में चला हूँ अभी, अब रुकूंगा नही लक्ष्य बड़ा हो या छोटा अब झुकूंगा नहीं। थाम लो सांसे अब मेहनत पड़ाव लेने वाली है, एक कदम हि सही लेकिन अब मेरी बारी है। ये गांव मेरा है ओर में इसका, ये आज अपना है कल क्या पता किसका। बस चंद दिनों की बात है बजरंग बली का हाथ है , मे दोडूंगा ओर तेज,क्योंकि मेरे माँ बाप मेरे साथ है।