ना जाने वो कहा, किसे धुन्द् रहे हैं बहुत से लोग यहाँ वहाँ घुम् रहे है। आखिर् क्यु ले रहा है जुर्म् तु आपने सर जब कि ये सुकूत् से नकाब के पिछे छुप रहे है।
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