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मैं एक लेखक के साथ साथ काउंसलर भी हूं और काफी समय से पत्रकारिता जगत में हूं। मैंने ईटीवी उत्तर प्रदेश सहित हिंदुस्तान अखबार जनसंदेश अखबार स्वतंत्र भारत दैनिक आज और वर्तमान समय में हिंदुस्थान समाचार न्यूज़ एजेंसी मैं कार्यरत हूं। इसी के साथ मैंने विगत वर्षों में कई सम्मानित समाचार पत्रों में लेखन कार्य किया है।

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मजबूरी एक वजह

मजबूरी एक वजह

या किताब नारी सशक्तिकरण और नारियों पर होने वाले अपराधों पर आधारित है। इस किताब के माध्यम से लेखक नारी जीवन के संघर्ष और उसके अनछुए पहलुओं पर आधारित है इस किताब के माध्यम से लेखक न सिर्फ नारियों के सामने सामाजिक मजबूरियों को दर्शा आना चाहता है बल्कि न

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मजबूरी एक वजह

मजबूरी एक वजह

या किताब नारी सशक्तिकरण और नारियों पर होने वाले अपराधों पर आधारित है। इस किताब के माध्यम से लेखक नारी जीवन के संघर्ष और उसके अनछुए पहलुओं पर आधारित है इस किताब के माध्यम से लेखक न सिर्फ नारियों के सामने सामाजिक मजबूरियों को दर्शा आना चाहता है बल्कि न

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बेसहारा अर्चना को मिला सहारा 

4 April 2023
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इस कहानी में तब नया मोड़ आ जाता है जब अर्चना के हालात अब और अधिक बिगड़ने लगे। ससुराल वालों का अत्याचार बढ़ने लगा था। बच्चों को दो वक्त की रूखी-सूखी रोटी भी मिलना मुश्किल हो गया था। पति लापता हो जाने क

और अचानक लापता हो गया अर्चना का पति

3 November 2022
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अर्चना का पति मानसिक बीमारियों से ग्रस्त था। उसे या नहीं पता था कि उसे क्या हो गया है। अर्चना के ससुर का देहांत हो चुका था। वहीं अर्चना इस बात से काफी परेशान थी, कि घर का खर्चा व पति के इलाज के लिए वह

पांच बच्चों की मां का दर्द

3 November 2022
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ना हीं तो यह किस्सा है और ना ही हम इसे कहानी कह सकते हैं, पर हमें इसे कोई नाम तो जरूर ही देना होगा। दरअसल यह दर्द है उन महिलाओं का जिन्होंने कहीं ना कहीं पहले समाज की कुरीति का दर्द झेला है और उ

प्रस्तावना: मजबूरी एक वजह

30 October 2022
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मजबूरी एक वजह किताब महिलाओं पर होने वाले उन अत्याचारों और शोषण को प्रदर्शित करने वाली कहानी है जो समाज की गंदगी में अभी भी तमाम जगहों पर देखे जा सकते हैं। समाज में भले ही इनके लिए अलग-अलग धारणाएं हों

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