(औकात) मेरी "औकात" को मत परखना, तुम्हारी "औकात" आ जायेगी,, किसी से मत "पूछना" मेरे बारे में, वो "सच्च" बतला देंगें,, फिर गम लेकर मत "मरना" मेरे बारे में, गम दबाकर मरना "पाप" है,, अहसास" होना अति आवश्यक है, ताकि "अनुमान" लगा सको,, मैं "मोहब्बत" नहीं करती हर किसी से, इंसानियत" के नाते फेट लेना,, मैं "नफ़रत" नहीं करती किसी से, आजमाकर" देख लेना,, सोनिया" कोई खुदगर्जी नहीं, रूल" तो बने है साहब "मनमर्जी" नहीं,, Soni Jaat ✍🏻💖