सबसे पहले में आप को इस कहानी के लोगो से परिचय करवाता हूं। **फैजान चौहान** इस घर का सबसे बड़ा बेटा हे।फैजान को अकेला रहना और चुपचाप रहना पसंद हे वो बोहत ही शर्मिला लड़का हे. **मोहसिन चौहान** इस घर का छोटा बेटा हे।वो थोड़ा शरारती और काफी डिमांडिंग सा लड़का हे। **सरफराज चौहान** इस घर का सबसे छोटा एवं मां का लाडला बेटा हे। **मेहबूब चौहान** इनके पिता (बेहत ईमानदार और सबका खयाल रखने वाले) **यास्मीन चौहान** मां आगे और भी लोगो का परिचय में कहानी में करूंगा **फैजान पढ़ाई में बेहोत होशियार हे और वोह अभी पढ़ाई कर रहा हे फैजान अभी 10वी की पढ़ाई कर रहा हे और 6महीनो बाद उसका exam हे। **मेहबूब चौहान जो की अपनी कोल्डड्रिंक्स की शॉप चला ते हे और अपने परिवार का पेट पालते है। **यास्मीन चौहान हाउसवाइफ हे और अपने परिवार का अच्छे से खयाल रखती हे। **मोहसिन पढ़ाई में थोड़ा कमजोर हे वो अभी 8वी की पढ़ाई कर रहा हे। दोनो भाइयों की काफी अच्छी बनती है। उन दोनो भाई की एक दादी हे जिनका नाम बूनमा हे वो भी अपने सभी बेटो के बच्चो में से सबसे ज्यादा मेहबूब चौहान के बच्चो को प्यार करते हे, उनके 5लड़के हे और मेहबूब चौहान 4था सबसे छोटा बेटा हे। **बुनमा के हसबैंड के गुजर ने के बाद उन्होंने अपने बेटे मेहबूब के साथ ही रहने का फैसला किया।मेहबूब भी अपनी मां से बहोत ही प्यार करता था। वो लोग पुराने घर में रहते थे जो बुनमां के हसबैंड ने किराए पे लिया था वो लोग उसका किराया देते थे। मेहबूब जी के साथ उनका छोटा भाई भी अपनी बीवी और दो बच्चो के साथ रहता था। मेहबूब की एक छोटी बहन थी फरीदा जिसकी शादी हो चुकी थी। अब आप सब लोगो से परिचित हो चुके होंगे तो हम हमारी कहानी की शुरुवात करते हे।