधारित थी।
*अगर ब्लैडर चोक हो जाए...* मूत्राशय भरा हुआ है, और पेशाब नहीं हो रहा है, या पेशाब करने में असमर्थ हो रहे हैं.. तो क्या करें?? 👉यह एक प्रसिद्ध एलोपैथी
1997 में अपनी मौत के 5 साल बाद #मद_टेरेसा ने 2002 में मोनिका बेसरा नाम की एक लड़की का पेट का ट्यूमर सिर्फ अपनी तस्वीर से ही ठीक कर दिया। इसके छह साल बाद 2008 में मदर टेरेसा ने कोमा में जा चुके एक व्यक्
तुलसीदास के दोहे और विवाद-------------‐-------------------------- "ढोल गवार शूद्र पशु नारी , सकल ताड़ना के अधिकारी", यह बात वाल्मिकी जी लिखे होते, तो लगभग चल सकता था। क
वो 1791 में मई की गर्म शाम थी। लार्ड कॉर्नवालिस उदासी और निराशा में गोते लगा रहे थे। टीपू की बेजोड़ युद्ध नीति के कारण श्रीरंगपट्टनम का घेरा उठाना पड़ा था। ब्रिटेन में उनकी थू-थू हो रही थी। जेम्स
मुंबई की यात्रा मुंबई की लोकल ट्रेन से बिमल तिवारी मुंबई। जब आप मुंबई जाते है और वहां की लोकल ट्रेन से यात्रा नही करते है।तो यकीन मानिए आपने मुंबई यात्रा का सबसे अनूठा माध्यम नही देखा। विख्यात मु
आज हम इतिहास के पन्नों से किस्सा लेकर आ रहे हैं एक ऐसी वीरांगना का जिन्हें उत्तराखंड (कुमाऊँ) की लक्ष्मीबाई के नाम से जाना जाता है। यह नाम है- ‘रानी जिया’। जिस प्रकार झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई का नाम स
पुस्तक - अंनत कथामृतलेखक - प्रकाश चंद जोशी “मुकुंदा”प्रकाशक - श्री कैंची हनुमान मंदिर एवं आश्रम कैंची धाम नैनीताल उत्तराखंडबिमल तिवारी “आत्मबोध”। क़िताब पढ़ना वास्तव में असली आंनद है। हम कह सकते है कि क
सिन्धु घाटी की लिपि : क्यों अंग्रेज़ और कम्युनिस्ट इतिहासकार नहीं चाहते थे कि इसे पढ़ाया जाए! 🔰▪️इतिहासकार अर्नाल्ड जे टायनबी ने कहा था - विश्व के इतिहास में अगर किसी देश के इतिहास के साथ सर्वाधिक छे
राम से इतिहास,भूगोल,देश औ संसार हैंराम इस धरा पर, प्रत्यक्ष ब्रह्म अवतार हैंजीव,जगत,ब्रह्मांड कुछ नहीं राम के बिनाज्ञान विज्ञान ईमान का राम नाम सार हैंराम में रम जाए तो,नहीं हिंसा फ़साद हैंराम के
#अपेक्षाएंमोदीजी अब आप अपने इस व्यर्थ के विनम्र रूप को त्यागकर उस कार्य को कीजिये जिसकी आपसे अपेक्षाएं हैं--1)परिवार नियोजन कानून:- अगर किसी भी दंपत्ति के दो से ज्यादा बच्चे हों तो वह किसी भी सरकारी य